Causes Of Two Days Menstrual Flow During Periods In Hindi: आमतौर पर पीरियड्स में 3 से 5 दिनों तक ब्लीडिंग होती है। इसे ही नॉर्मल पीरियड्स कहा जाता है। लेकिन, कुछ महिलाओं को इससे कम या इससे ज्यादा दिनों तक भी ब्लीडिंग हो सकती है। अगर ऐसा कभी-कभी हो, तो यह कोई समस्या का विषय नहीं होता है। वहीं, अगर किसी महिला को नियमित रूप से एक महीने में सिर्फ दो दिनों तक ब्लीडिंग होती है, तो यह सही नहीं है। ऐसा होने पर महिला को चाहिए कि वह डॉक्टर को संपर्क करें। लेकिन, इससे पहले यह जान लेना जरूरी है कि आखिर ऐसा क्यों होता है। इस संबंध में विस्तार से जानने के लिए लेख के पूरा पढ़ें।
पीरियड्स में सिर्फ दो दिनों तक ब्लीडिंग होने का कारण- What Causes Period To Flow For Just Two Days In Hindi
प्रेग्नेंसी के दौरान
वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता के अनुसार, "प्रेग्नेंसी होने पर कई बार महिला को शुरुआती दिनों में महज एक से दो दिनों तक ब्लीडिंग हो सकती है। हालांकि, इस दौरान जो ब्लीडिंग होती है, उसका रंग अलग होता है। यह पिंक से डार्क ब्राउन कलर का नजर आ सकता है। वैसे आपको बता दें कि जरूरी नहीं है कि हर प्रेग्नेंट महिला के साथ ऐसा हो।"
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मिसकैरेज होने पर
मिसकैरेज होने पर अक्सर महिलाओं को ब्लीडिंग होती है। इस तरह की कंडीशन को अक्सर महिलाएं प्रेग्नेंसी में ब्लीडिंग होने से रिलेट करके देखती हैं। लेकिन, मिसकैरेज होने पर महिला को काफी ज्यादा पेट में दर्द, क्रैंप्स होने लगते हैं। कभी-कभी ब्लीडिंग बहुत ज्यादा हैवी होने लगती है। मिसकैरेज होने पर पीठ में और पेल्विक एरिया में दर्द भी होता है।
ब्रेस्ट फीडिंग कराने पर
डॉ. शोभा गुप्ता कहती हैं, "डिलीवरी के बाद जो महिलाएं अपने बच्चे को ब्रेस्ट फीड कराती हैं, उन्हें अक्सर लगभग 6 माह तक पीरियड्स नहीं होते हैं। जब आप ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को पीरियड्स होने लगते हैं, तो शुरुआती दिनां में हल्के स्पॉट्स नजर आते हैं और कई बार पीरियड्स देर से आते हैं।"
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स्ट्रेस होने पर
डॉ. शोभा गुप्ता आगे बताती हैं, "कई बार महिलाओं को सिर्फ दो दिन पीरियड्स तब आते हैं, जब वे लंबे समय से स्ट्रेस या डिप्रेशन से गुजर रही होती है। डिप्रेशन या स्ट्रेस से मानसिक स्थिति स्थिर नहीं रहती है। इसका बुरा असर हार्मोन पर पड़ता है। हार्मोनल असंतुलन होने पर पीरियड्स में उतार-चढ़ाव नोटिस किए जा सकते हैं।"
बर्थ कंट्रोल पिल
बर्थ कंट्रोल पिल लेने की वजह से भी कई बार महिलाओं के सिर्फ दो दिनों तक पीरियड्स होने की समस्या हो सकती है। दरअसल, बर्थ कंट्रोल पिल हार्मोन होते हैं। ये हार्मोन यूट्रस की लाइनिंग को पतला कर देती हैं। ऐसे में पीरियड्स डिस्टर्ब हो सकते हैं। कई बार पीरियड्स में नजर आ रहे ब्लड का कलर भी बदल जाता है।
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