प्रेग्नेंसी हर महिला के जीवन के सबसे सुखद पलों में से एक होता है। जब एक महिला को उसके प्रेग्नेंट होने की खबर मिलती है, उसी लम्हे से उसके जीवन में बदलाव आना शुरू हो जाता है। वो जो भी खाती-पीती या करती है, सिर्फ अपने गर्भ में पल रहे भ्रूण के बारे में ही सोचकर करती है। लेकिन, स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं या अन्य करणों से कई महिलाओं को ये खुशखबरी मिलती तो है, लेकिन ज्यादा दिनों तक रह नहीं पाती है। खासकर, पीसीओएस (PCOS) से पीड़ित महिलाओं को लेकर अक्सर ये कहा जाता है कि उनके लिए कंसीव करना मुश्किल है, और अगर वे कंसीव कर भी ले तो गर्भपात का खतरा (Risk of Miscarriage) उन्हें बहुत ज्यादा होता है। लेकिन, इस बात में कितनी सच्चाई है, आइए राज होम्योपैथिक क्लिनिक (पुणे) की हार्मोन एवं फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट डॉ. जैनब ताजिर ( Dr. Zainab Tajir, Hormone and Fertility Specialist, Raj Homeopathic Clinic, Pune) से जानते हैं क्या पीसीओएस गर्भपात का कारण हो सकता है और PCOS के साथ हेल्दी प्रेग्नेंसी के टिप्स क्या है?
क्या पीसीओएस गर्भपात को बढ़ाता है?
फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट डॉ. जैनब ताजिर के अनुसार, "PCOS में एनोवुलेटरी साइकिल और हार्मोनल असंतुलन गर्भधारण को मुश्किल बना सकते हैं। हालांकि, रिसर्च के अनुसार पीसीओएस वाली महिलाओं में आम महिलाओं की तुलना में गर्भपात होने की संभावना 3 गुना ज्यादा होती है। हालांकि, हर महिला के लिए गर्भवती होना और स्वस्थ बच्चे को जन्म देना बिल्कुल संभव है। जब आप हार्मोनल समस्याओं से पीड़ित होते हैं, तो आपको अपने शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर काम करने और अपने हार्मोन को संतुलित करने की जरूरत होती है। हमारा शरीर हर चीज के लिए ज्यादा सक्षम है। PCOS से पीड़ित महिलाओंं के लिए जरूरी है कि प्रेग्नेंट होने और हेल्दी प्रेग्नेंसी के लिए जरूरी पोषण और देखभाल पर ध्यान दें।"
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PCOS के साथ स्वस्थ गर्भावस्था के लिए टिप्स
1. आहार में बदलाव
अपनी डाइट में सही बदलाव के साथ आप ब्लड शुगर के स्तर को नॉर्मल बनाए रख सकते हैं। इसके लिए, आप अपनी डाइट में प्रोटीन, फाइबर, हेल्दी फैट और कम जीआई कार्ब्स वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
2. अनहेल्दी फूड से बचें
प्रोसेस्ड फूड, शुगर, रिफाइंड आटा, ऑयली और तले हुए खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित करें और किसी भी तरह के अनहेल्दी फूड को खाने से बचें।
3. शारीरिक गतिविधियां
हफ्ते में कम से कम 30 मिनट 5 दिनों तक शारीरिक गतिविधियां जैसे, योग, एक्सरसाइज या वॉक करें। PCOS वाली महिलाओं को अपने रूटीन में ऐसे एक्सरसाइजों को शामिल ककरना चाहिए, जो हेल्दी वजन बनाए रखने में मदद कर सके।
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4. विटामिन सप्लीमेंट्स
PCOS के दौरान मिसकैरेज के जोखिम को कम करने और हेल्दी प्रेग्नेंसी के लिए आप डॉक्टर के बताएं विटामिन, फोलिक एसिड जैसे पोषक तत्वों के सप्लीमेंट्स ले सकते हैं।
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PCOS से पीड़ित महिलाओं में आम महिलाओं की तुलना मिसकैरेज का जोखिम ज्यादा होता है। लेकिन अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करके और अपना खास ध्यान रखकर आप इस खतरे को कम कर सकती है।
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