आज के समय में मोटापा एक गंभीर बीमारी बन चुकी है। यह न सिर्फ व्यक्ति के शरीर को प्रभावित करता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव डालता है। मोटापे के कारण कई तरह की गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, हेल्दी वजन बनाए रखना बेहद जरूरी है। वजन कम करना न सिर्फ आपके शरीर की चर्बी को कम करने के लिए जरूरी है, बल्कि ये आपके आत्मविश्वास को बढ़ाने और लाइफस्टाइल में पॉजिटिव बदलाव लेने का भी एक बेहतरीन तरीका है। अनु राठी के वनज कम करने की कहानी भी ऐसी ही, जो जिसने उनकी लाइफ को बदलकर रख दिया है।
33 साल की अनु राठी की जिंदगी मोटापे के कारण कम कठिन नहीं थी। वे शरीर और मन दोनों से दुखी थीं। कई स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित अनु 96 किलो की हो गई थी। उनके स्वास्थ्य और आत्मसम्मान दोनों पर इसका बुरा असर पड़ रहा था। उनके लिए रोजमर्रा का काम करना मुश्किल हो गया था। फिजिकल एक्टिविटी से लेकर डाइटिंग जैसी वेट लॉस तकनीकें भी उनके वजन को कम करने में मददगार साबित नहीं हो पा रही थी। लेकिन, अनु राठी के जीवन में बदलाव की उम्मीद लेकर आए नई दिल्ली के पटपड़गंज में स्थित मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के रोबोटिक और लेप्रोस्कोपिक सर्जरी विभाग के सीनियर डायरेक्टर डॉ. आशीष गौतम (Dr. Ashish Gautam, Senior Director, Robotic and Laparoscopic Surgery, Max Super Speciality Hospital, Patparganj, New Delhi)। उन्होंने न सिर्फ अनु का वजन कम करने में मदद की, बल्कि उनके आत्मसम्मान को भी बढ़ाया।
"बीमारियों के साथ बढ़ते वजन ने लाइफ बनाई मुश्किल"
अनु राठी बताती हैं कि, मेरा शरीर और मन दोनों ही बीमारी और तनाव से परेशान था। 96 किलो वजन के साथ पीसीओडी, थायराइड, अस्थमा, घुटनों में दर्द और फैटी लिवर जैसी बीमारियों ने मेरी जिंदगी को थाम लिया था। मैं मानसिक और शारीरिक रूप से थक चुकी थीं। न मैं खुद से संतुष्ट थीं और न ही समाज के साथ सहज थी। मैं किसी भी पार्टी में जाने से कतराती थी, हर फोटो में खुद को छुपाने की कोशिश करना, लोगों की नजरों से खुद को बचाना, ये सब मेरे जीवन का हिस्सा बन गया था। मोटापा मेरे लिए सिर्फ शरीर का आकार नहीं था, बल्कि मानसिक रूप से भी उसने मुझे काफी कमजोर कर दिया था, जिससे मेरा आत्मविश्वास और आत्म-सम्मान दोनों कम हो गया था।
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वजन कम करने में सर्जरी बनी सहारा
PCOD, थायराइड, अस्थमा, घुटनों में दर्द और फैटी लीवर जैसी बीमारियों से पीड़ित अनु के लिए वजन कम करना किसी चुनौती से कम नहीं था। उन्होंने अपना वजन कम करने के लिए कई तरह की डाइटिंग और एक्सरसाइज करने की कोशिश की। लेकिन, इसके बाद भी वजन कम करने में मदद नहीं मिली। इसके बाद अनु राठी के जीवन में बदलाव तब आया जब उन्होंने बेरिएट्रिक सर्जरी कराने का फैसला लिया। अनु के लिए यह फैसला आसान नहीं था। सर्जरी के नाम से ही डर लगने लगा था, लेकिन जब बीमारी जीवन पर बुरा असर डालने लगे, तब सर्जरी भी एक नई शुरुआत के लिए उन्हें जरूर लगने लगी।
48 किलो वजन हुआ कम
सर्जरी के बाद अनु ने करीब 48 किलो वजन कम किया। लेकिन, इस बदलाव की सबसे अहम बात यह थी कि वजन कम होने के साथ ही उनकी पुरानी बीमारियां काफी हद तक ठीक हो गई। घुटनों का दर्द, अस्थमा और थायराइड कंट्रोल होने के साथ मानसिक तनाव को भी कम करने में मदद मिली। वजन कम होने के बाद अनु आज के समय में खुलकर न सिर्फ जी पा रही हैं, बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ गया है।
अनु का कहना है कि ‘‘मसला दुबला होने का नहीं है। यह आत्मविश्वास और स्वस्थ होने का है। मेरे कायाकल्प ने मुझे अंदर और बाहर से मजबूत बना दिया है।" अनु की जर्नी बताती है कि किस तरह मोटापे से उबरने के साथ खोई हुई मानसिक मजबूती भी वापस आ जाती है।
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"मोटापा जीवन की गुणवत्ता को खत्म कर देती है"
डॉ. आशीष के अनुसार, बेरिएट्रिक सर्जरी एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें मोटापे से पीड़ित व्यक्ति के पेट का आकार छोटा किया जाता है, जिससे व्यक्ति कम खा पाता है और उसका मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है। यह सर्जरी खासतौर पर उन लोगों के लिए होती है, जो डाइटिंग और एक्सरसाइज की मदद से वजन कम नहीं कर पाते हैं और मोटापा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।
डॉ. आशीष गौतम का कहना है कि ‘‘मोटापे का असर सिर्फ शरीर पर नहीं पड़ता है बल्कि यह धीरे-धीरे आत्मविश्वास, आत्मनिर्भरता और जीवन की गुणवत्ता को खत्म कर देता है। लेकिन सही इलाज के साथ-साथ यदि प्रभावित व्यक्ति ठान ले तो मानो एक नई जिन्दगी मिल जाती है।"
निष्कर्ष
अनु राठी की फिटनेस ट्रांसफॉर्मेशन जर्नी न सिर्फ वजन कम करने से जुड़ी एक कहानी है, बल्कि उन लोगों के लिए एक प्रेरणा है, जो न सिर्फ मोटापे से परेशान हैं, बल्कि हेल्दी वजन पाने की उम्मीद खो चुके हैं। इसलिए, अगर डाइटिंग और एक्सरसाइज की मदद से आपका वजन भी कम नहीं हो पा रहा है तो बिना देर किए डॉक्टर से कंसल्ट करें और वजन कम करने का सही तरीका और इलाज चुनने की कोशिश करें।