-1752591484246.webp)
Low Testosterone Man Boobs In Hindi: टेस्टोस्टेरोन, जिसे हम मेल हार्मोन भी कहते हैं। यह पुरुषों के लिए बहुत जरूरी हार्मोन होता है। यह पुरुषों को यौन संबंध बनाने में मदद करता है। इसके अलावा, मसल्स मास, बोन डेंसिटी और ओवर ऑल हेल्थ में सुधार के लिए भी टेस्टोस्टेरोन अहम भूमिका निभाता है। यही कारण है कि अक्सर एक्सपर्ट्स यह सलाह देते हैं कि पुरुष टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बैलेंस में बनाए रखने की कोशिश करें। हालांकि, तमाम कोशिशों के बावजूद, कभी खराब डाइट, तो कभी लाइफस्टाइल की बुरी आदतों की वजह से पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर घट जाता है। ध्यान रखें कि जब टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो जाता है, तो पुरुषों को कई तरह की स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं। माना जाता है कि टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी के कारण पुरुषों में मैन बूब्स की समस्या भी हो जाती है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या वाकई ऐसा होता है? आइए, जानते हैं मेडिकवर हॉस्पिटल के यूरोलॉजिस्ट और एंड्रोलॉजिस्ट डॉ. विजय दहिफले का इस बारे में क्या कहना है।
क्या टेस्टोस्टेरोन की कमी के कारण मैन बूब्स हो सकते हैं?- Does Low Testosterone Cause Man Boobs In Hindi
-1752591835583.jpg)
जैसा कि यह पहले ही हम स्पष्ट कर चुके हैं कि टेस्टोस्टेरोन पुरुषों के लिए एक महत्वपूर्ण हार्मोन है। टेस्टोस्टेरोन असंतुलित होने की वजह से कई तरह की दिक्कतें आ सकती हैं, जो कि ओवर ऑल हेल्थ पर नेगेटिव असर डालता है। अब जहां तक सवाल इस बात का है कि क्या वाकई टेस्टोस्टेरोन की कमी के कारण मैन बूब्स या गाइनेकोमेस्टिया की दिक्कत हो सकती है। को भी कहा जाता है? इस पर डॉक्टर का कहना है, "यह सच है कि अंसतुलित टेस्टोस्टेरोन के कारण पुरुषों में मैन बूब्स की समस्या हो सकती है। असल में, एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन के बीच अंसतुलन ही इस समस्या का कारण होता है। इसे सरल शब्दों में समझें तो हार्मोनल इंबैलेंस की वजह से पुरुषों में मैन बूब्स की समस्या होती है।"
इसे भी पढ़ें: पुरुषों में मैन बूब्स (गाइनेकोमास्टिया) की समस्या क्यों होती है? डॉक्टर से आसान भाषा में समझें कारण
मैन बूब्स बढ़ने के मुख्य कारण- Causes Of Man Boobs In Men In Hindi
बढ़ती उम्र
बढ़ती उम्र में पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन में प्राकृतिक रूप से घटने लगता है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है, टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी आती रहती है। यही कारण है कि बड़ी उम्र के पुरुषों में मैन बूब्स की समस्या अधिक देखने को मिलती है।
टेस्टीकुलर इश्यूज
अगर किसी पुरुष को टेस्टिस में ट्यूमर जैसी दिक्कत है, तो उनमें भी टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी देखी जा सकती है। असल में, टेस्टीकुलर इश्यूज होने की वजह से टेस्टोस्टेरोन प्रोडक्शन बाधित होने लगता है, जिससे टेस्टोस्टेरोन के स्तर में बहुत तेजी से गिरवट होने लगती है। इसका नेगेटिव प्रभाव ओवर ऑल हेल्थ पर पड़ता है। इसी क्रम में पुरुषों के मैन बूब्स भी डेवेलप हो जाते हैं।
इसे भी पढ़ें : पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर होने पर दिखते हैं ये 8 शुरूआती लक्षण, जानें बचाव
हाइपरथायरायडिज्म
यह भी एक तरह की मेडिकल कंडीशन है, जिसमें थायराइड हार्मोन के स्तर में फ्लक्चुएशन नजर आता है। आपको बता दें कि यह सेक्स हार्मोन-बाइंडिंग ग्लोब्युलिन के प्रोडक्शन को बढ़ाता है, जो एस्ट्रोजन की तुलना में टेस्टोस्टेरोन को अधिक बाइंड करता है। ऐसे में फ्री टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो जाता है। कुल मिलाकर कह सकते हैं कि हाइपरथायरायडिज्म के कारण पुरुषों में हार्मोनल इंबैलेंस हो जाता है, जिससे पुरुषों में मैन बूब्स की समस्या होने लगती है।
दवाओं का असर
अगर पुरुष लंबे समय से कोई दवा ले रहे हैं, जैसे एंटीबायोटिक्स, प्रोस्टेट कैंसर की दवाएं और एंटीडिप्रेसेंट। इस तरह की दवाओं का शरीर पर काफी गहरा असर पड़ता है। हार्मोन में उतार-चढ़ाव भी हो सकते हैं। ऐसे में मेल बूब्स के होने का रिस्क बढ़ जाता है।
All Image Credit: Freepik
FAQ
पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी के क्या लक्षण हैं?
पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन कम होने पर कई तरह के लक्षण दिख सकते हैं, जैसे सेक्स ड्राइव में कमी होना, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की दिक्कत, हेयर फॉल होना आदि।पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन बढ़ने से क्या होता है?
जिस तरह पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर घटना ही नहीं है, इसी तरह अतिरिक्त बढ़ना भी सही नहीं होता है। अगर किसी वजह से पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ने लगता है, तो ऐसे में उन्हें पिंपल, यौन इच्छा में वृद्धि, चेहरे और शरीर पर बालों का बढ़ना, मूड स्विंग और इंफर्टिलिटी की दिक्कत भी हो सकती है। इस तरह की स्थिति में पुरुषों को चाहिए कि वे जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क कर अपना इलाज करवाएं।कौन सी चीजें पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन कम करती हैं?
पुरुषों के लिए टेस्टोस्टेरोन हार्मोन बहुत जरूरी है। लेकिन, खराब खानपान और लाइफस्टाइल की बुरी आदतें टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर को कम कर सकती हैं। पुरुषों को अपनी डाइट से ब्रेड, पेस्ट्री और मीठी चीजों को बाहर निकाल देना चाहिए। साथ ही, उन्हें शराब और स्मोकिंग भी नहीं करना चाहिए।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version
Nov 05, 2025 18:23 IST
Published By : Anurag Gupta