नाश्ते में आप पराठे और पोहा खा कर बोर हो गए हैं तो आपको कुछ पारंपरिक इंडियन नाश्ता (Healthy Indian Breakfast) ट्राई करना चाहिए। ऐसा ही एक भारतीय पारंपरिक नाश्ता है मूंग दाल का चीला (moong dal chilla)। दरअसल, मूंग दाल से बनने वाली ऐसी चीजों की खास बात ये होती कि इसमें प्रोटीन के साथ फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है। इसलिए ये पेट को लंबे समय तक भरा रखते हैं साथ ही मेटाबोलिज्म को तेज करने में मदद करते हैं। इसके अलावा ये चीला पेट के लिए भारी भी नहीं होता और इससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में कैलोरी भी मिल जाती है। मूंग दाल के चीले को आप अपने घऱ के बच्चे और बूढ़ों, दोनों को खिला सकते हैं और ये सभी के लिए फायदेमंद है। तो, आइए जानते हैं मूंग दाले के चीले की रेसिपी और इसे खाने के स्वास्थ्य लाभ।
मूंग दाल के चीले की रेसिपी- Moong dal chilla recipe
मूंग दाल चीला बनाने के लिए आपको चाहिए
- -250 ग्राम मूंग दाल जिसे आपको एक घंटे के लिए पानी में भिगो कर रखना है।
- 4-5 हरी मिर्च बारीक कटे हुए
- - एक छोटा चम्मच हिंग
- -1 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर
- -1 बारीक कटा हुआ प्याज
- -1 बारीक कटा हुआ टमाटर
- -तेल
- -नमक स्वादअनुसार
तैयारी:
- -भीगी हुई मूंग दाल को अच्छी तरह धोकर अतिरिक्त पानी निकाल लें।
- -मूंग दाल, हरी मिर्च, नमक, हल्दी और हिंग को ग्राइंडर में डालकर मुलायम पेस्ट बना लें। अगर आपको लगे कि पेस्ट गाढ़ा है तो इसे पतला कर लें।
- -बैटर को एक बड़े कंटेनर में डालें और अपनी तर्जनी पर थोड़ा सा बैटर लेकर इसे चखकर मसाले को चेक करें।
- - अब गैस ऑन करें और पैन को गैस पर रख दें।
- - एक बड़ा चम्मच तेल डालकर गरम होने दें।
- -फिर थोड़ा पानी छिड़कें। पानी छिड़कने के बाद तवे से दूर हट जाएं। इसे फिर से किचन टॉवल से पोंछ लें।
- -अब फिर से तवे पर एक टेबल स्पून तेल डाल कर गर्म करें और इस बार तवे पर दो बड़े चम्मच चीले का घोल डालें और इसे डोसा की तरह समान रूप से फैला दें।
- -जब एक तरफ से सिक जाए तो चीले की सतह पर थोड़ा सा तेल लगाकर सावधानी से दूसरी तरफ पलट दें।
- -जब दूसरी तरफ से पक जाए तो इसे सेकन्ड तक पकाएं और फिर एक प्लेट में निकाल लें।
- -अब इसे हरी धनिये की चटनी के साथ परोसें।
इसे भी पढ़ें: सर्दी जुकाम में बच्चों को क्या खिलाएं? जानें 6 फूड्स जिनसे जुकाम में मिल सकती है जल्द राहत
मूंग दाल का चीला खाने के फायदे-Moong dal chilla benefits
1. डायबिटीज में फायदेमंद
मूंग दाल लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला फूड होता है। नतीजतन, यह शरीर के इंसुलिन प्रोडक्शन को बढ़ावा देता है और ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। इसके अलावा ये फैट के स्तर को कम करने में मदद करता है और आपके टिशूज व सेल्स को अंदर से हेल्दी रखता है। इस तरह ये डायबिटीज में ब्लड प्रेशर की समस्या को दूर रखने और दिल की बीमारियों से बचाने में मदद करता है।
2. एसिडिटी नहीं होती
मूंग दाल ब्यूटायरेट नाम की एक शॉर्ट-चेन फैटी एसिड का उत्पादन करने में मदद करती है, जो आंतों की दीवारों को हेल्दी रखने के लिए जरूरी है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो गैस बनने से रोकते हैं। इसके अलावा इसमें फाइबर की भी अच्छी मात्रा होती है जो कि कब्ज की समस्या से बचाव में मददगार है। मूंग दास की एक खास बात ये भी है कि ये मेटाबोलिज्म को तेज रखता है और आसानी से पच जाता है। इसलिए इसे खाने के बाद एसिडिटी की समस्या नहीं होती।
इसे भी पढ़ें: गर्म तासीर वाले फल और सब्जियां कौन-से हैं? एक्सपर्ट से जानें सर्दियों में क्यों करना चाहिए इनका सेवन
3. वेट लॉस में मददगार
मूंग दाल कोलेसिस्टोकिनिन हार्मोन के कामकाज को बढ़ाने में मदद करती है। नतीजतन, यह आपको खाने के बाद भरा हुआ महसूस कराता है और चयापचय दर में सुधार करता है। इस तरह ये वेट लॉस करने वालों के लिए आसानी से मददगार है।
इन फायदों के अलावा मूंग दाल का चीला दिल के मरीज भी खा सकते हैं। इसमें पोटेशियम होता है जो कि ब्लड वेसेल्स को हेल्दी रखने में मददगार है। इससे ब्लड प्रेशर सही रहता है और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या नहीं होती है। साथ मूंग दाल में आयरन की मात्रा भी अच्छी खासी होती है जिसकी वजह से प्रेग्मेंसी में भी महिलाएं इसे आराम से खा सकती हैं।
Main image credit: Ask Your Diet
Inside image credit: freepik