Exercise To Improve Erectile Dysfunction In Hindi: इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का मतलब है कि सेक्सुअल गतिविधियों के लिए पुरुषों के गुप्तांग में पर्याप्त इरेक्शन न होना। यूं तो यह एक गंभीर समस्या हो सकती है। लेकिन, कभी-कभी बढ़ते स्ट्रेस और खराब लाइफस्टाइल की वजह से भी यह समस्या हो सकती है। ऐसा नहीं है कि व्यक्ति इस समस्या से छुटकारा नहीं पा सकता है। विशेषज्ञों की मानें, तो कुछ एक्सरसाइज की मदद से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या को कम किया जा सकता है या इरेक्शन में कुछ हद तक सुधार किया जा सकता है। इस बारे में हमने नवी मुंबई स्थित मेडिकवर हॉस्पिटल के यूरोलॉजिस्ट और एंड्रोलॉजिस्ट डॉ. विजय दहिफले से बात की।
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन से निपटने के लिए एक्सरसाइज- Exercise To Improve Erectile Dysfunction In Hindi
करें कीगल एक्सरसाइज
कीगल एक्सरसाइज को पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज भी कहा जाता है। इसकी मदद से पेल्विक एरिया की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। खासतौर पर प्यूबोकोकसीजस मसल्स पर इसका काफी दबाव बननता है। यह प्यूबिक बोन से टेलबोन तक पहुंचता है, जो कि पेल्विक ऑर्गन्स को सपोर्ट भी देता है। अगर किसी वजह से यह मांसपेशी कमजोर हो जाती है, तो कई बार इरेक्ट पेनिस से ब्लीडिंग होने लगती है। बहरहाल, पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज करने से प्यूबोकोकसीजस मजबूत और टोन्ड होती है।
इसे भी पढ़ें: इरेक्टाइल डिस्फंक्शन को दूर करने में मददगार हो सकते हैं ये 5 योगासन
एरोबिक एक्सराइज करें
एरोबिक एक्सरसाइज की मदद से पेल्विक फ्लोर के आसपास की मांसपेशियों को मजबूत बनाया जा सकता है, जिससे इरेक्टाइल डिसफंक्शन से निपटने में भी मदद मिल सकती है। द अमेरिकन जर्नल ऑफ कार्डियोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चलता है कि एरोबिक एक्सरसाइज इरेक्टाइल डिस्फंक्शन से निपटने में मदद मिलती है। आपको बता दें कि इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या सही तरह से ब्लड फ्लो न होने के कारण होता है। इस तरह की समस्या बढ़ते वजन के कारण देखी जा सकती है। ऐसे में अगर व्यक्ति अपने वजन को कम करे, तो संभवतः इरेक्टाइल डिस्फंक्शन को कंट्रोल किया जा सकता है। एक्सपर्ट्स की मानें, तो सप्ताह में तीन से चार बार, दिन में 30 मिनट तेज वॉक करने से हार्ट हेल्थ में सुधार होता है, जो कि इरेक्टाइल डिस्फंक्शन को प्रभावित करने के लिए काफी माना जाता है।
इसे भी पढ़ें: Erectile Dysfunction: 40 की उम्र के बाद पुरुषों में बढ़ जाती है स्तंभन दोष की समस्या, इन 5 तरीकों से करें इसे ठीक
स्क्वॉट है लाभकारी
स्क्वॉट्स की मदद से भी पेल्विक फ्लोर, पैरों की मसल्स, थाईस और बैक की मासंपेशियों को सपोर्ट मिलता है। इस तरह की एक्सरसाइज मांसपेशियों में हो रही तकलीफों को दूर करती हैं। साथ ही, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन को दूर करने में काफी मदद मिलती है। विशेषज्ञों की सलाह है कि आप जितनी ज्यादा अपनी मसल्स को मजबूत करने वाली एक्सरसाइज करते हैं, उतना ही ज्यादा इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या को कम करने और सेक्सुअल हेल्थ को सुधारने में मदद मिलती है।
इसे भी पढ़ें: गर्दन के दर्द से राहत पाने के लिए रोज करें ये 6 एक्सराइज, जानें करने का सही तरीका
पिलाटे एक्सरसाइज हैं फायदेमंद
किसी भी कीगल एक्सरसाइज की तरह, पिलाटे को भी इरेक्टाइल डिस्फंक्शन से निपटने में मददगार साबित होती हैं। पिलाटे में ऐसी एक्सरसाइज शामिल होती हैं, जिससे कोर स्ट्रेंथ बेहतर होती है, फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है और ओवर ऑल बॉडी पर भी इसका गहरा असर पड़ता है। पिलाटे एक्सरसाइज के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप एक्सपर्ट से मिलें और इन्हें सही तरह से करने के लिए उनके दिए गए सजेशंस को फॉलो करें।
योगा भी है कारगर
किसी भी अन्य एक्सरसाइज की तरह, योगा को भी इरेक्टाइल डिस्फंक्शन में काफी कारगर माना जाता है। वैसे अलग-अलग योगासन इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लिए विशेष तौर पर किए जाते हैं। योगा में कई ऐसे आसन शामिल हैं, जो खासकर पेल्विक एरिया पर काम करते हैं। इसके अलावा, योगा की मदद से स्ट्रेस को कम करने, एंग्जाइटी और डिप्रेशन जैसी समस्या से निपटने में भी मदद मिलती है। ध्यान रखें कि स्ट्रेस, एंग्जाइटी और डिप्रेशन ऐसी समस्याएं हैं, जो इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का मुख्य कारण हो सकती हैं।
All Image Credit: Freepik