आजकल लोग लंबे समय तक एक जगह बैठकर काम करते हैं, फास्ट फूड और प्रोसेस्ड फूड का ज्यादा सेवन करते हैं, कम नींद लेते हैं और स्ट्रेस लेवल भी बढ़ता जा रहा है। ये सभी फैक्टर्स हाई ब्लड प्रेशर को बढ़ाने और किडनी को डैमेज करने में बड़ी भूमिका निभाते हैं। अगर समय रहते सही खानपान, एक्सरसाइज और हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाया जाए, तो इन समस्याओं से बचा जा सकता है। इस लेख में फरीदाबाद स्थित अमृता हॉस्पिटल के नेफ्रोलॉजी के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. कुणाल राज गांधी (Dr. Kunal Gandhi, Senior Consultant, Nephrology) से जानेंगे कि ब्लड प्रेशर और किडनी के बीच क्या संबंध है, हाई बीपी से किडनी पर क्या असर पड़ता है और इसे कंट्रोल करने के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
ब्लड प्रेशर और किडनी के बीच संबंध - How Is Blood Pressure Related To Kidneys
किडनी का मुख्य कार्य शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों और अतिरिक्त पानी को फिल्टर करके पेशाब के माध्यम से बाहर निकालना है। जब ब्लड प्रेशर बढ़ता है, तो इससे किडनी की ब्लड वेसेल्स (रक्त वाहिकाएं) संकुचित हो जाती हैं, जिससे किडनी को पर्याप्त ब्लड सप्लाई नहीं मिल पाती। इससे किडनी फिल्टर्स पर बुरा असर पड़ता है और किडनी धीरे-धीरे डैमेज होने लगती है। इसके विपरीत, जब किडनी सही से काम नहीं करती, तो शरीर में फ्लूइड और सोडियम जमा होने लगता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है।
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ब्लड प्रेशर बढ़ने से किडनी पर क्या असर पड़ता है? - How Is High Blood Pressure Related To Kidneys
अगर ब्लड प्रेशर लंबे समय तक हाई बना रहता है, तो यह किडनी फेलियर (Kidney Failure) का कारण बन सकता है। दरअसल, हाई ब्लड प्रेशर के कारण किडनी में मौजूद रक्त वाहिकाएं (Blood Vessels) संकुचित और कठोर हो जाती हैं। इससे किडनी में ब्लड फ्लो कम हो जाता है और उसका कार्यक्षमता प्रभावित होती है। साथ ही जब किडनी को पर्याप्त ब्लड नहीं मिलता, तो वह शरीर से टॉक्सिन्स और अतिरिक्त पानी को बाहर नहीं निकाल पाती। इससे क्रिएटिनिन, यूरिया और अन्य वेस्ट प्रोडक्ट्स बढ़ जाते हैं, जो आगे चलकर किडनी फेलियर का कारण बन सकते हैं।
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1. प्रोटीन यूरिन में आ सकता है
हाई बीपी से ग्लोमेरुल डैमेज हो सकते हैं, जिससे यूरिन में प्रोटीन लीक होने लगता है। इसे प्रोटीन यूरिया कहा जाता है, जो किडनी डैमेज का एक प्रमुख संकेत है।
2. क्रॉनिक किडनी डिजीज
अगर हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल नहीं किया गया, तो यह क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD) में बदल सकता है, जहां किडनी धीरे-धीरे काम करना बंद कर देती है। ऐसी स्थिति में मरीज को डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ सकती है।
ब्लड प्रेशर और किडनी को हेल्दी रखने के उपाय
- नमक का सेवन कम करें।
- रोजाना 30 मिनट एक्सरसाइज करें।
- तनाव कम करें और पर्याप्त नींद लें।
- नियमित रूप से ब्लड प्रेशर मॉनिटर करें।
- प्रोसेस्ड फूड, जंक फूड, ज्यादा तली-भुनी चीजों से बचें।
- हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज और कम फैट वाला दूध लें।
- शराब और सिगरेट ब्लड प्रेशर बढ़ाने के साथ-साथ किडनी को भी नुकसान पहुंचाते हैं। इसका सेवन बंद करें।
अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर है, तो हर 6 महीने में किडनी फंक्शन टेस्ट (KFT), यूरिन टेस्ट और क्रिएटिनिन टेस्ट जरूर कराएं। मोटापा हाई ब्लड प्रेशर और किडनी की बीमारी का बड़ा कारण बन सकता है। इसलिए, वजन को संतुलित रखना बहुत जरूरी है।
निष्कर्ष
हाई ब्लड प्रेशर और किडनी की सेहत एक-दूसरे पर गहरा प्रभाव डालते हैं। अगर ब्लड प्रेशर लंबे समय तक हाई रहता है, तो यह किडनी फेलियर का कारण बन सकता है। वहीं, अगर किडनी सही से काम नहीं कर रही है, तो ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है। इसलिए, ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखना और किडनी की समय-समय पर जांच कराना बहुत जरूरी है। हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर और सही खान-पान से इन दोनों बीमारियों से बचा जा सकता है।
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