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प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में शरीर में क्या समस्याएं हो सकती हैं? डॉक्टर से जानें

प्रेग्नेंसी के तीसरी तिमाही में महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं, जो कई बार असुविधा का कारण बन सकता है, आइए जानते हैं क्या है वो समस्याएं? 
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प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में शरीर में क्या समस्याएं हो सकती हैं? डॉक्टर से जानें

Common Problems in Third Trimester- प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही मां और बच्चे दोनों के लिए काफी खास होता है। इस दौरान गर्भ में भ्रूण की तेजी से वृद्धि होती है। इसके साथ ही, दूसरी तिमाही में होने वाली स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं अपने साथ कुछ नई असुविधाओं को लेकर आती है। गर्भ में जैसे-जैसे भ्रूण बढ़ता है, महिलाओं के आंतरिक अंगों पर ज्यादा दबाव पड़ता है। तीसरी तिमाही अक्सर प्रेग्नेंसी के 28 से लेकर 40 हफ्तों तक की होती है। अक्सर महिलाएं अपनी तीसरी तिमाही में प्रेग्नेंसी के कई लक्षणों का अनुभव कर सकती है, जिसमें स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं और असुविधा महसूस हो सकती है। ऐसे में महिलाओं के मन में अक्सर यह सवाल रहता है है कि उन्हें प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही में किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है? अगर आप भी यह जानना चाहती हैं तो आइए मुंबाई के होप आईवीएफ सेंटर की ऑब्सटेट्रिशियन और गयनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर तनुश्री पांडे पडगांवकर से जानते हैं प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही में क्या होता है? 

प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में शरीर में क्या समस्याएं हो सकती हैं? - What Are The Common Problems in Third Trimester of Pregnancy in Hindi 

1. वैरिकाज नसों की समस्या - Prominent Varicose Veins

प्रेग्नेंसी के तीसरी तिमाही में महिलाओं के शरीर में ब्लड की मात्रा काफी बढ़ जाती है। ऐसे में बढ़ते हुए गर्भाशय से दबाव के कारण नसें बड़ी हो सकती हैं, खासकर पैरों में। वैरिकाज नसों की समस्या के कारण पैरों में दर्द और सूजन की समस्या हो सकती है। 

2. ब्रेक्सटन हिक्स संकुचन की समस्या - Braxton Hicks Contractions

ब्रेक्सटन हिक्स संकुचन की समस्या में डिलिवरी से पहले आखिर तिमाही में आपको कई बार झूठी प्रसव पीड़ा का दर्द उठ सकता है, जो काफी आम है। ब्रेक्सटन हिक्स संकुचन आमतौर पर दर्दनाक नहीं होते हैं, बल्कि असुविधा और भ्रम पैदा कर सकते हैं, जिससे बिना कारण आपको अस्पताल जाना पड़ता है।

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3. शरीर के कई हिस्सों में सूजन - Increased Swelling 

प्रेग्नेंसी के तीसरी तिमाही के दौरान महिलाओं के शरीर में वॉटर रिटेंशन की समस्या को बढ़ा सकता है, जो आमतौर पर पैरों, टखनों और हाथों में सूजन का कारण बनता है। इस समस्या के कारण आपको बेचैनी, जूते या अंगूठियां पहनने में मुश्किल और कई बार सूजन प्रीक्लेम्पसिया की समस्या हो सकती है, जिसके इलाज के लिए डॉक्टर के पास जाना जरूरी होता है। 

4. स्तन भारी और सेंसिटिव होना - Breasts Become Heavier and Sensitive

प्रेग्नेंसी के तीसरे तिमाही के दौरान महिलाओं के ब्रेस्ट स्तनपान के लिए तैयार होते हैं। ऐसे में शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव और बढ़े हुए ब्लड फ्लो के कारण ब्रेस्ट बड़े, भारी और ज्यादा सेंसिटिव हो जाते हैं, जो महिलाओं में असुविधा, दर्द, खिंचाव के निशान और कोलोस्ट्रम की समस्या को बढ़ा सकते हैं। 

प्रेग्नेंसी के तीसरी तिमारी के दौरान महिलाओं के शरीर में ये 4 समस्याएं होना आम बात है, जिसे आप आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं। लेकिन मां और भ्रूण दोनों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए शरीर में किसी भी तरह का बदलाव नजर आने पर डॉक्टर से परामर्श जरूर करें। 

Image Credit- Freepik 

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