Does Periods Affect Breastfeeding: जन्म से लेकर छह महीनों तक शिशु केवल मां के दूध पर निर्भर होता है। अगर किसी कारणवश उसे मां का दूध नहीं मिलता है, तो शिशु में कई तरह की शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। मां का दूध, शिशु को बीमारी और इन्फेक्शन से बचाकर रखता है। ब्रेस्टफीडिंग की प्रक्रिया जब प्रभावित होती है, तो उसका असर शिशु की सेहत पर भी पड़ता है। कुछ महिलाओं का मानना है कि पीरियड्स में स्तनपान कराने में महिलाओं को समस्या का सामना करना पड़ता है। पीरियड्स महिला के शरीर में हार्मोनल परिवर्तनों की एक प्रक्रिया है। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान शरीर में होने वाले बदलावों के कारण महिलाओं को स्तनपान की प्रक्रिया में परेशानी होती है। कुछ महिलाएं पीरियड्स के दौरान ज्यादा दर्द का अनुभव करती हैं। ऐसे में उन्हें ब्रेस्टफीडिंग में कठिनाई महसूस होती है। चलिए जानते हैं कि क्या वाकई पीरियड्स में स्तनपान की प्रक्रिया प्रभावित होती है या नहीं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के झलकारीबाई अस्पताल की गाइनोकॉलोजिस्ट डॉ दीपा शर्मा से बात की।
क्या पीरियड्स में स्तनपान की प्रक्रिया प्रभावित होती है?- Does Periods Affect Breastfeeding
हां पीरियड्स में मिल्क सप्लाई कुछ हद तक प्रभावित हो सकती है। पीरियड्स में प्रोजेस्ट्राॅन और एस्ट्रोजन हार्मोन के स्तर में परिवर्तन आता है। यह हार्मोन मिल्क सप्लाई को भी प्रभावित करते हैं। कई महिलाएं पीरियड्स के समय कम मिल्क सप्लाई का अनुभव करती हैं। इसे स्तनपान के दौरान भी महसूस किया जा सकता है। पीरियड्स या स्तनपान से संबंधित कोई भी असामान्य लक्षण नजर आने पर अपने डॉक्टर से संपर्क करें। वह स्थिति का सही मूल्यांकन कर सकेंगे। सबसे जरूरी बात है कि इस दौरान आपको धैर्य रखना होगा। इस दौरान शिशु के स्वास्थ्य पर भी गौर करें। हालांकि हर महिला को ऐसे अनुभव हो, ऐसा जरूरी नहीं है। जहां तक बात है दूध की गुणवत्ता कि, तो इस पर फिलहाल कोई ठोस रिसर्च नहीं की गई है, इसलिए यह नहीं कहा जा सकता कि पीरियड्स से दूध की गुणवत्ता पर कोई असर पड़ता है।
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पीरियड्स के दौरान शिशु को ब्रेस्टफीडिंंग कराने के टिप्स- Breastfeeding Tips in Hindi
पीरियड्स में ब्रेस्टफीडिंग करवाने के लिए कुछ टिप्स इस प्रकार हैं-
- अपनी डाइट में हेल्दी विकल्प शामिल करें जैसे- फल, सब्जियां, अनाज, दूध, दही और प्रोटीन युक्त आहार आदि।
- मिल्क सप्लाई को बढ़ाने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें। पीरियड्स में शरीर को पानी की जरूरत होती है। इसलिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
- हेल्दी हैबिट्स फॉलो करें जैसे- समय पर सोना, तनाव कम लेना, हल्की एक्सरसाइज करना आदि।
- पीरियड्स में स्तन में दर्द या किसी भी तरह का असामान्य लक्षण नजर आने पर डॉक्टर से सलाह लेना न भूलें।
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स्तनपान के दौरान मिल्क सप्लाई कम होने पर क्या करें?- Low Milk Supply During Periods
- मिल्क सप्लाई कम होने पर सबसे पहले तनाव कम करें। ज्यादा स्ट्रेस लेने के कारण भी स्तनपान के दौरान मिल्क सप्लाई की कमी हो सकती है।
- पीरियड्स में दर्द को कम करने के लिए ज्यादा दवाएं या पेनकिलर का सेवन न करें। दवाओं के असर से मिल्क सप्लाई घट सकती है।
- शिशु को नियमित रूप से स्तनपान कराएं। ब्रेस्ट जब तक पूरी तरह से खाली नहीं करेंगी, तब तक अधिकतम मिल्क सप्लाई ठीक से नहीं हो सकेगी।
- ब्रेस्ट की मालिश करें। इससे स्तनपान कराने में मदद मिलेगी और मिल्क सप्लाई को बढ़ाया जा सकता है।
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