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बच्चों में मानसिक बीमारी के शुरुआती लक्षण, डॉक्टर से जानें

बच्चों में भावात्मक उतार-चढ़ाव एक आम बात है, लेकिन यह कब मानसिक बीमारी बन जाए, पेरेंट्स को इसका पता नहीं चल पाता है। ऐसे में आइए लेख में जानें बच्चों में मानसिक बीमारी के शुरुआती लक्षण क्या हैं?
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बच्चों में मानसिक बीमारी के शुरुआती लक्षण, डॉक्टर से जानें


Early Signs Of Mental Illness In Kids In Hindi: बच्चे हर किसी को अपने माता-पिता से जिद्द करते दिख जाते हैं और कई बार बच्चे अधिक गुस्सा करने लगते हैं। ऐसे में बच्चों की ग्रोथ के दौरान उनमें भावनात्मक उतार-चढ़ाव आना एक आम बात है, लेकिन उनके व्यहवार, मनोदशा या सोच के पैटर्न में लगातार बदलाव आना उनमें मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या के कारण हो सकते हैं, जिसको अक्सर पेरेंट्स समझ नहीं पाते हैं। ऐसे में बच्चों में मानसिक बीमारी होने पर कुछ लक्षण दिखाई देते हैं। ऐसे में माता-पिता को इन लक्षणों को नजरअंदाज न करते हुए बच्चों की मदद करनी चाहिए। जिससे बच्चे का मानसिक बीमारियों से बचाव हो सके। ऐसे में आइए एनआईटी फरीदाबाद में स्थित संत भगत सिंह महाराज चैरिटेबल हॉस्पिटल के जनरल फिजिशियन डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज (Dr. Sudhir Kumar Bhardwaj, General Physician, Sant Bhagat Singh Maharaj Charitable Hospital, NIT Faridabad) से जानें बच्चों में मानसिक बीमारी के शुरुआत में कौन से लक्षण दिखते हैं?

बच्चों में मानसिक बीमारी के लक्षण - Signs of Mental Illness in Children In Hindi

डॉ. सुधीर कुमार के अनुसार बच्चों में मानसिक बीमारी होने पर स्वास्थ्य संबंधी कई परेशानियां हो सकती हैं। ऐसे में बच्चों में इससे जुड़े लक्षणों को नजरअंदाज न करें।

लगातार उदास रहना

अगर बच्चा 2 हफ्तों से ज्यादा समय से लगातार उदास है, भावनात्मक बदलाव हो रहें, दूसरे बच्चों या घर में अलग-थलग रहता है और ज्यादा बात नहीं करता है, तो यह बच्चे में डिप्रेशन और स्ट्रेस का संकेत हो सकता है।

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अधिक मूड स्विंग्स होने

अगर बच्चे के व्यहार में अत्याधिक बदलाव आने, अधिक चिड़चिड़ा होने, अचानक से गुस्सा आने, बच्चे का अधिक अक्रामक होने, अधिक मूडी होने और अचानक से इंमोशनल होने जैसे बच्चों में मूड स्विंग्स के लक्षण किसी मानसिक बीमारी के संकेत हो सकते हैं।

अधिक डर महसूस करना

अगर बच्चे को अचानक से अंधेरे या अजनाबियों से डर लगने लगे और स्ट्रेस होने जैसी समस्या होना बच्चे में मानसिक बीमारी के संकेत हो सकते हैं। इसके कारण लोगों को स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हो सकती है।

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स्कूल जाने से बचना

बच्चे में मानसिक बीमारी होने पर अक्सर बच्चे स्कूल जाने से बचने लगते हैं, या स्कूल में पढ़ाई पर फोकस करने में परेशानी होने, पढ़ाई में मन न लगने, पढ़ाई पर फोकस करने में परेशानी होने, दोस्तों से दूरी बनाने और बातचीत कम करने जैसे संकेत दिखते हैं।

खाने-पीने की आदतों में बदलाव

बच्चे को मानसिक बीमारी होने पर उसकी खाने-पीने और सोने की आदतों में बदलाव होने लगता है। मानसिक समस्या के कारण कई बार बच्चे कम खाना खाते हैं या अधिक खाने लगते हैं, साथ ही, उनको सोने में परेशानी का सामना भी करना पड़ सकता है।

शारीरिक बदलाव होने

बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या होने पर लोगों को वजन कम होने, सिर में दर्द होने, पेट दर्द होने और स्ट्रेस होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

निष्कर्ष

बच्चों में मानसिक बीमारी होने पर उनको लगातार उदास रहने, अधिक मूड स्विंग्स होने, व्यहवार में बदलाव आने, अधिक डर महसूस होने, खाने-पीने की आदतों में बदलाव होने, स्कूल जाने से बचना, पढ़ाई में मन न लगने, स्ट्रेस में रहने, वजन कम होने, सिर दर्द होने, पेट दर्द होने, दोस्तों से दूरी बनाने और अचानक से गुस्सा आने जैसे कई लक्षण दिखते हैं। ऐसे में माता-पिता बच्चों में दिखने वाले इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इससे बच्चों का समय रहते मानसिक बीमारियों से बचाव करने में मदद मिल सकती है।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • मानसिक बीमारी के 5 संकेत क्या हैं?

    मानसिक बीमारी होने पर लोगों को नींद में परेशानी होने, ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होने, भूख में बदलाव होने, मूड स्विंग्स होने और स्ट्रेस में रहने जैसे संकेत दिखते हैं।
  • ब्रेन पावर बढ़ाने के लिए क्या खाएं?

    ब्रेन को एक्टिव करने और ब्रेन पावर को बढ़ाने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियों, ड्राई फ्रूट्स, फल, साबुत अनाज, हल्दी, अंडे और ओमेगा-3 फैटी एसिड से युक्त फूड्स को डाइट में शामिल करना चाहिए। इनसे याददाश्त को बेहतर करने और ब्रेन के कार्यों को बेहतर करने में मदद मिलती है।
  • दिमाग और याददाश्त तेज कैसे करें?

    ब्रेन को तेज करने और याददाश्त को तेज करने के लिए भरपूर नींद लें, नियमित एक्सरसाइज करें, मानसिक एक्सरसाइज करें, जॉगिंग करें, हेल्दी और पोषक तत्वों से युक्त फूड्स को खाएं। ये कार्ये ब्रेन के कार्यों को बेहतर कर स्वस्थ बनाए रखने में सहायक है। 

 

 

 

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  • Current Version

  • Sep 19, 2025 11:57 IST

    Published By : प्रियंका शर्मा

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