Dark Chocolate and Cravings: डार्क चॉकलेट एक प्रकार की चॉकलेट है जिसमें कोको की मात्रा ज्यादा होती है और चीनी व दूध की मात्रा कम होती है। इसका स्वाद कड़वा और रंग गहरा होता है। डार्क चॉकलेट को 'ब्लैक चॉकलेट' या 'बिटर चॉकलेट' भी कहा जाता है और इसमें लगभग 50 से 90 प्रतिशत तक कोको हो सकता है। डार्क चॉकलेट में फ्लेवोनॉयड्स, मैग्नीशियम, आयरन, जिंक, फाइबर, कैल्शियम, फास्फोरस, कॉपर और मैंगनीज जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इन पोषक तत्वों के कारण डार्क चॉकलेट को हृदय स्वास्थ्य सुधारने, बीपी को कंट्रोल करने और मूड को बेहतर बनाने के लिए फायदेमंद माना जाता है। कुछ अध्ययनों से यह भी पता चला है कि डार्क चॉकलेट खाने से 'फील-गुड' हार्मोन जैसे सेरोटोनिन और डोपामाइन का स्तर बढ़ सकता है, जो मूड को बेहतर करता है और तनाव को कम करता है। तनाव के कारण कई लोगों को फूड क्रेविंग्स होती हैं, जिसे कम करने के लिए डार्क चॉकलेट का सेवन फायदेमंद माना जाता है। इस लेख में जानेंगे खाने की क्रेविंग्स को कंट्रोल करने के लिए डार्क चॉकलेट क्यों फायदेमंद होती है। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने दिल्ली के होली फैमिली हॉस्पिटल की डाइटिशियन सना गिल से बात की।
क्या खाने की क्रेविंग्स को कंट्रोल करती है डार्क चॉकलेट?- Does Dark Chocolate Help With Cravings
डाइटिशियन सना गिल ने बताया कि डार्क चॉकलेट का सेवन अक्सर खाने की क्रेविंग्स को कंट्रोल करने में फायदेमंद माना जाता है। इसके पीछे कई कारण हैं-
कड़वा और मीठा स्वाद
डार्क चॉकलेट खाना सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। डार्क चॉकलेट का कड़वा और मीठा स्वाद होता है, जिसे खना एक अनूठा अनुभव बनाता है। जब हम डार्क चॉकलेट का सेवन करते हैं, तो यह हमारे दिमाग में सेरोटोनिन और एंडोर्फिन जैसे हॉर्मोनों का उत्पादन बढ़ा सकता है, जो हमें खुशी और संतोष का अनुभव कराते हैं। इसका मतलब है कि जब हम डार्क चॉकलेट खाते हैं, तो हमें यह एक प्रकार का खुशी जैसा अनुभव होता है, जिससे खाने की अन्य क्रेविंग्स कम हो सकती हैं।
कम शुगर वाला विकल्प
डार्क चॉकलेट में आमतौर पर कम शुगर और कोको की उच्च मात्रा होती है। यह अन्य मीठे स्नैक्स की तुलना में एक बेहतर विकल्प हो सकता है। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि उच्च कोको युक्त चॉकलेट खाने से ब्लड शुगर लेवल स्थिर रहता है, जिससे अचानक होने वाली फूड क्रेविंग्स (Food Cravings) को कम करने में मदद मिल सकती है।
एंटीऑक्सीडेंट्स की मौजूदगी
डार्क चॉकलेट में फ्लेवोनॉइड्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर में सूजन को कम कर सकते हैं और स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं। जब हमारी सेहत अच्छी होती है, तो हम ज्यादा स्वस्थ विकल्पों की ओर आकर्षित होते हैं, जिससे हमें जरूरी क्रेविंग्स से बचने में मदद मिलती है।
तनाव घटता है
कई लोग तनाव के समय खाने की क्रेविंग्स का अनुभव करते हैं। डार्क चॉकलेट का सेवन दिमाग में 'हैप्पी हॉर्मोन' को बढ़ा सकता है, जिससे तनाव (Stress) कम होता है और हमें बेहतर महसूस होता है। इससे मनोदशा में सुधार होता है और हम ज्यादा संतुलित महसूस करते हैं।
इसे भी पढ़ें- सर्दियों में डार्क चॉकलेट खाने से सेहत को मिल सकते हैं ये 5 फायदे
रिसर्च क्या कहती है?
कुछ अध्ययन बताते हैं कि डार्क चॉकलेट खाने से भूख को कम किया जा सकता है। एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग डार्क चॉकलेट का सेवन करते हैं, वे कम खाना खाते हैं और उनकी संतुष्टि का स्तर ज्यादा होता है। एक अध्ययन में दिखाया गया कि डार्क चॉकलेट का सेवन करने वालों ने बाद में कम कैलोरी का सेवन किया। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि डार्क चॉकलेट का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। ज्यादा मात्रा में इसका सेवन कैलोरी की मात्रा को बढ़ा सकता है और स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है। इसलिए, एक संतुलित आहार के हिस्से के रूप में इसे शामिल करना जरूरी है। अगर आप डार्क चॉकलेट का सेवन करने का निर्णय लेते हैं, तो सुनिश्चित करें कि यह अच्छी क्वॉलिटी वाली हो और इसमें कम शुगर हो, जिससे आप अपने स्वास्थ्य को बनाए रखते हुए अपने स्वाद का आनंद ले सकें।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।
Study Link: https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC3302125/#:~:text=Ratings%20of%20the%20desire%20to,chocolate%20(P%3D0.002).
Study Source: National Library of Medicine
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version