एक्सरसाइज करना सेहतमंद रहने के लिए बेहद जरूरी है। जिस तरह से आजकल लोग बीमारियों के शिकार हो रहे हैं, ऐसे में डाइट के अलावा अपनी लाइफस्टाइल पर ध्यान देना जरूरी है। ऐसे में रोज कि दिक्कत जैसी है कि पीठ दर्द, बांहों, कंधों और कोर में दर्द आदि को कम करने में एक्सरसाइज काफी कारगर तरीके से काम करते हैं। एक्सरसाइज इन सब को एक साथ मजबूत बनाते हैं। ये हम नहीं, एक्सट्रेस सोहा अली खान (Soha Ali Khan) का कहना है जो कि अपनी फिटनेस को लेकर काफी एक्टिव रहती हैं। इसके अलावा वे अपनी सोशल मीडिया साइट्स पर भी इन टिप्स को शेयर करती हैं। ऐसे में आज हम जानेंगे पुल अप कैसे किया जाता है (How to do pullups in hindi), साथ ही जानेंगे इसके फायदे और किन बातों का रखें ख्याल।
पुल अप कैसे किया जाता है-How to do pullups in hindi
पुल-अप्स करते समय जिन मुख्य मांसपेशी समूहों का उपयोग किया जाता है, उनमें पीठ की सबसे बड़ी मांसपेशियां, बाइसेप्स और पोस्टीरियर डेल्टॉइड्स शामिल हैं। इन मांसपेशी समूहों को मजबूत बनाने और एक या एक से ज्यादा पुल-अप्स को एक तय तरीके से किया जाता है। जैसे कि
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- - जब आप पुल अप कर रहे हों तो सबसे पहले अपने शरीर को आप पुल-अप बार के नीचे रखें। इस दौरान आपकी बाहें सीधे आपके सिर के ऊपर और हथेलियां आपसे दूर होनी चाहिए। बार को मजबूती से पकड़ने के लिए कूदें, पहुंचें या बार को ताकत से पकड़ लें।
- -अपने अंगूठे को बार के चारों ओर लपेटे हुए रखें। अपने निचले हिस्से को स्थिर करने के लिए अपने एक पैर को दूसरे के ऊपर सावधानी से रखें।
- -अपने कंधों को पीछे और नीचे खींचें और पूरे पुल-अप के दौरान इसी स्थिति को बनाए रखने का प्रयास करें।
- -सांस छोड़ें और अपनी कोहनियों को मोड़कर और उन्हें अपनी बगलों में नीचे खींचकर धीरे-धीरे अपने शरीर को ऊपर खींचें। इस तरह खींचने का प्रयास करें कि आपकी कोहनियां जमीन की ओर हों।
- -आपका शरीर जमीन के साथ सीधा होना चाहिए और ऊपर की ओर खींचते समय आपको अपने शरीर को आगे या पीछे नहीं झुकाना चाहिए।
- -जब तक आपकी ठुड्डी आपके हाथों के समतल न हो जाए, तब तक खुद को ऊपर खींचते रहें। धीरे-धीरे अपनी शुरुआती स्थिति में आने से पहले थोड़ा रुकें। अपनी बाहों को पूरी तरह ऊपर की ओर फैलाएं और अपने कंधों और कलाइयों को खींचें।
- -थोड़ा रिलैक्स हो और फिर दोबारा करें।
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पुल अप के फायदे-Pullups benefits in hindi
पुल अप करने के कई फायदे हैं। जैसे कि यह मांसपेशियों के दर्द को कम करने और इसकी मजबूती में मददगार है। यह कंधों, कलाइयों और पीठ को मजबूती देने में मददगार है। इसके अलावा यह कुछ लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है, जैसे कि
- -जिन लोगों का बॉडी पोस्चर सही नहीं है उनके लिए पुल अप करना बहुत फायदेमंद है।
- -ये बॉडी के ऊपरी हिस्से की मजबूती बढ़ाने में मददगार है।
- -जब आप पुल अप करते हैं तो यह कोर को मजबूती देने में मददगार है।
- -इतना ही नहीं यह आपके पीठ और कंधों के लिए भी बहुत फायदेमंद है।
पुल अप करते समय किन बातों का रखें ख्याल-Safety precautions for pull ups
पुल अप करने से पहले वार्म अप एक्सरसाइज जरूर करें। सुरक्षित रूप से पुल-अप करने के लिए, सुरक्षित उपकरणों का उपयोग करें और नियंत्रित गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करें। शुरुआत धीमे-धीमे करें और फिर टाइम बढ़ाते जाएं। इसके अलावा चोट से बचने के लिए एक स्थिर कोर बनाए रखें। खुद को पूरी तरह से नियंत्रित करें और चोट से बचने के लिए सत्रों के बीच आराम के दिन देकर ओवरट्रेनिंग से बचें।

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इसके अलावा गिरने से बचने के लिए सुनिश्चित करें कि पुल-अप बार स्थिर और सुरक्षित हो। स्थिर और सही पकड़ के लिए अपने हाथों को कंधे की चौड़ाई पर या उससे थोड़ा आगे रखें। इसके अलावा बिना एक्सपर्ट इसे करने से बचेंष शुरुआत में एक्सपर्ट की मदद लेना आपको कई समस्याओं से बचा सकता है।
FAQ
1 दिन में कितने पुल-अप लगाने चाहिए?
1 दिन में आपको 2-3 सेट करने से शुरू करना चाहिए। इसके अलावा इसे रोज करने से बचें। धीमे-धीमे 4 से 5 सेट तक पहुंचे और हफ्ते में 3 बार करने की कोशिश करें। इस प्रकार से पुल-अप करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।अगर हम रोज पुल अप्स करते हैं तो क्या होता है?
अगर हम रोज पुल अप्स करते हैं तो मांसपेशियों को हेल्दी रखने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा ये शरीर के पोस्चर को सही करने में भी मददगार है।पुल अप्स लगाने से क्या होता है?
पुल अप्स लगाने से आपको अपनी बॉडी की टोनिंग में मदद मिल सकती है। इसके अलावा ये वेट लॉस में भी मददगार है और उन लोगों के लिए यह ज्यादा फायदेमंद है जो कि जांघ, हाथ और अपने शरीर के अलग-अलग हिस्सों की चर्बी कम करना चाहते हैं।