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Is It Okay To Be Overly Sleepy During Pregnancy: आपने नोटिस किया होगा कि प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में कई महिलाओं को काफी ज्यादा नींद आती है। वैसे भी कहा जाता है कि इस दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिस वजह से उनका शरीर अक्सर थकान और कमजोरी से भरा रहता है। यही कारण है कि उन्हें नींद भी काफी ज्यादा आती है। हालांकि, सब महिलाओं के साथ ऐसा हो, यह जरूरी नहीं है। इसके बावजूद, यह सवाल जरूर मन में उठता है कि क्या तीसरी तिमाही में महिलाओं को बहुत ज्यादा नींद आना सामान्य होता है? क्या इसे असामान्य माना जा सकता है? आइए, जानते हैं इस तरह के तमाम सवालों के सटीक जवाब। इस बारे में जानने के लिए हमने Mumma's Blessing IVF और वृंदावन स्थित Birthing Paradise की Medical Director and IVF Specialist डॉ. शोभा गुप्ता से बात की।
प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में बहुत ज्यादा नींद आना नॉर्मल है या नहीं?- Is It Bad To Sleep Too Much In Third Trimester Of Pregnancy
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डॉ. शोभा गुप्ता की मानें,"सामान्यत तौर पर प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में महिलाओं को काफी नींद आती है और इसे पूरी तरह नॉर्मल माना जाता है। जैसा कि यह जानकारी आपको है कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कई तरह के हार्मोनल बदलाव से गुजरना पड़ता है। ऐसे में शरीर थकान और कमजोरी से भर जाता है, जिसकी वजह से महिलाओं को ज्यादा नींद आती है। हालांकि, कभी-कभी यह किसी गंभीर बीमारी की ओर भी इशारा कर सकता है। इसलिए, अगर महिलाओं को प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में काफी ज्यादा नींद आए, तो इस स्थिति को नजरअंदाज न करें। अपने डॉक्टर के पास जाकर इसकी वजह जानने की कोशिश करें।"
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प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में लंबी नींद आने के कारण- Too Much Sleep During Pregnancy Third Trimester
स्टिलबर्थ से कनेक्शनः आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि प्रेग्नेंसी में अगर महिला लंबे समय तक बिना डिस्टर्ब के नींद ले रही हैं, तो यह घातक हो सकता है। कुछ मामलों में इसे स्टिलबर्थ से जोड़कर देखा जाता है। हालांकि, ध्यान रखें कि 9 घंटे से अधिक नींद को पूरी तरह से स्टिलबथ से जोड़कर देखना सही नहीं है। जरूरी ये है कि हर महिला प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में गर्भ में पल रहे शिशु की मूवमेंट पर नजर रखें।
स्लीप एपनिया: लंबे समय तक गहरी नींद को स्लीप एपनिया से भी जोड़कर देखा जाता है। डॉ. शोभा गुप्ता की मानें, तो प्रेग्नेंसी में ऐसी स्थिति पैदा हो सकती है। जैसे-जैसे गर्भावस्था के दिन चढ़ते जाते हैं, वैसे-वैसे महिलाओं को अधिक नींद आने लगती है। अगर ज्यादा नींद आए, जिसकी वजह से रोजमर्रा के कामकाज प्रभावित हो रहे हैं, तो ऐसे में बेहतर है कि आप डॉक्टर से मिलें और अपनी समस्या के बारे में बताएं।
जेस्टेशनल डायबिटीजः इसका मतलब है कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को मधुमेह हो जाता है। हालांकि, डिलीवरी के बाद महिलाओं का ब्लड शुगर स्तर सामान्य हो जाता है, लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि जेस्टेशनल डायबिटीज के कारण महिलाओं को अतिरिक्त थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है, जो कि उनमें अतिरिक्त नींद का कारण बनती है।
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प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में अतिरिक्त नींद आए तो क्या करें
- अगर आपको प्रेग्नेंसी में बहुत ज्यादा नींद आ रही है, तो एक बार डॉक्टर से संपर्क करें और उन्हें अपनी समस्या के बारे में बताएं।
- तीसरी तिमाही में बॉडी को ज्यादा रेस्ट की जरूर होती है, इसलिए इसके साथ समझौता न करें।
- एक दिन में तकरीबन 7 से 9 घंटे की नींद को प्राथमिकता दें। अगर इससे ज्यादा नींद आ रही है, तो इसे सही संकेत न समझें।
- तीसरी तिमाही में महिलाओं को अपनी मेडिकल कंडीशंस के बारे में सभी जानकारी होनी चाहिए। इससे सही और पर्याप्त नींद लेने में मदद मिलती है और इससे मेडिकल कंडीशन को मैनेज भी किया जा सकता है।
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निष्कर्ष
कुल मिलाकर, समझने वाली बात ये है कि प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में अच्छी और गहरी नींद हर महिला को लेनी चाहिए। अगर आपको हर दिन 8-9 घंटे की नींद आ रही है, तो इसे लेकर चिंता न करें। हां, अगर इससे ज्यादा नींद लेती हैं, तो बेहतर है कि एक बार डॉक्टर के पास जाकर अपनी कंडीशन के बारे में बताएं। अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या होगी, तो वे आपको सही ट्रीटमेंट दे सकेंगे।
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Current Version
Oct 28, 2025 18:05 IST
Published By : Meera Tagore