Who Should Not Drink Tulsi Water: आजकल लोग सोशल मीडिया और आसपास के लोगों से प्रेरित होकर बिना सोचे-समझे घरेलू नुस्खों को अपनाने लगते हैं। तुलसी के पत्तों का पानी भी ऐसा ही एक फेमस घरेलू उपाय बन गया है, जिसे कई लोग अपनी दिनचर्या में शामिल कर रहे हैं। इसे सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि तुलसी में रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी बढ़ाने, पाचन सुधारने और सर्दी-खांसी से राहत देने वाले गुण होते हैं। लेकिन क्या यह सभी के लिए सुरक्षित है? इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से बात की-
तुलसी जल किसे नहीं पीना चाहिए? - Who Should Not Drink Tulsi Water
आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा बताते हैं कि आयुर्वेद के अनुसार, तुलसी का पानी "ऊष्ण वीर्य" यानी शरीर में गर्मी पैदा करने वाला होता है। इसलिए, एसिडिटी, हार्टबर्न, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और रक्त पतला करने वाली दवाइयां लेने वाले लोगों के लिए यह हानिकारक हो सकता है। कई बार अनजाने में गलत खानपान और घरेलू नुस्खे अपनाने से शरीर को फायदा होने के बजाय नुकसान हो सकता है।
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1. एसिडिटी और हार्टबर्न की समस्या
तुलसी के पत्तों से बना पानी बहुत गर्म प्रकृति का होता है, जिससे एसिडिटी, हार्टबर्न (सीने में जलन) और पेट में गर्मी बढ़ सकती है। जिन लोगों को पहले से ही गैस्ट्रिक समस्या या एसिड रिफ्लक्स रहता है, उनके लिए तुलसी का पानी अम्लता (Acidity) को बढ़ा सकता है, जिससे पेट में जलन और असहजता हो सकती है। इसलिए एसिडिटी से ग्रस्त लोगों को तुलसी का पानी नहीं (Who should not drink Tulsi) पीना चाहिए।
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2. गर्मी और शरीर में पित्त दोष बढ़ने की समस्या
आयुर्वेद के अनुसार, तुलसी का सेवन शरीर में पित्त दोष को बढ़ाता है। पित्त प्रकृति वाले लोग जिन्हें पहले से ही शरीर में अधिक गर्मी लगती है, अधिक पसीना आता है, बार-बार मुंह में छाले होते हैं या जो गर्म चीजों का सेवन करने से असहज महसूस करते हैं, उन्हें तुलसी के पानी का सेवन नहीं करना चाहिए। इसका सेवन शरीर में और अधिक गर्मी पैदा कर सकता है, जिससे स्किन एलर्जी, खुजली और अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
3. जी मिचलाने और उल्टी की समस्या
कुछ लोगों को तुलसी का पानी पीने के बाद जी मिचलाने, चक्कर आने या उल्टी जैसा महसूस हो सकता है। यह तुलसी की प्राकृतिक तासीर के कारण होता है, जो कुछ संवेदनशील पेट वाले लोगों के लिए अनुकूल नहीं होती। अगर किसी को अक्सर मतली (Nausea) या उल्टी आने की समस्या होती है, तो उसे तुलसी के पानी से बचना चाहिए।
4. गर्भवती महिलाएं तुलसी के पानी से परहेज करें
गर्भावस्था के दौरान हर चीज का सेवन सोच-समझकर करना चाहिए। तुलसी में मौजूद तत्व गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक हो सकते हैं। तुलसी का अधिक सेवन करने से गर्भाशय में संकुचन (Contractions) हो सकते हैं, जिससे गर्भपात (Miscarriage) या समय से पहले प्रसव (Preterm Labor) का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को तुलसी का पानी पीने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
निष्कर्ष
तुलसी एक औषधीय पौधा है, जिसके कई फायदे हैं, लेकिन सभी के लिए तुलसी का पानी लाभकारी नहीं होता। यदि किसी को एसिडिटी, हार्टबर्न और गर्मी ज्यादा लगना जैसी समस्याएं हैं, तो उसे तुलसी का पानी पीने से बचना चाहिए। अगर कोई तुलसी के पानी का सेवन करना चाहता है, तो पहले किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह लेना सबसे अच्छा रहेगा।
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