How Erectile Dysfunction Links To Poor Mental Health In Hindi: इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का मतलब है कि पुरुषों के लिंग में स्तंभन न होना। इस स्थिति में पुरुष के लिए सेक्स करना संभव नहीं होता है। मौजूदा समय में कई पुरुष इस तरह की स्थिति से गुजरते हैं। लेकिन, दिक्कत की बात ये है कि ज्यादातर पुरुष, जो इरेक्टाइल डिस्फंक्शन से जूझ रहे है, वे इस संबंध में किसी से बातचीत नहीं करते हैं। यही कारण है कि ज्यादातर पुरुष इसका ट्रीटमेंट से वंचित रह जाते हैं। इसका परिणाम यह होता है कि उनकी मेंटल हेल्थ बुरी तरह प्रभावित होती है। विशेषज्ञों की मानें, तो अगर किसी पुरुष की मेंटल हेल्थ खराब हो, तो भी उन्हें इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की शिकायत हो सकती है। आइए, वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक डॉ. अरविंद ओत्ता से जानते हैं कि इनका आपस में क्या कनेक्शन है।
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन क्या है?- What Is Erectile Dysfunction In Hindi
जैसा कि हमने पहले ही बताया है कि इरेक्टाइल डिस्फंक्शन यौन गतिविधियों के दौरान सामान्य स्तंभनदोष को कहते हैं। यह समस्या कइ्र कारणों से हो सकती है, जैसे शारीरिक और मानसिक समस्या। शारीरिक समस्या की बात करें, तो इसमें हृदय रोग, मधुमेह और हार्मोनल असंतुलन शामिल हैं। वहीं मानसिक कारणों में एंग्जाइटी, स्ट्रेस और डिप्रेशन आते हैं।
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इरेक्टाइल डिस्फंक्शन और मेंटल हेल्थ का आपसी कनेक्शन- How Erectile Dysfunction Links To Poor Mental Health In Hindi
मानसिक स्वास्थ्य और इरेक्टाइल-डिसफंक्शन का आपसी कनेक्शन बहुत गहरा है। हालांकि, इसे स्पष्ट तरीके से समझना थोड़ा मुश्किल है। लेकिन, यह तय है कि अगर किसी को स्ट्रेस, एंग्जाइटी या डिप्रेशन है, तो उन्हें इरेक्टाइल-डिसफंक्शन होने का रिस्क बढ़ जाता है। वहीं, अगर किसी को इरेक्टाइल-डिसफंक्शन है, तो वे सही तरह से शारीरिक संबंध स्थापित न करने के चलते परेशान रहते हैं, जो कि उनके अंदर तनाव के स्तर को बढ़ा सकता है। अगर समय रहते तनाव को मैनेज न किया जाए, स्थिति और बिगड़ जाती है। यह पुरुषों की ओवर ऑल हेल्थ तथा यौन संबंध बनाने की क्रिया को भी नेगेटिवली इफेक्ट कर सकता है।
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इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का पुरुष के जीवन पर प्रभाव
आत्मविश्वास की कमीः इरेक्टाइल डिस्फंक्शन होने पर पुरुष इस बात को आसानी से स्वीकार नहीं कर पाता है कि वह सेक्सुअल प्रक्रिया करने में समर्थ नहीं है। ऐसे में वह हीनताबोध का शिकार हो जाता है। ऐसे में उसमें आत्मविश्वास की कमी होने लगती है।
रिश्तों का प्रभावित होनाः जब पुरुष यौन संबंध स्थापित करने में सफल नहीं हो पाता है, तो इससे उनका वैवाहिक जीवन प्रभावित होने लगता है। कई बार इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के कारण पति-पत्नी के बीच तनाव बढ़ जाता है, जो कि तलाक तक बात पहुंच जाती है।
एंग्जाइटी का स्तर बढ़नाः इरेक्टाइल डिस्फंक्शन होने पर पुरुष बहुत ज्यादा तनाव से भर जाते हैं। अगर वे समय रहते अपना इलाज न कराएं, तो ऐसे में उनकी एंग्जाइटी का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। कई बार यह स्थिति पुरुष को खुद नेगेटिविटी से भर देती है।
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन से कैसे निपटें
- इरेक्टाइल डिस्फंक्शन होने पर पुरुषों को इसकी अनदेखी नहीं करनी चाहिए।
- इरेक्टाइल डिस्फंक्शन जैसी समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें।
- इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के संबंध में खुद को जागरूक करें।
- इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के बारे में अपनी पार्टनर को खुलकर बताएं ताकि वह आपकी स्थिति को समझ सके।
- इरेक्टाइल डिस्फंक्शन होने पर अपनी मेंटल हेल्थ में सुधार करें।
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