
तिल-गुड़ के लड्डू सर्दियों की एक लोकप्रिय और पारंपरिक मिठाई हैं, जिन्हें खासतौर पर मकर संक्रांति जैसे त्योहारों पर खाया जाता है। तिल (Sesame seeds) और गुड़ (Jaggery) से बने ये लड्डू न सिर्फ स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि शरीर को गर्म रखने और मीठे की क्रेविंग को शांत करने में भी मदद करते हैं। तिल-गुड़ के लड्डू मैग्नीशियम, कैल्शियम, जिंक और आयरन भरपूर मात्रा में होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत रखते हैं, इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं और सर्दियों की थकान को कम करते हैं, लेकिन क्या इन्हें भोजन के बाद खाना सही आदत है? क्या तिल-गुड़ के लड्डू रोज खा सकते हैं? ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब आगे जानेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Dr. A. Swetha, MSC RD, Registered Dietitian, Deputy Chief Dietitian Of Yashoda Hospitals, Hyderabad से बात की।
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सर्दियों में तिल-गुड़ के लड्डू खाने के फायदे- Benefits Of Eating Til Gud Laddu
रोज भोजन के बाद तिल-गुड़ के लड्डू खा सकते हैं?- Can You Eat Til Gud Laddu Daily After Meals
रोज तिल-गुड़ के लड्डू खा सकते हैं?- Can You Consume Til Gud Laddu Daily
तिल-गुड़ के लड्डू कितनी मात्रा और कितनी बार खाएं?- How Much And How Many Til Gud Laddu To Consume

सर्दियों में तिल-गुड़ के लड्डू खाने के फायदे- Benefits Of Eating Til Gud Laddu
- तिल में हेल्दी फैट्स पाए जाते हैं, खासकर ओमेगा 3 फैटी एसिड्स, जो शरीर को लंबे समय तक एनर्जी देते हैं और ठंड से बचाने में मदद करते हैं।
- वहीं गुड़ एक अनरिफाइंड शुगर है, जो आयरन से भरपूर होता है और एनीमिया से लड़ने में मदद करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर से विषैले तत्वों को निकालने और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद करते हैं।
- Dietitian Dr. A. Swetha ने बताया कि आयुर्वेद के अनुसार, तिल–गुड़ का संयोजन कफ दोष को संतुलित करता है, शरीर में गर्मी (उष्ण गुण) बढ़ाता है और सर्दियों में बढ़ने वाली सांस से जुड़े समस्याओं को कम करने में मदद करता है, खासकर जब प्रदूषण ज्यादा हो।
- भोजन के बाद तिल-गुड़ के लड्डू खाने से पाचन में मदद मिल सकती है। तिल में मौजूद फाइबर, गैस और ब्लोटिंग को कम करता है, जबकि गुड़ डाइजेस्टिव एंजाइम्स को एक्टिव करता है। इससे बाद में ज्यादा मीठा खाने की इच्छा भी कम हो सकती है।
रोज भोजन के बाद तिल-गुड़ के लड्डू खा सकते हैं?- Can You Eat Til Gud Laddu Daily After Meals

Dietitian Dr. A. Swetha ने बताया कि रोज भोजन के बाद तिल-गुड़ के लड्डू का सेवन नहीं करना चाहिए। यह सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। तिल-गुड़ के लड्डू में कैलोरी ज्यादा होती है। एक छोटे लड्डू में करीब 150 से 200 कैलोरी हो सकती हैं। इनमें शुगर और तेल की मात्रा भी ज्यादा होती है, जिसे रोज खाने पर वजन बढ़ना, एसिडिटी या ब्लड शुगर बढ़ने का खतरा रहता है। खासकर डायबिटीज, जीआईआरडी या कम फिजिकल एक्टिविटी करने वालों में भोजन के बाद इन्हें खाने से पेट भारी लग सकता है।
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रोज तिल-गुड़ के लड्डू खा सकते हैं?- Can You Consume Til Gud Laddu Daily
Dietitian Dr. A. Swetha ने बताया कि रोजाना तिल-गुड़ के लड्डू खाना अच्छी आदत नहीं है। इसे रोज की मिठाई नहीं, बल्कि किसी खास मौके पर खाने वाला विंटर सुपरफूड समझें। लड्डू का ज्यादा सेवन करने से मोटापा, दांतों की समस्या और ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ने का खतरा हो सकता है।
तिल-गुड़ के लड्डू कितनी मात्रा और कितनी बार खाएं?- How Much And How Many Til Gud Laddu To Consume
- हफ्ते में दो से तीन बार तिल-गुड़ के लड्डू खा सकते हैं।
- एक से दो छोटे लड्डू (20–30 ग्राम) खाएं।
- इसे मिड-मार्निंग या ईवनिंग स्नैक्स के तौर पर खाएं न कि डिनर के बाद।
- बेहतर पाचन के लिए तिल-गुड़ के लड्डू को ग्रीन टी या गुनगुने पानी के साथ लें।
- डायबिटीज के मरीज, मोटापे से जूझ रहे लोग या नट एलर्जी वाले लोग तिल-गुड़ के लड्डू खाने के बजाय घर पर बने कम गुड़ वाले लड्डू चुनें।
निष्कर्ष:
सर्दियों में तिल-गुड़ के लड्डू को समझदारी से खाया जाए तो सेहत को सपोर्ट करता है। संतुलित डाइट, सब्जियां, प्रोटीन और नियमित एक्सरसाइज को प्राथमिकता दें। अपनी सेहत के अनुसार सही सलाह के लिए डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।
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FAQ
तिल कब नहीं खाना चाहिए?
जिन लोगों को एसिडिटी, पेट में जलन, बार-बार मुंह में छाले, एलर्जी या तेज बुखार की समस्या हो, उन्हें तिल नहीं खाना चाहिए। डायबिटीज, मोटापा या पाचन कमजोर होने पर भी इसका ज्यादा सेवन करने से बचें।तिल और गुड़ कब खाना चाहिए?
तिल और गुड़ सर्दियों में सुबह या दोपहर के समय खाना सबसे बेहतर होता है। इसे खाली पेट ज्यादा मात्रा में न लें। वर्कआउट के बाद या हल्की भूख में खाना फायदेमंद रहता है।तिल गर्म होता है या ठंडा?
आयुर्वेद के अनुसार तिल की तासीर गर्म होती है। यह शरीर में गर्मी बढ़ाता है, ब्लड सर्कुलेशन सुधारता है और ठंड में एनर्जी देता है, इसलिए गर्मियों में इसका सीमित सेवन ही करें।
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Dec 29, 2025 19:00 IST
Published By : Yashaswi Mathur
