How Endometriosis Affects Reproductive Health in Hindi: प्रत्येक महिला के लिए, अपने प्रजनन स्वास्थ्य को समझना प्रजनन देखभाल के लिए महत्वपूर्ण है। समय के साथ, महिलाएं अपने प्रजनन स्वास्थ्य के बारे में अधिक जागरूक हो रही हैं। एक महत्वपूर्ण प्रजनन संबंधी स्थिति, एंडोमेट्रियोसिस, भारत में लगभग 43 मिलियन महिलाओं को प्रभावित करती है। एंडोमेट्रियोसिस (endometriosis) के कारण न सिर्फ महिलाओं के पीरियड्स प्रभावित होता है, बल्कि ये आपके सेहत पर और भी कई नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित महिलाओं को कंसीव करने में कई समस्याओं का सामना (Is it hard to get pregnant with endometriosis) करना पड़ता है। ऐसे में आइए डॉ. दीपिका मिश्रा, कंसलटेंट, बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ, से जानते हैं कि एंडोमेट्रियोसिस आपके प्रजनन स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करता है।
एंडोमेट्रियोसिस प्रजनन क्षमता को कैसे प्रभावित करता है? - How Does Endometriosis Affect Fertility in Hindi?
डॉ दीपिका मिश्रा के अनुसार, "एंडोमेट्रियोसिस एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें महिलाओं के गर्भाशय की इनर लेयर (एंडोमेट्रियम) का टिशू गर्भाशय के बाहर बढ़ने लगता है। यह टिशू अंडाशय, फैलोपियन ट्यूब्स, और पेल्विक अंगों के आसपास भी विकसित हो सकते है। एंडोमेट्रियोसिस न सिर्फ आपके पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं को गंभीर बनाता है, बल्कि ये प्रजनन क्षमता यानी फर्टिलिटी (infertility and endometriosis) पर भी गहरा प्रभाव डालता है।"
1. अंडाशय और फैलोपियन ट्यूब्स को डैमेज करना
जब एंडोमेट्रियल टिशू आपके अंडाशय या फैलोपियन ट्यूब के आसपास बढ़ते हैं तो यह सूजन का कारण बन सकता है। इससे अंडाणु के अंडाशय से निकलने और फैलोपियन ट्यूब्स से होकर गर्भाशय तक पहुंचने में समस्या आती है, जिससे महिलाओं को कंसीव करने में मुश्किल का सामना करना पड़ता है।
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2. सूजन और स्कार टिशू का निर्माण
एंडोमेट्रियोसिस पेल्विक एरिया में सूजन का कारण बनता है, जिससे निशान टिशू (scar tissue) बन सकता है। यह स्कार टिशू अंडे और स्पर्म को आपस में मिलने से रोकते हैं, जिससे फर्टिलाइजेशन (fertilization) प्रक्रिया पर प्रभाव पड़ता है।
3. हार्मोनल असंतुलन
एंडोमेट्रियोसिस आपको शरीर में हार्मोनल संतुलन को भी प्रभावित कर सकता है। यह अंडे के विकास और गुणवत्ता दोनों को प्रभावित करता है, जिससे अंडे की गुणवत्ता में गिरावट आ सकती है और कंसीव करने की संभावना कम हो जाती है।
4. इम्प्लांटेशन में समस्या
भले ही अंडाणु का फर्टिलाइजेशन हो जाए, लेकिन एंडोमेट्रियोसिस भ्रूण के गर्भाशय में चिपकने (implantation) की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है। इंफ्लेमेशन और स्कार टिशू के कारण भ्रूण सही तरीके से ग्रो नहीं कर पाता है और महिलाओं में मिसकैरेज का जोखिम बढ़ जाता है।
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5. इम्यून सिस्टम में बदलाव
एंडोमेट्रियोसिस के कारण महिलाओं का इम्यून सिस्टम भी प्रभावित हो सकता है, जिसके कारण आपका शरीर भ्रूण को स्वीकार करने से मना कर देता है और कंसीव करने में मुश्किल हो सकती है।
क्या एंडोमेट्रियोसिस का इलाज संभव है? - Is Endometriosis Curable in Hindi?
भले ही एंडोमेट्रियोसिस आपके प्रजनन क्षमता पर प्रभाव डाल सकता है, लेकिन यह असंभव नहीं है कि आप एंडोमेट्रियोसिस की समस्या के साथ कंसीव न कर सकें। एंडोमेट्रियोसिस की समस्या में सर्जरी की मदद से एंडोमेट्रियल टिशू और निशान ऊतक को हटा दिया जा सकता है, जिससे कंसीव करने की संभावना बढ़ जाती है। इतना ही नहीं, कुछ हार्मोनल दवाओं के जरिए भी एंडोमेट्रियोसिस के कारण होने वाली सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है, जिससे अंडाशय सही तरह से काम कर पाता है। साथ ही, इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) भी इस समस्या के साथ कंसीव करने के लिए एक प्रभावी विकल्प हो सकता है, खासकर जब अन्य उपाय फेल हो जाएं।
निष्कर्ष
एंडोमेट्रियोसिस प्रजनन क्षमता पर गहरा प्रभाव डाल सकता है, लेकिन सही इलाज और डॉक्टर की सलाह फॉलो करके महिलाएं अपने कंसीव करने की संभावना को बढ़ा सकती हैं।
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