गर्मी का मौसम शरीर के लिए कई बार खतरनाक साबित हो सकता है, खासकर तब जब तापमान 40 डिग्री से ऊपर चला जाए। ऐसे समय में हीट स्ट्रोक (Heat Stroke) होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। हीट स्ट्रोक तब होता है जब शरीर का तापमान सामान्य से ज्यादा हो जाता है और शरीर उसे कंट्रोल नहीं कर पाता। इसके लक्षणों में ज्यादा पसीना, थकान, सिर दर्द, चक्कर, त्वचा में जलन और कभी-कभी बेहोशी भी शामिल है। इस स्थिति में तुरंत राहत न मिले, तो यह जानलेवा भी हो सकती है। ऐसे में बहुत से आयुर्वेदिक उपायों की चर्चा होती है, जिनमें से एक उपाय है तुलसी की पत्तियों का सेवन (Consumption of Tulsi Leaves)। तुलसी ना सिर्फ शरीर को अंदर से ठंडक देती है, बल्कि यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाती है और हीट स्ट्रोक से भी बचाव होता है। तुलसी में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स, विटामिन्स और प्राकृतिक ठंडक देने वाले तत्व शरीर के तापमान को संतुलन में रखने में मदद करते हैं। इस लेख में जानेंगे हीट स्ट्रोक से बचने के लिए तुलसी की पत्तियों का सेवन करने का सही तरीका। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Neha Sinha, Nutritionist, The Nutriwise Clinic, Vikas Nagar Lucknow से बात की।
गर्मियों में तुलसी खाने के फायदे- Benefits of Eating Tulsi in Summers
- तुलसी इम्युनिटी को बूस्ट करता है। तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं जो गर्मियों में होने वाले स्किन इंफेक्शन से बचाते हैं।
- तुलसी शरीर को डिटॉक्स करती है जिससे गर्मी में स्किन पर रैशेज या मुंहासे (Acne) नहीं होते।
- गर्मियों में अपच की समस्या आम है, तुलसी इसमें राहत देती है।
- गर्मी में चिड़चिड़ापन बढ़ता है, तुलसी मानसिक संतुलन बनाए रखने में भी मदद करती है।
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हीट स्ट्रोक या लू से बचने के लिए तुलसी की पत्तियां क्यों फायदेमंद हैं?- Why Basil Leaves is Good to Prevent Heat Stroke
न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा ने बताया कि तुलसी की पत्तियों में एंटी-ऑक्सीडेंट और सूजन कम करने वाले (एंटी-इंफ्लेमेटरी) गुण होते हैं। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है, पाचन को सुधारती है और शरीर को ठंडक देती है। इन सभी फायदों का कारण इसके एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण ही हैं। इसमें मौजूद फ्लेवर देने वाले तत्व जैसे यूजीनॉल (Eugenol), एस्ट्रागोल (Estragole), लिनालूल (Linalool), नेरोल (Nerol) वगैरह सभी एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-फंगल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होते हैं। तुलसी का सेवन करने से हीट स्ट्रोक से बचाव होता है। तुलसी में प्राकृतिक कूलिंग एजेंट्स होते हैं जो शरीर के तापमान को कंट्रोल करते हैं। यह पसीने के जरिए शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में भी मदद करती है। साथ ही तुलसी का सेवन मेटाबॉलिज्म को भी दुरुस्त करता है, जिससे शरीर ज्यादा एनर्जी को बेहतर तरीके से संभाल पाता है।
तुलसी का सेवन करने का सही समय और तरीका- Right Time and Method to Consume Tulsi
- न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा ने बताया कि तुलसी की पत्तियों को सलाद और सीड मिक्स में मिलाकर खाएं।
- इसकी ग्रीन टी बना सकते हैं या अन्य ड्रिंक्स या जूस के फॉर्म में ले सकते हैं।
- सुबह खाली पेट 4-5 तुलसी की पत्तियां चबाना सबसे लाभकारी होता है।
- तुलसी का काढ़ा दिन में एक बार पी सकते हैं।
- 1 कप पानी में 5-6 पत्तियां उबालें, छानकर हल्का गुनगुना पिएं।
- नींबू पानी या नारियल पानी में तुलसी की पत्तियां मिलाकर पीने से भी शरीर को ठंडक मिलती है।
- तुलसी का अर्क (Tulsi Extract) 5-6 बूंदें पानी में डालकर भी लिया जा सकता है।
तुलसी का सेवन करते समय इन सावधानियों का ध्यान रखें- Precautions While Consuming Tulsi
- ज्यादा मात्रा में तुलसी खाना पेट में जलन पैदा कर सकता है।
- जिन लोगों को ब्लड क्लॉटिंग की समस्या है, वे तुलसी का ज्यादा सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।
- गर्भवती महिलाएं तुलसी का सेवन सीमित मात्रा में करें।
- तुलसी को कभी भी दूध या डेयरी प्रोडक्ट्स के साथ न लें।
तुलसी की पत्तियां सिर्फ पौधा नहीं हैं, बल्कि गर्मियों में सेहत के लिए एक नेचुरल दवा है। इनमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर को ठंडक पहुंचाने के साथ-साथ पाचन सुधारने, हीट स्ट्रोक से बचाने और इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं।
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