Malaria Cases in Delhi: एक तरफ जुलाई के महीने में बारिश ने दिल्लीवालों को राहत दी तो दूसरी तरफ जगह-जगह जलभराव ने लोगों को परेशान कर दिया। बारिश के कारण शहर के कई इलाकों में लंबे समय तक पानी जमा ही रहा है, जिससे मच्छरों की तादाद में बढ़ोतरी हो रही हैं। MCD की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में जुलाई के महीने में 124 मामले दर्ज किए गए, जो पिछले 10 सालों में सबसे ज्यादा है। अगर आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले साल इसी महीने में मलेरिया के मामलों की संख्या 106 थी। साल 2023 में 25 और 2021 में 15 थे। MCD की रिपोर्ट के अनुसार, सिर्फ जुलाई के आखिरी हफ्ते में 9,117 नए मच्छर प्रजनन स्थान मिले हैं, जिनमें लार्वा मौजूद था।
मलेरिया बढ़ने के कारण - Causes of Malaria Disease in Hindi
दरअसल, मानसून का जमा पानी मच्छरों के लार्वा के पनपने का सबसे बढ़िया जरिया है। अगर पानी 7 से 10 दिनों तक खड़ा है, तो उसमें मच्छरों के अंडे तेजी से बढ़ते हैं। यही कारण है कि बारिश के बाद मलेरिया और डेंगू के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी होती है। इस बारे में दिल्ली के फिजिशियन और सरकारी मेडिकल ऑफिसर डॉ. पी के जैन कहते हैं, “दरअसल, मच्छर कुछ कीटनाशकों (insecticides) के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता बना चुके हैं, जिसकी वजह से मच्छरों पर कुछ कीटनाशक असरदार नहीं होते। अगर देखा जाए तो लोगों में जागरुकता है, इसके बावजूद वे लापरवाही के चलते अपने घरों के आसपास जमा पानी को साफ नहीं करते। घरों में मौजूद गमले, कूलर और कबाड़ को साफ न करने के कारण बारिश के दिनों में इनमें पानी जमा हो जाता है। इससे मच्छरों को पनपने की जगह मिल जाती है। इसके अलावा, शहरों में ड्रेनेज सिस्टम और कूड़े को सही तरीके से मैनेज न करने से भी मलेरिया और डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है।”
इस बारे में विस्तार से बात करते हुए फैमिली फिजिशियन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और जनरल फिजिशियन डॉ. रमन कुमार कहते हैं, “जब तक इन प्रजनन स्थलों को खत्म नहीं किया जाएगा, तब तक मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों पर नियंत्रण पाना मुश्किल होगा। इसके साथ मैं यह भी कहना चाहूंगा कि मलेरिया जैसी बीमारियों से बचने के लिए इसके लक्षणों पर भी ध्यान देना जरूरी है। अगर समय रहते मलेरिया, डेंगू का इलाज हो जाए, तो मरीज की जान बच सकती है।”
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मलेरिया के लक्षण - Symptoms of Malaria in Hindi
- तेज बुखार
- ठंड लगना और कंपकंपी
- बुखार कम होने पर पसीना आना
- उल्टी और दस्त
- सिरदर्द और बदन दर्द
- बहुत ज्यादा थकान महसूस करना
मलेरिया के रोकने के उपाय - Prevention of Malaria in Hindi
- घर के अंदर और बाहर पानी जमा न होने दें।
- पानी की टंकी को ढककर रखें।
- कूलर के पानी को बदलते रहे।
- पूरे कपड़े पहनकर बाहर निकलें।
- मच्छर भगाने वाली क्रीम (mosquito repellent) और मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
- अगर घर के आसपास तालाब है, तो गंबूजिया मच्छलियों को डाल दें। ये मच्छरों के अंडे खा जाती है।
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मलेरिया की रिकवरी के लिए अपनाएं ये टिप्स - Tips of Malaria Recovery in Hindi
दिल्ली के अपोलो स्पैक्ट्रा अस्पताल के इंटरनल मेडिसन विभाग की सीनियर कंस्लटेंट डॉ. शुभ्रा गुप्ता ने कहा कि अगर मलेरिया हो जाए, तो डॉक्टर की सलाह पर नियमित रुप से दवाइयां लें और मलेरिया से रिकवरी के लिए खास टिप्स पर भी ध्यान दें।
- मरीज को पूरी तरह से आराम करने दें।
- ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं।
- छाछ, नारियल पानी और ताजा जूस पिएं।
- हल्का भोजन लें।
- मरीज एक साथ खाने की बजाय हर 2 से 3 घंटे बाद थोड़ा-थोड़ा खाते रहें।
- काम पर जाने की जल्दबाजी न करें।
- अगर शरीर में ज्यादा दर्द हो, तो डॉक्टर की सलाह पर ही दवाई लें।
- मिर्ची या मसालेदार, डिब्बाबंद भोजन से बचें।
तो उम्मीद है कि मलेरिया के आंकड़ों को बढ़ने से रोकने के लिए इसके लक्षणों पर ध्यान दें और साथ ही रोकथाम के उपायों को भी अपनाएं। मलेरिया के केस रोकने के लिए इस लेख को लोगों के साथ शेयर करें ताकि मलेरिया से जुड़ी जानकारी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे।