Health Benefits of Dry Fish: पश्चिम बंगाल, ओडिशा समेत देश के तमाम तटीय राज्यों में सूखी मछली सदियों से खाने का अहम हिस्सा रहा है। लंबी अवधि तक संरक्षित रखने की क्षमता के कारण सूखी मछली हर वर्ग के लोगों के खाने की पहली पसंद है। तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए सूखी मछली किसी सुपरफूड से कम नहीं है। सूखी मछली में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो समग्र स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।
सूखी मछली में पाए जाने वाले पोषक तत्व- Nutrients found in dried fish
दिल्ली की अंजना कालिया डाइट क्लीनिक की आयुर्वेदिक डॉक्टर और न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. अंजना कालिया (Dr. Anjana Kalia, Ayurvedic Doctor and Nutritionist, Anjana Kalia‘s Diet Clinic, Delhi) के अनुसार, ताजी मछली से नमी को निकालकर तैयार की जाने वाली मछली को सूखी मछली कहा जाता है। 100 ग्राम सूखी मछली में लगभग 50 से 60 ग्राम प्रोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड- 1-3 ग्राम, कैल्शियम- 500-900 मि.ग्रा, आयरन- 5-10 मि.ग्रा और सोडियम पाया जाता है। इतने सारे पोषक तत्व होने के कारण सूखी मछली स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होती है।
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सूखी मछली खाने के फायदे- Health Benefits of Dry Fish
डाइटिशियन अंजना कालिया का कहना है कि सूखी मछली त्वचा, बाल और शरीर को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाव करने में मदद करती है।
1. मांसपेशियों को बनाएं मजबूत- Dried fish makes muscles strong
सूखी मछली में प्रोटीन की मात्रा बहुत अधिक होती है, जो मांसपेशियों के निर्माण में मदद मिलती है। जिन लोगों की मांसपेशियों कमजोर हैं या जो लोग जिम में ज्यादा वर्कआउट करना पसंद करते हैं, उनके लिए सूखी मछली प्रोटीन का एक अच्छा सोर्स है।
2. हार्ट को बनाए हेल्दी- Dry fish makes the heart healthy
सूखी मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। ये पोषक तत्व शरीर में कोलेस्ट्रॉल को संतुलित और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। नियमित तौर पर सूखी मछली खाने से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम होता है। डाइटिशियन का कहना है कि जिन लोगों को ब्लड प्रेशर संबंधी समस्या है, उन्हें सूखी मछली का सेवन जरूर करना चाहिए।
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3. हड्डियां बनाए मजबूत- Dried fish makes bones strong
सूखी मछली में मौजूद कैल्शियम और फास्फोरस हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। बढ़ते बच्चे जिनकी हड्डियां विशेष रूप से कमजोर होती हैं, उनकी हड्डियों से जुड़ी समस्या के लिए सूखी मछली काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। मेनोपॉज के बाद जब महिलाओं की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, तो उनके लिए भी सूखी मछली खाना फायदेमंद होता है।
4. खून की कमी को करें दूर- Dry fish can cure blood deficiency
ये बात बहुत ही कम लोगों को मालूम होती है कि सूखी मछली में आयरन पाया जाता है। आयरन खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ाने में मदद करता है। जिन बच्चों और महिलाओं में खून की कमी होती है, वो अगर नियमित तौर पर सूखी मछली खाएं तो ये हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में सहायक होता है।
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5. दिमागी क्षमता बढ़ाए- Dried fish increases brain power
ओमेगा-3 फैटी एसिड दिमागी स्वास्थ्य के लिए जरूरी पोषक तत्व है। सूखी मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। बच्चों, बुजुर्गों और पढ़ने वाले छात्र अगर सूखी मछली खाए, तो ये दिमागी क्षमता को बढ़ाता है। इससे सोचने और समझने की शक्ति भी बढ़ती है।
6. स्किन प्रॉब्लम को करता है दूर
ओमेगा-3 और प्रोटीन का सही संतुलन त्वचा की चमक बढ़ाने में मदद करता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ द्वारा की गई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि सूखी मछली खाने से झाइयों, झुर्रियों और दाग-धब्बों को कम करने में मदद मिलती है। सूखी मछली में पाया जाने वाले प्रोटीन शरीर में कोलेजन का निर्माण बढ़ाता है। इससे स्किन से जुड़ी तमाम समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
7. बालों को बनाएं खूबसूरत- Dried fish makes hair beautiful
सूखी मछली में प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है, जो बालों के रोम केशों को मजबूती देता है। सूखी मछली खाने से बाल के झड़ने, अनियमित टूटने और कम उम्र में सफेद होने की समस्या से बचा जा सकता है।
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सूखी मछली खाने का सही तरीका- ईight way to eat dried fish
- सूखी मछली में सोडियम की अधिकता पाई जाती है। इसलिए इसे खाने से 1 घंटा पहले पानी में भिगो लें।
- भिगोने के बाद मछली को 2–3 बार साफ पानी से धोएं। इससे मछली में सोडियम कंटेंट कम हो जाता है।
- सूखी मछली को फ्राई करने की बजाय स्टीम या स्मोक में पकाए।
- सूखी मछली को प्याज, टमाटर, हरी मिर्च, लहसुन और अदरक जैसी चीजों के साथ पकाकर खाएं। ऐसा करने से सूखी मछली पाचन क्रिया को ज्यादा प्रभावित नहीं कर पाएगी।
सूखी मछली खाते वक्त सावधानियां
सूखी मछली खाने से यूं तो सेहत को कई प्रकार के फायदे मिलते हैं। लेकिन इसको सूखने और स्टोर करते समय बड़ी मात्रा में नमक डाला जाता है। इसके कारण सूखी मछली का सोडियम कंटेंट काफी बढ़ जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठनके डाटा के अनुसार, खाने में अधिक मात्रा में सोडियम युक्त फूड को शामिल करने से ब्लड प्रेशर और किडनी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। अगर आपको पहले से ही ब्लड प्रेशर या किडनी से जुड़ी कोई समस्या है, तो सूखी मछली खाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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निष्कर्ष
सूखी मछली एक पारंपरिक पोषक युक्त आहार है। सूखी मछली में प्रोटीन, ओमेगा-3, कैल्शियम और आयरन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। लेकिन मछली को सुखाते समय अधिक मात्रा में नमक का इस्तेमाल किया जाता है। जिसके कारण ये नुकसानदायक साबित हो सकता है। अगर आप सूखी मछली खाना चाहते हैं तो एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
FAQ
मछली खाने से कौन सी बीमारी दूर होती है?
मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। मछली खाने से हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर, गठिया, अवसाद, अल्जाइमर और डायबिटीज जैसी बीमारियां दूर होती हैं।मछली कब नहीं खानी चाहिए?
मछली का सेवन आप सुबह नाश्ते, लंच और डिनर में भी कर सकते हैं। लेकिन मछली हमेशा ताजी ही खानी चाहिए। मछली बासी होने पर नहीं खानी चाहिए। डाइटिशियन अंजना कालिया का कहना है कि बासी मछली खाने से स्किन एलर्जी और पाचन से जुड़ी अन्य समस्याएं हो सकती हैं।रोज मछली खाने से क्या फायदा होता है?
मछली में प्रोटीन, कैल्शियम और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। रोज मछली खाने से इम्यूनिटी मजबूत बनती और संक्रामक बीमारियों का खतरा कम होता है।