Do Babies Slow Down In The 3rd Trimester In Hindi: प्रेग्नेंसी के दौरान हर महिला को अपने शरीर में हो रहे छोटे-बड़े बदलावों पर गौर करना चाहिए। हालांकि, प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही का सफर काफी चुनौतीपूर्ण होता है। इस दौरान महिला को उल्टी, जी-मचलाना, मूड स्विंग जैसी कई परेशानियां होती हैं। दूसरी तिमाही तक आते-आते स्थिति थोड़ी सामान्य हो जाती है। वहीं, तीसरी तिमाही के दौरान फिर महिलाओं को कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं। ऐसा इसलिए भी होता है, क्योंकि तीसरी तिमाही में गर्भ में पल रहे शिशु का भार बढ़ जाता है। ऐसेके लिए उठना-बैठना या सीधे होकर लेटना मुश्किल हो जाता है। बहरहाल, महिला को इस दौरान सिर्फ शारीरिक बदलाव पर ही नहीं गौर करना चाहिए। उन्हें यह भी पता होना चाहिए कि तीसरी तिमाही में गर्भ में पल रहे शिशु की मूवमेंट कितनी होनी चाहिए? कहीं आपके बच्चे की मूवमेंट कम तो नहीं? असल में, कई महिलाएं शिकायत करती हैं कि तीसरी तिमाही में उनके बच्चे की मूवमेंट कम हो गई है। तो क्या ऐसा होना सही है? आइए, जानते हैं वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता का क्या कहना है।
क्या तीसरी तिमाही में गर्भ में पल रहे शिशु की मूवमेंट कम होना सही है?- Is It Normal To Feel Baby Move Some Days And Not Others In The Third In Hindi
तीसरी तिमाही तक आते-आते ज्यादातर महिलाओं को अपने शिशु की मूवमेंट का अंदाजा हो जाता है। गर्भ में पल रहे कुछ शिशु गोल-गोल घूमते हैं, तो कुछ सिर्फ लात मारते हैं यानी पैरों की मूवमेंट करते हैं। हालांकि, जैसे-जैसे बच्चे का भार बढ़ता है, गर्भ में शिशु के लिए मूवमेंट की जगह कम हो जाती है। ऐसे में महिलाओं को यह आभास हो सकता है कि तीसरी तिमाही में शिशु कम मूवमेंट कर रहा है। लेकिन, आपको बता दें कि ऐसा नहीं होता है। तीसरी तिमाही के दौरान गर्भ में शिशु की मूवमेंट कम नहीं होती है। ऐसा होना सामान्य बिल्कुल नहीं है। अगर किसी महिला की प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में बच्चा कम मूवमेंट कर रहा है, तो इस ओर ध्यान देना चाहिए। पूरे दिन में वह कितनी बार मूव करता है, इसकी गिनती करनी चाहिए और डॉक्टर से इस बारे में चर्चा करनी चाहिए।
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तीसरी तिमाही में गर्भ में शिशु की सामान्य मूवमेंट क्यों जरूरी है?
विशेषज्ञों की मानें, तो तीसरी तिमाही के दौरान शिशु हर दो घंटे में कम से कम 10 बार-बार अलग-अलग तरह की गतिविधियां करता है। इसे ही हम नॉर्मल यानी सामान्य मूवमेंट मानते हैं। इस दौरान शिशु गर्भ में घूमता है, लात मारता है और टर्न करने की कोशिश करता है। हालांकि, हर मूवमेंट क्लियर हो, यह जरूरी नहीं है। इस समय तक बच्चा पूरी तरह विकसित हो जाता है और गर्भ में स्पेस कम हो जाता है। ऐसे में बच्चे के लिए सामान्य मूवमेंट करना थोड़ा मुश्किल होता है।
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तीसरी तिमाही में गर्भ में शिशु की मूवमेंट कम होने का क्या मतलब है?
अगर किसी वजह से तीसरी तिमाही के दौरान गर्भ में शिशु की मूवमेंट कम हो जाती है, तो इसे सही नहीं समझना चाहिए। ऐसी स्थिति में गर्भवती महिला को तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। असल में, शिशु का कम मूव करना, उसके खराब स्वास्थ्य की ओर इशारा कर सकता है। ऐसी स्थिति में गर्भवती महिला को कुछ जरूरी टेस्ट करने की सलाह दी जाती है, जैसे अल्ट्रासाउंड, नॉन-स्ट्रेस टेस्ट आदि। इन टेस्ट के जरिए बच्चे की स्थिति और हेल्थ की सटीक जानकारी ली जाती है।
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