वर्तमान समय में बिगड़ी लाइफस्टाइल और खानपान का असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है, जिसके कारण हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों के मामलों में भी बढ़ोतर हो रही है। कई बार गंभीर बीमारी की शुरुआत होने से पहले ही शरीर में कुछ लक्षण दिखने लगते हैं, जिनकी सही समय पर पहचान करके उचित इलाज से समस्या को गंभीर होने से पहले रोका जा सकता है। जैसे कि पेशाब आना हमारे शरीर की एक सामान्य प्रक्रिया है जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है। लेकिन कुछ बीमारियों में पेशाब ज्यादा या कम आने लगती है। ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि एक दिन में कितनी बार पेशाब आना सामान्य माना जाता है? इस लेख में हम कैलाश हॉस्पिटल के डॉक्टर संजय महाजन से जानेंगे कि एक दिन में कितनी बार पेशाब जाना सामान्य है और अगर इसमें कोई असामान्यता हो तो क्या कारण हो सकते हैं।
डॉक्टर ने बताया कि एक दिन में 6 से 8 बार पेशाब आना सामान्य माना जाता है, लेकिन यह संख्या व्यक्ति की लाइफस्टाइल, डाइट और स्वास्थ्य पर निर्भर करती है। अगर आपको पेशाब की संख्या में कोई भी असामान्यता महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें। आमतौर पर एक स्वस्थ व्यक्ति को दिन में 6 से 8 बार पेशाब आनी चाहिए। लेकिन यह संख्या नीचे दिए गए कारकों के आधार पर अलग-अलग हो सकती है।
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पेशाब की फ्रीक्वेंसी पर निर्भर करने वाले कारक
1. जो व्यक्ति ज्यादा पानी पीते हैं, उन्हें दिनभर में कई बार पेशाब आ सकती है। वहीं, जो व्यक्ति दिनभर में कम पानी पीते हैं, उन्हें पेशाब कम आ सकती है।
2. खाने में ज्यादा लिक्विड फूड्स का सेवन करने से पेशाब ज्यादा आ सकती है।
3. कई ऐसी बीमारियां होती हैं, जिनकी दवाओं का सेवन पेशाब की फ्रीक्वेंसी (आवृत्ति) को बढ़ा सकता है।
4. अगर आप ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी करते हैं, तो शरीर से पसीने के माध्यम से पानी बाहर निकल सकता है, जिससे पेशाब की फ्रीक्वेंसी कम हो सकती है।
पेशाब ज्यादा आने के कारण
1. UTI की स्थिति में भी पेशाब की फ्रीक्वेंसी बढ़ जाती है और पेशाब करते समय जलन महसूस हो सकती है।
2. डायबिटीज भी पेशाब ज्यादा आने का कारण बन सकता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि शरीर एक्स्ट्रा शुगर को पेशाब के माध्यम से बाहर निकालने की कोशिश करता है।
3. पुरुषों में प्रोस्टेट की समस्या भी पेशाब की फ्रीक्वेंसी को बढ़ा सकती है।
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पेशाब कम आने के कारण
1. किडनी की समस्याओं के कारण भी पेशाब की संख्या कम हो सकती है, इसके लिए आप डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं और उचित इलाज फॉलो कर सकते हैं।
2. हार्ट से जुड़ी बीमारियों का भी पेशाब की फ्रीक्वेंसी पर असर हो सकता है।
निष्कर्ष
पेशाब आना शरीर की एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन इसमें किसी भी प्रकार की असामान्यता को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। अगर आपको पेशाब की संख्या में कोई भी असामान्यता महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें। हेल्दी लाइफस्टाइल और रूटीन चेकअप के माध्यम से आप इस समस्या से बच सकते हैं।
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