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एक दिन में कितनी बार पाद आना सामान्य है और कब है चिंता की बात? जानें डॉक्टर से

How Many Fart Is Normal Per Day: गैस पास करना या पेट में गैस बनना एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है। इसे फार्टिंग और पाद भी बोला जाता है। यहां जानिए, एक दिन में कितनी बार पाद आना सामान्य है?
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एक दिन में कितनी बार पाद आना सामान्य है और कब है चिंता की बात? जानें डॉक्टर से


How Many Fart Is Normal Per Day: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपनी सेहत का ख्याल नहीं रख पा रहे हैं। खराब खानपान और अनियमित लाइफस्टाइल के कारण पेट से जुड़ी समस्याएं आम हो गई हैं। खासकर गैस, अपच, कब्ज और एसिडिटी जैसी परेशानियां लोगों को आए दिन झेलनी पड़ती हैं। इनमें से एक सामान्य लेकिन अक्सर मजाक का कारण बनने वाली चीज है- पाद आना या गैस पास करना। गैस बनना और पास करना पूरी तरह से नेचुरल प्रोसेस है, लेकिन लोग इसे मजाक का विषय बना लेते हैं। कई बार लोग शर्मिंदगी महसूस करने लगते हैं, जिससे वे इस समस्या को दूसरों के साथ साझा भी नहीं कर पाते और सही समय पर इलाज नहीं करवा पाते। वास्तव में, पाचन तंत्र का सही से काम करना इस बात पर निर्भर करता है कि हमारा खानपान कैसा है और हम कितनी फिजिकल एक्टिविटी बनाए रखते हैं। इस लेख में पुणे, बानेर के जुपिटर हॉस्पिटल के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी विभाग के कंसल्टेंट डॉ. मृण्मय पांडा (Dr. Mrunmaya Panda, Consultant, Gastroenterology, Jupiter Hospital, Baner, Pune) से जानिए, एक दिन में कितनी बार पाद आना सामान्य है?

एक दिन में कितनी बार पाद आना सामान्य है? - How many fart is normal per day

डॉ. मृण्मय पांडा बताते हैं कि गैस पास करना या पेट में गैस बनना एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है। इसे "फार्टिंग", "पाद आना", "हवा छोड़ना" या मेडिकल भाषा में "फ्लैटुलेंस" भी कहा जाता है, जो हमारी पाचन क्रिया का हिस्सा है। हालांकि यह सामान्य है, फिर भी इस विषय पर मजाक बनते रहते हैं, खासकर तब जब अचानक पेट में से आवाजें आनी लगती हैं। विभिन्न लोग अलग-अलग मात्रा में गैस पास करते हैं, लेकिन सामान्य तौर पर एक व्यक्ति दिन में 14 से 23 बार गैस पास करता है। यह प्रक्रिया आमतौर पर किसी विशेष ध्यान या परेशानी का कारण नहीं बनती। आपके पाचन स्वास्थ्य, आंतों में मौजूद बैक्टीरिया और आहार के आधार पर यह संख्या कम या ज्यादा हो सकती है।

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जबकि गैस पास करना सामान्य है, कुछ मामलों में ज्यादा गैस या इसके साथ होने वाली असुविधा एक गंभीर स्थिति को संकेत दे सकती है। अगर आपको अक्सर अत्यधिक गैस (How much gas is normal per day) की समस्या होती है, या इसके साथ पेट में दर्द या अन्य असुविधा होती है, तो आपको डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

How many fart is normal per day

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गैस बनने के प्रमुख कारण - What Are The Reasons For Gas Formation

  • गैस बनने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें खानपान, पाचन तंत्र की गति, आंतों में मौजूद बैक्टीरिया और उम्र भी शामिल हैं।
  • जब हम खाते, पीते, हंसते, या यहां तक कि बात करते हैं, तो हवा भी निगलते हैं। यह हवा पेट में जाकर गैस का रूप ले सकती है। तनाव में रहने वाले लोग, जल्दी-जल्दी खाने वाले या स्ट्रॉ से पानी पीने वाले लोग ज्यादा हवा निगलते हैं, जिससे पेट में सूजन और गैस बनने लगती है।
  • कुछ फूड्स पाचन तंत्र में ज्यादा गैस पैदा कर सकते हैं। हाई-फाइबर वाले फूड्स, जैसे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और बीन्स अधिक गैस का कारण बन सकते हैं। हालांकि, फाइबर सेहत के लिए अच्छा होता है, लेकिन अचानक से इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से गैस की समस्या बढ़ सकती है।
  • अगर आंतें भोजन को धीरे-धीरे पचाती हैं, तो यह गैस बढ़ने का कारण बन सकता है। जब भोजन ज्यादा समय तक पेट और आंतों में रुका रहता है, तो वहां गैस बनाने वाले बैक्टीरिया की संख्या बढ़ने लगती है, जिससे ब्लोटिंग, पेट दर्द और गैस की समस्या हो सकती है।
  • जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, शरीर की मेटाबॉलिज्म दर (पाचन क्रिया की गति) कम होने लगती है और भोजन को प्रोसेस करने में ज्यादा समय लगता है। इस वजह से पेट में गैस बनने की संभावना भी बढ़ जाती है।

कब डॉक्टर से संपर्क करें?

हालांकि गैस का बनना सामान्य है, फिर भी कुछ स्थितियों में आपको डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। यदि आपको निम्नलिखित लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो यह गैस के अलावा किसी अन्य समस्या का संकेत हो सकता है-

  • अत्यधिक गैस बनना
  • पेट में दर्द या ऐंठन
  • दस्त या कब्ज में बदलाव
  • गैस के साथ असुविधा

यदि आपको इनमें से कोई भी समस्या महसूस होती है, तो एक छोटा आंतों का बायोप्सी टेस्ट या हाइड्रोजन श्वास परीक्षण (Hydrogen breath test) किया जा सकता है। यह लैक्टोज असहिष्णुता (Lactose intolerance) और FODMAPs जैसे शॉर्ट-चेन कार्बोहाइड्रेट्स के असहिष्णुता का पता लगाने में मदद करता है।

निष्कर्ष

गैस पास करना एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन अगर यह ज्यादा हो रहा है या इसके साथ पेट दर्द, ब्लोटिंग या कब्ज जैसी समस्याएं हैं, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। खानपान और लाइफस्टाइल में छोटे-छोटे बदलाव करके इस समस्या से बचा जा सकता है।
अगर आप लगातार ज्यादा गैस, पेट दर्द, या अन्य पाचन समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो बिना देरी किए गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट से परामर्श लें।

All Images Credit- Freepik

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