Can Eczema Cause Discoloration In Hindi: एक्जिमा एक तरह की स्किन प्रॉब्लम है। इसे एटोपिक डर्माटाइटिस भी कहा जाता है। यह क्रॉनिक स्किन कंडीशन है। एक्जिमा होने की वजह से त्वचा में इचिंग, ड्राइनेस और सूजन आ जाती है। इसके अलावा, एक्जिमा की वजह से त्वचा पपड़ीदार, पैचेस और रेडनेस हो जाती है। इसकी ट्रीटमेंट की बात करें, तो इससे पूरी तरह ठीक नहीं किया जा सकता है। हां, इसके लक्षणों को मैनेज करने की कोशिश की जा सकती है। इसके लिए नियमित रूप से मॉइस्चराइजर लगाना होता है और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाया जाता है। इससे एक्जिमा के लक्षणों को मैनेज करने में मदद मिलती है। यहां एक सवाल उठ सकता है कि क्या एक्जिम के कारण स्किन कलर प्रभावित सकता है? जानें, राजौरी गार्डन स्थित कॉस्मेटिक स्किन क्लिनिक की कॉस्मेटोलॉजिस्ट और त्वचा रोग विशेषज्ञ, डॉ. करुणा मल्होत्रा से इनके बारे में-
क्या एक्जिमा के कारण स्किन कलर प्रभावित हो सकता है?- Eczema Causing Discoloration In Hindi
एक्जिमा की वजह से स्किन में खुजली, रेडनेस, पपड़ीदार त्वचा जैसी कई समस्याएं हो जाती हैं। ऐसे में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या एक्जिमा के कारण स्किन कलर प्रभावित हो सकता है? इस बारे में डॉक्टर का कहना है, ‘एक्जिमा के कारण स्किन कलर प्रभावित हो सकता है। यह बिल्कुल सच है। असल में, एक्जिमा के कारण हाइपोपिग्मेंटेशन और हाइपरपिग्मेंटेशन दोनों तरह की समस्या देखी जा सकती है। ध्यान रखें कि हाइपरपिग्मेंटेशन का मतलब होता है स्किन का डार्क होना, जबकि हाइपोपिग्मेंटेशन का अर्थ है स्किन कलर लाइट होना। जिन लोगों का स्किन कलर डल होता है, उन्हें एक्जिमा के बाद अधिक स्किन डिस्कलरेशन की दिक्कत देखने को मिलती है।"
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एक्जिमा के कारण स्किन कलर क्यों प्रभावित होता है?
एक्जिमा में स्किन का डल होना या लाइट होना, दोनों तरह की समस्या हो सकती है। इसका जिक्र हमने पहले ही किया है। एक्जिमा में सूजन आ जाती है। सूजन आने पर शरीर खास किस्म से प्रतिक्रिया करता है। इस रेस्पॉन्स के दौरान शरीर में साइटोकिन्स के स्राव होने लगता है। इससे मेलेनिन हार्मोन का उत्पादन ट्गिर होता है, जिससे स्किन बाहरी लेयर का रंग बदलने लगता है। इसके अलावा, एक्जिमा के कारण इचिंग होने लगती है। यह इचिंग कई बार इतनी असहनीय हो जाती है, जिसे कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है। कभी-कभी प्रभावित हिस्से में खुजली करने की वजह से भी त्वचा के रंग पर इसका बुरा असर देखने को मिलता है। ऐसा करने से स्किन डैमेज हो जाती है, जिससे ज्यादा मात्रा में मेलानिन रिलीज होता है। नतीजतन, स्किन कलर में बदलाव नजर आने लगता है। विशेषज्ञ यह भी बताते हैं कि एक्जिमा के मरीज को अगर सन एक्सपोजर ज्यादा मिलता है, तब भी मेलानिन ज्यादा मात्रा में प्रोड्यूस होता है। स्किन कलर के लिए ऐसा होना सही नहीं है।
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एक्जिमा के कारण स्किन कलर को प्रभावित होने से कैसे रोकें
चूंकि, एक्जिमा का कोई स्थाई इलाज नहीं है। इसे पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है। हां, इसे मैनेज करने के लिए कुछ टिप्स अपनाए जा सकते हैं, जिससे स्किन को डिस्कलर होने से रोका जा सकता है-
- एक्जिमा को ट्रिगर होने से रोकने के उपाय अपनाएं। जैसे ऐसी चीजों को करने से बचें, जिससे एक्टिमा के लक्षण ट्रिगर हो सकते हैं।
- एक्जिमा होने पर डॉक्टर से कंसल्ट करें। उनकी दी हुई दवा नियमित रूप से लें। ऐसा कुछ नक रें, जिसके लिए डॉक्टर ने मना किया है।
- एक्जिमा होने पर प्रभावित हिस्से में मॉइस्चराइजर लगाना न भूलें। इससे इचिंग कम होगी और स्किन का रंग भी डिस्कलर नहीं होगा।
- एक्जिमा के दौरान इरिटेंट चीजों से बचें, जैसे साबुन, डिटर्जेंट का उपयोग न करें। प्रभावित हिस्से में इन चीजों को लगाने से बचें।