Best Intermittent Fasting Schedule For PCOD: पीसीओडी महिलाओं को होने वाली एक आम समस्या है। हार्मोन्स में बदलाव आने के कारण यह समस्या हो जाती है। इसमें पीरियड्स अनियमित होना, वजन बढ़ना, एक्ने होना, पाचन तंत्र खराब होना या कंसीव करने में परेशानी होने लगती है। बढ़ता वजन पीसीओडी की मुख्य समस्याओं में शामिल है। ऐसे में वजन घटाना काफी मुश्किल हो जाता है। इसलिए पीसीओडी के साथ वजन घटाने में महिलाओं को ज्यादा समय लग जाता है। कई महिलाएं पीसीओडी में जल्दी वजन घटाने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग करती हैं। लेकिन क्या पीसीओडी में इंटरमिटेंट फास्टिंग करना सेफ है? क्या इससे पीसीओडी में परेशानी भी हो सकती है? इस बारे में जानने के लिए हमने बात कि बेंगलुरु के जिंदल नेचरक्योर इंस्टीट्यूट की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बबीना एन.एम से।
क्या पीसीओडी में इंटरमिटेंट फास्टिंग कर सकते हैं? Is Intermittent Fasting Safe For PCOD
पीसीओडी (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) में वेट लॉस करने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग की जा सकती है। लेकिन ऐसे में आपको हेल्थ कंडीशन का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। ऐसे में हार्मोनल असंतुलन और इंसुलिन प्रतिरोध जैसी समस्याएं हो सकती हैं। क्योंकि ये समस्याएं भी पीसीओडी से जुड़ी होती हैं। ऐसे में आपके मेटाबॉलिज्म और वेट पर असर पड़ सकता है।
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पीसीओडी में इंटरमिटेंट फास्टिंग करते वक़्त किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए- Things Should Keep In Mind While Doing PCOD
हेल्थ कंडीशन पर ध्यान दें- Focus on Health Condition
पीसीओडी से जुड़ी समस्याएं हर किसी में अलग-अलग हो सकती हैं। इसलिए फास्टिंग का शेड्यूल अपने लाइफस्टाइल के मुताबिक ही बनाना चाहिए। शेड्यूल बनाते वक्त अपनी हेल्थ कंडीशन और बॉडी टाइप को जरूर समझें।
न्यूट्रिएंट्स बैलेंस पर ध्यान दें- Nutrients Balance
इंटरमिटेंट फास्टिंग में आप जो भी मील लें उनमें पोषक तत्वों की पर्याप्त मात्रा हो। अपने हर मील में बैलेंस डाइट लें, जिसमें फाइबर, स्वस्थ वसा, प्रोटीन, विटामिन और खनिजों की भरपूर मात्रा हो। इससे वेट और हार्मोन्स दोनों को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
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चेक करते रहें- Regular Check Up
पीसीओडी में डाइट सबसे ज्यादा जरूरी होती है। वहीं इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान भी बॉडी में कई बदलाव आने लगते हैं। इसलिए डाइट के साथ अपनी बॉडी को नोटिस करते रहें। क्या खाने पर आपकी बॉडी किस तरह रिएक्ट कर रही है। साथ ही, आपके पीरियड्स नियमित है या नहीं। इसके अलावा, आपका एनर्जी लेवल या पाचन क्रिया कैसे रिएक्ट कर रही है। अगर आपको ज्यादा फर्क नजर आ रहा है, तो आपको फास्टिंग शेड्यूल और न्यूट्रिशन इंटेक पर ध्यान देना चाहिए।
एक्सपर्ट से सलाह लें- Expert Advice
इंटरमिटेंट फास्टिंग शुरू करने से पहले मेडिकल चेकअप जरूर करवाएं। साथ ही, अपने डॉक्टर की सलाह पर ही डाइट फॉलो करना शुरू करें। यह हार्मोन्स से जुड़ी समस्या है इसलिए कोई छोटी गलती भी आपकी सेहत को नुकसान कर सकती है। इसलिए किसी डायटिशियन या मेडिकल एक्सपर्ट की सलाह पर ही डाइट फॉलो करें। इसलिए आप उनकी वेट रेख में आसानी से वेट लॉस कर पाएंगे।
अपने लाइफस्टाइल पर ध्यान दें- Focus on Lifestyle
पीसीओडी में वेट कंट्रोल करने के लिए डाइट के साथ लाइफस्टाइल पर ध्यान देना भी जरूरी है। इंटरमिटेंट फास्टिंग करने के साथ लाइफस्टाइल में भी हेल्दी बदलाव अपनाएं। ऐसे में आपको स्ट्रेस मैनेजमेंट, हाइड्रेशन, मेडिकल चेकअप और पर्याप्त नींद लेने पर ध्यान देना होगा।