Doctor Verified

क्या हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन हो सकता है? जानें डॉक्टर से

Does High Cholesterol Cause Erectile Dysfunction In Hindi: हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की दिक्कत हो सकती है। सवाल है, इनके बीच क्या कनेक्शन है? जानने के लिए लेख पढ़ें-
  • SHARE
  • FOLLOW
क्या हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन हो सकता है? जानें डॉक्टर से


Does High Cholesterol Cause Erectile Dysfunction In Hindi: हाई कोलेस्ट्रॉल तब होता है, जब ब्लड में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है। इसे हम हाइपरलिपिडेमिया के नाम से भी जानते हैं। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण आर्टरी में एक किस्म की प्लाक जम जाती है। यह प्लाक ब्लड फ्लो को बाधित कर सकता है। इस वजह से हार्ट स्ट्रोक, हार्ट डिजीज और हार्ट से जुड़ी अन्य समस्याओं का जोखिम भी बढ़ता है। यही नहीं, किडनी डिजीज और ब्लड प्रेशर की समस्या के लिए भी हाई कोलेस्ट्रॉल जिम्मेदार हो सकता है। बहरहाल, यह भी माना जाता है कि हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (Erectile Dysfunction) की दिक्कत हो सकती है। मेडिकवर हॉस्पिटल के यूरोलॉजिस्ट और एंड्रोलॉजिस्ट डॉ. विजय दहिफले से जानते हैं आखिर हाई कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol) और इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का आपस में क्या कनेक्शन हैं?

क्या हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण इरेक्टाइल डिस्फंक्शन हो सकता है?- Does High Cholesterol Cause Erectile Dysfunction In Hindi

does high cholesterol cause hair erectile dysfunction 01 (1)

जैसा कि हम यह जानते हैं कि हाई कोलेस्ट्रॉल का हमारे ओवर ऑल हेल्थ पर बहुत बुरा असर पड़ता है। आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि अगर प्रेग्नेंसी के दौरान किसी महिला को हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या होती है, तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकती हैं और जानलेवा भी साबित हो सकती है। जहां तक सवाल इस बात का है कि क्या हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (Erectile Dysfunction) की दिक्कत हो सकती है? इस बारे में डॉक्टर का कहना है, "इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि हाई कोलेस्ट्रॉल का पुरुषों की हेल्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता है। उनकी रिप्रोडक्टिव हेल्थ पर बुरा असर देखने को मिल सकता है। यहां तक कि हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या भी हो सकती है। डॉक्टर आगे समझाते हैं, "ध्यान रखें कि हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह से ब्लड वेसल्स और आर्टरीज में प्लाक बनने लगता है, जिससे ब्लड फ्लो बाधित होता है। इसका असर जेनिटल एरिया में भी दिखता है। जब जेनिटल एरिया में ब्लड फ्लो प्रभावित होता है, तो ऐसे में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या हो सकती है।" यही नहीं, हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह से ब्लड वेसल्स में सूजन आ सकती है। ऐसे में ब्लड वेसल्स के फंक्शन पर भी नेगेटिव असर पड़ता है। कुल मिलाकर, आप कह सकते हैं कि हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण पुरुषों को इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की दिक्कत हो सकती है।

इसे भी पढ़ें: इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (ED) को मैनेज करने में मददगार हो सकते हैं ये 5 फूड्स, जानें डॉक्टर से

इरेक्टाइल डिस्फंक्शन को कैसे मैनेज करें

इरेक्टाइल डिस्फंक्शन होने के पीछे हाई कोलेस्ट्रॉल के अलावा कई अन्य कारण भी हो सकते हैं। इसमें फिजिकल और साइकोलॉजिक कारण भी जिम्मेदार हैं। कभी-कभी लंबे समय तक चल रही बीमारी भी इसकी वजह बनती है। सवाल है, इसे मैनेज कैसे किया जा सकता है? इसके लिए यहां दिए गए टिप्स अपनाएं-

  1. नियमित रूप से 30 मिनट के लिए एक्सरसाइज अवश्य करें। जिन लोगों में मोटापे की दिक्कत होती है, उनमें हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या भी देखी जाती है।
  2. हाई कोलेस्ट्रॉल से ग्रसित लोगों को चाहिए कि वे हेल्दी वेट मेंटेन करनें। ध्यान रखें कि वज बढ़ने की वजह से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की दिक्कत हो सकती है।
  3. हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीजों को हमेशा बैलेंस्ड डाइट लेना चाहिए। उन्हें ऐसी चीजों से दूर रहना चाहिए, जिसकी वजह से कोलेस्ट्रोल का स्तर बढ़ सकता है।
  4. हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीजों को स्मोकिंग आदि भी नहीं करनी चाहिए। यह बिल्कुल सही नहीं है। आपको बता दें कि स्मोकिंग करने से हाई कोलेस्ट्रॉल की कंडीशन और भी बिगड़ सकती है।
  5. हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीजों को अपने स्ट्रेस को भी मैनेज करना चाहिए। ध्यान रखें कि तनाव भी इरेक्टाइल डिस्फंक्शन एक कारण होता है। 
  6. हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीज अगर इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के मरीज हैं, तो उन्हें पर्याप्त रेस्ट भी करना चाहिए। अच्छी नींद लेने से तनाव कम होता है और बॉडी भी रिलैक्स रहती है। इससे बॉडी में ब्लड फ्लो बना रहता है, जो इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के जोखिमों को कम करने में मदद करता है।
All Image Credit: Freepik

Read Next

स्पर्म की संख्या कम होना है हाइपोस्पर्मिया, डॉक्टर से जानें इसके लक्षण और कारण

Disclaimer