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Breast Size Tips: प्रेग्नेंसी के बाद ढीले स्तनों की समस्या न हो, इसके लिए अपनाएं डॉक्टर के बताए ये 5 टिप्स

How To Avoid Saggy Breasts After Pregnancy In Hindi: प्रेग्नेंसी के बाद ढीले स्तनों की समस्या अक्सर महिलाओं को परेशान करती है। इस समस्या से बचा जा सकता है, कैसे? जानने के लिए आगे पढ़ें-
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Breast Size Tips: प्रेग्नेंसी के बाद ढीले स्तनों की समस्या न हो, इसके लिए अपनाएं डॉक्टर के बताए ये 5 टिप्स


Tips To Avoid Sagging Breast After Pregnancy In Hindi: प्रेग्नेंसी के बाद ज्यादातर महिलाओं को यही चिंता सताती है कि कहीं उनके स्तन ढीले और बेडौल न हो जाएं। कुछ महिलाओं के मन में यह भी डर बना रहता है कि ब्रेस्टफीड करवाने की वजह से उनके स्तनों का आकार बदल जाता है, जिससे उनकी पर्सनालिटी खराब नजर आती है। हालांकि, ब्रेस्टफीड करवाने के बाद धीरे-धीरे स्तनों का आकार पहले की तरह सामान्य हो जाता है। लेकिन, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि इस चरण में महिलाओं के शरीर में इतने बदलाव होते हैं कि अगर ध्यान न दिया जाए, तो उनके लुक्स पर बुरा असर पड़ सकता है। अगर आप चाहती हैं कि प्रेग्नेंसी के बाद आपको ढीले स्तनों की समस्या न हो, तो इसके लिए आवश्यक है कि आप वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता के बताए कुछ टिप्स अपनाएं (Pregnancy Ke Baad Breast Tight Karne Ke Upay)-

प्रेग्नेंसी के बाद ढीले स्तनों की समस्या से बचने के टिप्स- Breast Tightening Tips At Home In Hindi

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1. सपोर्टिव ब्रा पहनें

प्रेग्नेंसी के बाद ज्यादातर महिलाएं अपने शिशु को ब्रेस्टफीड कराती हैं। इस वजह से उनके स्तन काफी भारी हो जाते हैं। अगर इस समय महिलाएं अपने स्तनों के आकार को लेकर कॉन्शस नहीं होंगी, तो भविष्य में उन्हें ढीले स्तनों की समस्या हो सकती है। महिलाओं को चाहिए कि वे इन दिनों फिटिंग और सपोर्टिव ब्रा पहनें। अगर ऐसा न किया जाए, तो ब्रेस्ट टिश्यूज भी डैमेज हो सकती हैं, जिससे स्थाई रूप से स्तनों का आकार बेडौल हो सकता है।

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2. समय-समय पर दूध पिलाएं

ढीले और बेडौल स्तन की समस्या से बचना है, तो बहुत जरूरी है कि आप जब भी जरूरी हो, अपने बच्चे को दूध जरूर पिलाएं। विशेषज्ञों की मानें, तो समय-समय पर स्तनपान कराना न सिर्फ शिशु के लिए लाभकारी होता है, बल्कि इससे महिला भी रिलैक्स फील करती है। इसके अलावा, कम समय के अंतराल में दूध पिलाने से स्तन के लटने की समस्या के जोखिम को भी कम किया जा सकता है। यही नहीं, बेस्टफीड कराने से स्तन में स्ट्रेच मार्क्स भी नहीं बनते हैं।

3. पर्याप्त पानी पिएं

ढीले स्तनों की समस्या से बचना है, तो जरूरी है कि आप पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। ध्यान रखें कि जब बॉडी हाइड्रेटेड रहती है, तो इसकी वजह से स्किन की इलास्टिसिटी भी बरकरार रहती है। ब्रेस्टफीड करा रही महिलाओं को चाहिए कि वे दिन में कम से कम 8 गिलास पानी जरूर पिएं। इसका फायदा उनकी ओवर ऑल हेल्थ को मिलता है। इसके अलावा, कॉफी चाय और सोडा जैसी चीजों का सेवन कम से कम करें। ये बॉडी को डिहाइड्रेट करती हैं, जिससे स्किन के लटकने का रिस्क बना रहता है।

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4. वजन संतुलित रखें

ढीले स्तन की समस्या अक्सर मोटापे से ग्रस्त महिलाओं में अधिक देखी जाती है। अगर आप चाहती हैं कि आपके स्तन सुडौल और आकर्षक रहें, तो इसके लिए अपने वजन को बढ़ने न दें। ब्रेस्टफीडिंग के दौरान हेल्दी डाइट लें और ऐसी चीजों से बचें, जिससे पेट, हाथ के आसपास के हिस्से में चर्बी जमा हो सकती है। ध्यान रखें कि अनहेल्दी चीजें आपके बच्चे को भी नुकसान पहुंचा सकती है। यही नहीं, अपने वजन को स्थिर रखना भी बहुत जरूरी होता है। अगर आप वजन अधिक है और अचानक वेट लूज किया है, तो इस स्थिति में स्तनों के लटकने का रिस्क बढ़ जाता है।

5. एक्सरसाइज जरूर करें

ढीले स्तनों की समस्या से बचना है, तो जरूरी है कि आप एक्सरसाइज जरूर करें। हालांकि, डिलीवरी के बाद अगर महिला के स्वास्थ्य में सुधार न हो, तो उन्हें एक्सरसाइज करने की मनाही होती है। अगर आप स्वस्थ हैं और एक्सरसाइज कर सकती हैं, तो जरूर करें। इससे बॉडी वेट संतुलित रहता है, इलास्टिसिटी बनी रहती है और स्तनों का आकार भी सुडौल बना रहता है।

All Image Credit: Freepik

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