
प्रोस्टेट अखरोट के आकार की ग्रंथि है जो केवल पुरुषों में पाई जाती है। ये ब्लैडर के निचले हिस्से में मौजूद होती है। ये ग्रंथि वैसे तो जीवनभर बढ़ती रहती है। लेकिन ज्यादा बढ़ जाने के कारण मूत्रमार्ग पर दबाव बनता है। इससे पेशाब की धरा में रुकावट पैदा हो जाती है। प्रोस्टेट का असामान्य रूप से बढ़ना ठीक नहीं है। ये एक तरह की बीमारी है जिसे बिनाइन प्रोस्टेटिक हाइपरप्लेसिया (BPH) के नाम से जाना जाता है। प्रोस्टेट का आकार बढ़ने से यूरिन पास करने में भी तकलीफ हो सकती है। इसके अलावा मूत्राशय, मूत्रमार्ग और किडनी आदि में समस्याएं बढ़ने लगती हैं। प्रोस्टेट बढ़ने की समस्या का निदान थेरेपी, सर्जरी और दवाओं से किया जाता है। लेकिन कुछ आदतों से बचकर आप प्रोस्टेट ग्लैंड को बढ़ने से रोक सकते हैं। इस लेख में हम ऐसी 5 आदतों के बारे में बात करेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ में डॉ राम मनोहर लोहिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के असिसटेंट प्रोफेसर और यूरोलॉजिस्ट डॉ संजीत कुमार सिंह से बात की।
1. फैट युक्त चीजों से परहेज करें
प्रोस्टेट बढ़ने की समस्या से बचने के लिए जंक फूड के सेवन से बचें। अमेरिकन इंस्ट्यूट ऑफ कैंसर की मानें, तो प्रोस्टेट ग्लैंड बढ़ने से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा बढ़ता है। इसका एक कारण एनीमल फैट के रूप में मीट या मांस का ज्यादा सेवन भी हो सकता है। दिनभर में 35 ग्राम से ज्यादा एनीमल फैट का सेवन करने से बचना चाहिए।डेयरी उत्पादों के सेवन से भी बचना चाहिए। डेयरी उत्पादों का सेवन करने से भी प्रोस्टेट ग्लैंड बढ़ता है।
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2. तनाव से बचें
कई स्टडी में ऐसा पाया गया है कि जो पुरुष ज्यादा तनाव लेते हैं उनमें प्रोस्टेट बढ़ने के लक्षण जल्दी और ज्यादा नजर आने लगते हैं। जो लोग तनाव ज्यादा लेते हैं उनमें एड्रेनालाईन हार्मोन की मात्रा बढ़ जाती है जिसका बुरा असर यूरेथ्रा की आसपास वाली मसल्स पर पड़ सकता है। प्रोस्टेट बढ़ने की समस्या से जूझ रहे हैं, तो तनाव कम करने के उपाय अपनाएं। जैसे मेडिटेशन या योगा करें।
3. हाई बीपी से बचें
प्रोस्टेट को नियंत्रित करने के लिए हाई बीपी के लक्षणों से भी बचना चाहिए। डॉक्टर्स ये मानते हैं कि प्रोस्टेट बढ़ने और हाई बीपी में गहरा नाता है। हाई बीपी के कारण शरीर का रक्त संचार प्रभावित होता है और प्रोस्टेट ग्रंथि को कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है। हाई बीपी को कंट्रोल करने के लिए शरीर को एक्टिव रखें और हेल्दी डाइट का पालन करें।
4. चीनी से परहेज करें
शुगर का सेवन सेहत के लिए हानिकारक होता है। प्रोस्टेट बढ़ा हुआ है, तो चीनी या मीठी चीजों का सेवन न करें। मीठी चीजों का सेवन करने से शरीर में इंफ्लेमेशन बढ़ जाता है। इंफ्लेमेशन बढ़ने से प्रोस्टेट ग्लैंड को सामान्य करना मुश्किल हो जाता है। कुछ लोग मीठा नहीं खाते लेकिन दिनभर में कई बार चाय या कॉफी के जरिए, चीनी उनकी डाइट में शामिल हो जाती है। आपको बता दें कि आर्टिफिशियल स्वीटनर हो या शुद्ध गुड़, चीनी के विकल्प भी शुगर लेवल बढ़ा देते हैं इसलिए इनसे परहेज करें।
5. कसरत न करने की गलती
कसरत करने से प्रोस्टेट ग्लैंड को स्वस्थ्य रख सकते हैं। इसे नजरअंदाज करने की गलती न करें। 30 मिनट के लिए एरोबिक्स कसरत करें। जैसे तेज चलना या साइकिल चलाना आदि। स्ट्रेंथ ट्रेनिंग को भी रूटीन में शामिल कर सकते हैं। जिम जाकर भी वर्कआउट कर सकते हैं। कसरत के फायदे, प्रोस्टेट ग्लैंड तक भी पहुंंचते हैं और प्रोस्टेट का बढ़ा हुआ साइज, सामान्य हो सकता है।
स्वस्थ्य जीवनशैली के साथ प्रोस्टेट बढ़ने की समस्या से बाहर निकल सकते हैं। पेशाब में खून आना या पेशाब बंद होना गंभीर लक्षण हैं। इन लक्षणों के नजर आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।