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हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं है सूखी मछली, एक्सपर्ट ने बताया किसे नहीं खाना चाहिए

Who should not eat dried fish: बंगाल, ओडिशा और देश के कई तटीय हिस्सों में सूखी मछली बड़ी मात्रा में खाई जाती है। लेकिन कुछ लोगों को सूखी मछली खाने से फायदा मिलने की बजाय नुकसान हो सकता है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
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हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं है सूखी मछली, एक्सपर्ट ने बताया किसे नहीं खाना चाहिए


Who should not eat dried fish: बंगाल, ओडिशा, महाराष्ट्र और दक्षिण भारत के कई राज्यों में सूखी मछली (Dry Fish) सदियों से पारंपरिक खानपान का हिस्सा रही है। सूखी मछली को आमतौर पर बारिश के दिनों में खाया जाता है। सामान्य मछली की तरह ही सूखी मछली में कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो स्वाद और सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। लेकिन सूखी मछली की महक, नमकीन स्वाद में कई ऐसे साइड इफेक्ट छिपे हुए होते हैं, जिन्हें जानना हम सबके लिए बहुत जरूरी है।

सूखी मछली क्या है- What is dried fish?

दिल्ली की अंजना कालिया डाइट क्लीनिक की आयुर्वेदिक डॉक्टर और न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. अंजना कालिया (Dr. Anjana Kalia, Ayurvedic Doctor and Nutritionist, Anjana Kalia‘s Diet Clinic, Delhi) के अनुसार, सूखी मछली वह होती है जिसे बिना पकाए, प्राकृतिक धूप में सुखाकर लंबे समय में इस्तेमाल या सेवन करने के लिए तैयार किया जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान मछली का पानी पूरी तरह से निकाल दिया जाता है। जिससे यह लंबे समय तक खराब नहीं होती। अक्सर मछली को सुखाने के लिए अधिक मात्रा में नमक, परटर्बेटिव और कीटनाशक (Pesticides) मिलाए जाते हैं ताकि इसका स्वाद लंबे समय तक बना रहे।

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किन लोगों को सूखी मछली नहीं खानी चाहिए- Who should not eat dried fish

ICMR की एक रिपोर्ट के अनुसार, खुले बाजारों में बिकने वाली सूखी मछलियों में 70% तक खराब बैक्टीरिया पाए जाते हैं। इस प्रकार की सूखी मछली खाने से सेहत को कई प्रकार के नुकसान हो सकते हैं। इसलिए कुछ लोगों को सूखी मछली खाने की सलाह बिल्कुल भी नहीं दी जाती है।

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1. हाई ब्लड प्रेशर-High Blood Pressure

सूखी मछली को तैयार करने के लिए अधिक मात्रा में नमक और आर्टिफिशियल सोडियम का इस्तेमाल होता है। सोडियम युक्त फूड ज्यादा खाने से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। यही कारण है कि हाइपरटेंशन (हाई ब्लड प्रेशर) के मरीजों को सूखी मछली न खाने की सलाह दी जाती है। हाई ब्लड प्रेशर के साथ-साथ हार्ट संबंधी बीमारियों में भी सूखी मछली बिल्कुल भी नहीं खानी चाहिए।

2. एलर्जी और अस्थमा- Allergies and Asthma

सूखी मछली में से एक तेज गंध निकलती है। इस गंध से कुछ लोगों में एलर्जी, त्वचा पर खुजली, आंखों से पानी आना और यहां तक अस्थमा भी ट्रिगर कर सकता है। अगर आपको पहले से ही किसी प्रकार की एलर्जी या अस्थमा की बीमारी है तो सूखी मछली न खाएं।

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3. पाचन कमजोर- Weak digestion

मछली को सुखाने के लिए अत्यधिक मात्रा में नमक और कीटनाशक का इस्तेमाल किया जाता है। इसे खाने से फूड पॉइजनिंग, उल्टी, दस्त, गैस, अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं। खासकर यदि इसे ठीक से स्टोर न किया गया हो। जिन लोगों की पाचन शक्ति पहले से ही कमजोर है उन्हें सूखी मछली का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।

4. किडनी की बीमारी- Kidney disease

सूखी मछली में सोडियम के साथ-साथ कभी-कभी एमोनिया युक्त केमिकल्स को भी मिलाया जाता है। दरअसल, कई कंपनियां सूखी मछली को लंबे समय तक इस्तेमाल में लाया जा सके, इसके लिए इसमें केमिकल्स मिलती हैं। ये केमिकल्स किडनी पर बुरा प्रभाव डालते हैं।

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5. हार्ट की बीमारियां- Heart diseases

कुछ सूखी मछलियों में ट्रांस फैट और हाई कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है जो हार्ट की बीमारियों के खतरे को बढ़ा सकता है। अगर आपको पहले से ही हार्ट संबंधी बीमारियां हैं तो सूखी मछली का सेवन बिल्कुल न करें।

नुकसान से बचाव के लिए सूखी मछली कैसे खाएं

डाइटिशियन अंजना कालिया की मानें तो बिना स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाए सूखी मछली का सेवन करना चाहते हैं तो उसे अच्छे से धोकर या कम से कम 2-3 बार गर्म पानी से साफ जरूर करें। सूखी मछली को डीप फ्राई करने की बजाय ग्रिल या स्टीम करें। सूखी मछली को खुले बाजार की बजाय पैक की हुई, टेस्टेड और प्रमाणित ब्रांड्स से खरीदने की कोशिश करें।

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निष्कर्ष

सूखी मछली पारंपरिक रूप से स्वादिष्ट मानी जाती है। लेकिन सूखी मछली अत्यधिक या असावधानीपूर्वक सेवन से शरीर को कई प्रकार के नुकसान हो सकते हैं। खासतौर पर जिन लोगों को हाई बीपी, किडनी की बीमारी, एलर्जी, दमा, यूरिक एसिड की समस्या है तो उन्हें सूखी मछली खाने से बचना चाहिए।

FAQ

  • सूखी मछली खाने से क्या फायदा होता है?

    सूखी मछली में प्रोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड, आयरन, कैल्शियम और विटामिन बी12 जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। सूखी मछली खाने से मांसपेशियों को मजबूत बनाने और शरीर की एनर्जी बढ़ाने में मदद मिलती है। एक सीमित मात्रा में सूखी मछली खाई जाए तो ये हार्ट हेल्थ और दिमाग के लिए भी फायदेमंद होती है।
  • मछली खाने से कौन सी बीमारी दूर होती है?

    मछली में पर्याप्त मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। मछली खाने से हार्ट से संबंधित बीमारियां, गठिया, अवसाद, अल्जाइमर, आंखों की कमजोरी और त्वचा संबंधी बीमारियां होती हैं। मछली में फैटी एसिड होता है जो इम्यून सिस्टम को मजूबत बनाकर संक्रामक बीमारियों का खतरा कम करता है।
  • मछली कब नहीं खानी चाहिए?

    मछली हमेशा ताजा खानी चाहिए। बासी या रात की रखी हुई मछली खाने से किडनी, लिवर और त्वचा संबंधी बीमारियां हो सकती हैं।

 

 

 

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