
इंटरमिटेंट फास्टिंग में गैस का कारण: इंटरमिटेंट फास्टिंग, फास्टिंग का एक खाने का पैटर्न है जिसमें मेटाबॉलिज्म तेज होता है और वजन घटाने में मदद मिलती है। इसमें 16 घंटे उपवास और 8 घंटे की अवधि में भोजन करना होता है। ऐसे में अक्सर लोगों गैस की समस्या हो जाती है। लेकिन, बहुत से लोगों को इसका कारण पता नहीं होता और न ही उन्हें समझ होती है कि इस स्थिति में क्या करें। तो आइए, Dr. Jatin Choudhary, celebrity naturopathy expert से जानते हैं इंटरमिटेंट फास्टिंग में गैस बनने की समस्या क्यो होती है, इससे कैसे बचा जाए और तमाम टिप्स के बारे में विस्तार से।
Dr. Jatin Choudhary बताते हैं कि वजन घटाने के लिए लोग इस वेट लॉस डाइट को हमेशा से फॉलो करते आए हैं। हालांकि, फास्टिंग के दौरान, कुछ लोगों को गैस और एसिडिटी का अनुभव हो सकता है जिसके पीछे यह तमाम कारण हो सकते हैं जैसे कि
-पाचन में परिवर्तन: कुछ लोगों को पाचन प्रक्रियाओं पर फास्टिंग के प्रभाव की वजह गैस और एसिडिटी का अनुभव होता है।
-हार्मोनल बदलाव: उपवास के दौरान, हार्मोन के स्तर में उतार-चढ़ाव हो सकता है, जो पाचन को प्रभावित कर सकता है और असुविधा पैदा कर सकता है।
-आंत के बैक्टीरिया में परिवर्तन: इंटरमिटेंट फास्टिंग आंत के बैक्टीरिया के संतुलन को बदल सकता है, जिससे गैस का उत्पादन बढ़ सकता है।
-फाइबर का सेवन बढ़ने की वजह से: इंटरमिटेंट फास्टिंग में खाने के समय फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों की खपत बढ़ सकती है, जिससे गैस और सूजन की समस्या हो सकती है।
-जल्दी-जल्दी खाना खाने से: खाने के समय जल्दी-जल्दी खाना खाने या कार्बोनेटेड पेय पदार्थ पीने से हवा निगलने की वजह से गैस बन सकती है।
-खाद्य असहिष्णुता: इंटरमिटेंट फास्टिंग,अंतर्निहित फूड फूड इंटॉलरेंस को बढ़ा सकती है, जैसे कि लैक्टोज सेंसिटिविटी या ग्लूटेन सेंसिटिविटी, जिससे गैस और बेचैनी हो सकती है।
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एसिडिटी और गैस की रोकथाम के लिए सलाह-Advice for Preventing Acidity and Gas
- - अपने शरीर को अनुकूल होने का समय देने के लिए, धीरे-धीरे इंटरमिटेंट फास्टिंग को अपनी रूटीन में उतारें। एक दिन में खाना बंद न करें।
- -अपनी फास्टिंग तोड़ते समय, ऐसे खाद्य पदार्थों का चयन करें जो पचाने में आसान हों, जैसे कि लीन प्रोटीन, फल और सब्जियां। इससे आपको गैस की समस्या कम होगी।
- -बीन्स, गोभी और मसालेदार खाद्य पदार्थों जैसे खाद्य पदार्थों को पहचानें और उनसे दूर रहें जो गैस और एसिडिटी का कारण बन सकते हैं।
- -फास्टिंग के दौरान, प्रोबायोटिक्स गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं को कम कर सकते हैं और आंत के स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकते हैं। इसलिए इनके सेवन से बचें।
- - गैस और सूजन को कम करने में मदद करने के लिए फास्टिंग के दौरान खूब पानी पिएं। इससे हाइड्रेशन बना रहेगा, आप जो भी फाइबर या प्रोटीन ले रहे होंगे वह तेजी से पच जाएगा। पेट का पीएच भी बैलेंस रहेगा और गैस व एसिडिटी की दिक्कत नहीं होगी।
- -फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ धीरे-धीरे खाएं ताकि आपकी आंत इसके लिए तैयार रहे। एक बार इसे खाना आंतों की गति को प्रभावित करता है। फाइबर पचाने के लिए ज्यादा पानी की जरूरत होती है क्योंकि यह पेट के पानी को सोख लेता है जिससे कब्ज की समस्या हो सकती है और यह भी एसिडिटी की वजह हो सकती है।
- -कार्बोनेटेड पेय पदार्थों से बचें। इससे गैस की समस्या ज्यादा हो सकती है। इसलिए एसिडिटी और गैस से बचने के लिए ज्यादा कार्बोनेटेड ड्रिंक्स के सेवन से बचें।
- -गैस बनाने वाले ट्रिगर खाद्य पदार्थों की पहचान करें और उनसे बचें। ताकिबार-बार होने वाली इस समस्या से आपका बचाव हो।
एक्सपर्ट की सलाह लें-Professional Guidance
इस बात पर नजर रखें कि आपका शरीर फास्टिंग पर कैसे प्रतिक्रिया करता है और आवश्यकतानुसार अपनी रणनीति को संशोधित करें। व्यक्तिगत सलाह के लिए, अगर आपको गंभीर रूप से परेशान कर रही पाचन समस्याएं हो रही हैं तो हेल्थकेयर प्रोफेशनल से बात करें। ध्यान रखें कि हर किसी के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग नहीं है। इसलिए अपने सामान्य स्वास्थ्य और भलाई को पहले रखें।
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आप इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान गैस और एसिडिटी को कम कर सकते हैं और अपने शरीर की प्रतिक्रिया पर ध्यान देकर और इन सुझावों का उपयोग करके अपने वजन घटाने के लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं। साध ही ध्यान रखें कि इंटरमिटेंट फास्टिंग यूंही शुरू न करें बल्कि, इसे फॉलो करने से पहले अपने शरीर को इसके लिए तैयार भी करें ताकि आपके शरीर को अचानक शुरू होने वाले फास्टिंग से कम नुकसान हो।
FAQ
इंटरमिटेंट फास्टिंग कैसे शुरू करें?
इंटरमिटेंट फास्टिंग की शुरुआत 16 घंटे भूखा रहकर और 8 घंटे खाने पर फोकस करके किया जाता है। इसमें सुबह 11:30 बजे से शाम 7:30 बजे थक लोग खाना खाते हैं और बाकी समय फास्ट करते हैं।इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान क्या-क्या लें?
इंटरमीडिएट फास्टिंग के दौरान पानी पी सकते हैं, ग्रीन टी ले सकते हैं, ब्लैक कॉफी ले सकते हैं और हाइड्रेशन बनाए रखने वाले लो शुगरी ड्रिंक्स को ले सकते हैं।इंटरमिटेंट फास्टिंग के क्या नुकसान हैं?
इंटरमिटेंट फास्टिंग के कई नुकसान हैं जैसे कि यह आपके शरीर के नेचुरल बॉडी क्लॉक को प्रभावित करती है। इसके अलावा इसकी वजह से आपके शरीर का नेचुरल डाइजेशन भी प्रभावित हो सकता है।
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Current Version
Oct 22, 2025 19:45 IST
Published By : Pallavi Kumari