
अगर आपको रात में पैर दर्द की समस्या बार-बार होती है, तो इसे सिर्फ थकान या कमजोरी समझने की गलती न करें। कई बार यह दर्द शरीर के अंदर छिपी गंभीर बीमारियों का संकेत भी हो सकता है। खासकर महिलाओं में, हार्मोनल बदलाव, ब्लड सर्कुलेशन की समस्या या मिनरल्स की कमी के कारण पैर में दर्द और सूजन जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। यह दर्द कभी-कभी रात में इतना बढ़ जाता है कि नींद भी पूरी नहीं हो पाती। एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह डीप वेन थ्रोम्बोसिस जैसी बीमारियों का शुरुआती संकेत हो सकता है। इसलिए इसे नजरअंदाज करने के बजाय सही जांच और इलाज करवाना जरूरी है। आइए जानते हैं रात में पैर दर्द के पीछे छिपी 5 गंभीर बीमारियां और उनसे बचाव के उपाय। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में हॉस्पिटल मैनेजमेंट के एचओडी डॉ. राजेश हर्षवर्धन से बात की।
1. वेरिकोज वेन्स- Varicose Veins
डॉ. राजेश हर्षवर्धन ने बताया कि जब पैरों की नसों में ब्लड फ्लो रुक जाता है, तो नसें फूल जाती हैं और दर्द या भारीपन महसूस होता है। महिलाओं में गर्भावस्था, लंबे समय तक खड़े रहने या मोटापे के कारण यह समस्या बढ़ती है। रात के समय ब्लड सर्कुलेशन धीमा होने से दर्द और जलन ज्यादा महसूस होती है। इससे बचने के लिए पैरों को ऊंचा रखकर सोएं और दिन में हल्की वॉक जरूर करें।
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2. रेस्टलेस लेग सिंड्रोम- Restless Leg Syndrome
यह एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है जिसमें पैरों में बेचैनी, झनझनाहट या खिंचाव महसूस होता है, खासकर रात को आराम करते समय। यह स्थिति नींद की गुणवत्ता को भी प्रभावित करती है। इससे बचने के लिए आयरन की कमी को दूर करें। अपने आहार में हरी सब्जियां, दालें और ड्राई फ्रूट्स को शामिल करें।
3. डायबिटिक न्यूरोपैथी- Diabetic Neuropathy
डॉ. राजेश हर्षवर्धन ने बताया कि डायबिटीज के मरीजों में डायबिटिक न्यूरोपैथी एक आम समस्या है। लंबे समय तक ब्लड शुगर का लेवल बढ़ा रहने से नसों को नुकसान होता है, जिससे पैरों में सुन्नपन, जलन और दर्द होता है। इससे बचने के लिए ब्लड शुगर को कंट्रोल करें और डॉक्टर की सलाह से नियमित जांच करवाते रहें।
4. कैल्शियम या विटामिन डी की कमी- Calcium Or Vitamin D Deficiency
कैल्शियम और विटामिन-डी की कमी से मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द बढ़ जाता है। रात के समय जब शरीर रिलैक्स मोड में होता है, तब यह दर्द ज्यादा महसूस होता है। इससे बचने के लिए सुबह की धूप लें, दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन बढ़ाएं।
5. डीप वेन थ्रोम्बोसिस- Deep Vein Thrombosis
यह एक गंभीर स्थिति है जिसमें नसों के अंदर खून का थक्का जम जाता है, जिससे पैरों में सूजन, दर्द और रेडनेस होती है। डीप वेन थ्रोम्बोसिस में अगर दर्द लगातार बढ़ रहा है या चलने-फिरने में तकलीफ है, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
निष्कर्ष:
रात में पैर दर्द को हल्के में लेना सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। अगर यह समस्या बार-बार हो रही है, तो डॉक्टर से जांच करवाएं। समय रहते इसका कारण पता चल जाए, तो बड़ी बीमारियों से बचाव संभव है।
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Oct 07, 2025 17:13 IST
Published By : Yashaswi Mathur