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World Breastfeeding Week: क्या ब्रेस्टफीडिंग करवाने से पीरियड्स प्रभावित होते हैं? जानें एक्सपर्ट से

Period During Breastfeeding In Hindi: ब्रेस्टफीड करवाने से कुछ महीनों तक पीरियड्स नहीं होते हैं। यह नॉर्मल प्रक्रिया है।
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World Breastfeeding Week: क्या ब्रेस्टफीडिंग करवाने से पीरियड्स प्रभावित होते हैं? जानें एक्सपर्ट से

ब्रेस्टफीडिंग हर नवजात शिशु की पहली जरूरत होती है। भरपूर पोषण के लिए शिशु के पास यही एकमात्र जरिया होता है। हालांकि, मां के दूध में मौजूद पोषक तत्व बच्चे की सेहत, उसके मानसिक-शारीरिक विकास के लिए पर्याप्त है। यही कारण है कि तमाम विशेषज्ञ यह सलाह देते हैं कि हर मां को अपने शिशु को जन्म के तुरंत बाद से ही स्तनपान कराना चाहिए। बहरहाल, ब्रेस्टफीडिंग करवाने का महिला के स्वास्थ्य पर भी गहरा असर पड़ता है। कुछ महिलाएं ब्रेस्टफीडिंग करवाने के कारण पीरियड्स के प्रभावित होने की शिकायत करती हैं। तो क्या वाकई ऐसा होता है? आइए, जानते हैं वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से।

क्या ब्रेस्टफीड करवाने से पीरियड्स प्रभावित होते हैं?- Does Breastfeeding Affect Periods In Hindi

Does Breastfeeding Affect Periods In Hindi

विशेषज्ञों की मानें, तो ब्रेस्टफीड करवाने के कारण अक्सर महिलाओं के पीरियड्स प्रभावित होते हैं। खासकर, उन्हें पीरियड्स नहीं होते हैं। ऐसा कुछ महीनों से लेकर सालों तक हो सकता है। यह कोई चिंता का विषय नहीं है, क्योंकि यह महिलाओं की बॉडी की नेचुरल प्रक्रिया है। जब तक शिशु मां का दूध पीता है, तब तक महिला को पीरियड्स नहीं होते हैं। हां, जैसे-जैसे बच्चा बाहरी चीजों का सेवन करने लगता है या फिर अगर जन्म के कुछ समय बाद से ही वह मां के दूध के साथ-साथ फॉर्मूला मिल्क भी पी रहा है, तो ऐसे में महिला के पीरियड्स जल्दी लौट सकते हैं। वास्तव में, ब्रेस्टफीडिंग करवाने की वजह से महिला की बॉडी में कई तरह के हार्मोन रिलीज होते हैं, जो पीरियड्स को होने से रोकते हैं।

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ब्रेस्टफीडिंग के बाद कब तक पीरियड्स शुरू हो सकते हैं?

Does Breastfeeding Affect Periods In Hindi

ब्रेस्टफीडिंग की वजह से अक्सर महिलाओं को लेट पीरियड्स शुरू होते हैं। जैसा कि हम ने कुछ समय पहले ही जिक्र किया है कि ऐसा महीनों से लेकर सालों तक हो सकता है। वास्तव में, शिशु कब तक मां के दूध पर पूरी तरह निर्भर रहता है, इसी बात पर महिला के पीरियड्स निर्भर करते हैं। इसके अलावा, अगर आप उसे बाहरी खाद्य पदार्थ देना शुरू कर दें, तो महिला के पीरियड्स शुरू होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। कुल मिलाकर, आप कह सकते हैं कि जैसे-जैसे मां के दूध पर शिशु निर्भर कम होती चली जाएगी, महिला के पीरियड्स शुरू होने की संभवना, उतनी बढ़ती जाएगी।

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क्या ब्रेस्टफीड के बाद पीरियड्स नॉर्मल शुरू होते हैं?

यह तय है कि ब्रेस्टफीड करवाने के कारण महिला के पीरियड्स में देरी हुई है। ऐसे में जब भी महिला को पीरियड्स शुरू होंगे, तो पहले पहल वे सामान्य नहीं होंगे। कभी पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं, कभी पीरियड्स फिर से कुछ महीनों के लिए बंद हो सकते हैं और कभी हैवी ब्लीडिंग भी सकती है। इसके बावजूद, अगर पीरियड्स में किसी तरह की समस्या महसूस हो, तो अपको डॉक्टर से संपर्क करने में देरी नहीं करनी चाहिए।

ब्रेस्टफीडिंग के बाद पीरियड्स असामान्य होने पर कब जाएं डॉक्टर के पास

वैसे तो ब्रेस्टफीडिंग के दौरान पीरियड्स नहीं होते हैं और इसके बाद जब भी शुरू होते हैं, तो नॉर्मल होने में कुछ समय लगता है। इसके बावजूद, आपको कुछ लक्षणों पर गौर करना चाहिए। अगर यहां बताए गए संकेत नजर आएं, तो डॉक्टर के पास जाने में देरी न करें, जैसे-

  • पीरियड्स के पैटर्न में बदलाव होना
  • पीरियड्स में अनियमितता लंबे समय तक बने रहना
  • दो पीरियड्स के बीच स्पॉटिंग या ब्लीडिंग होना
  • सामान्य से ज्यादा हैवी ब्लीडिंग होना
  • ब्लीडिंग के दौरान दर्द होना
  • शारीरिक संबंध स्थापित करने के बाद दर्द होना।

All Image Credit: Freepik

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