पीरियड्स के शुरुआती तीन दिन, कई महिलाओं के लिए हैवी ब्लीडिंग और असुविधा वाले होते हैं। महिलाओं में होने वाली यह स्थिति न केवल शारीरिक थकान का कारण बनती है, बल्कि मानसिक तनाव भी पैदा करती है। हैवी ब्लड फ्लो के कई कारण हो सकते हैं, जैसे हार्मोनल इंबैलेंस, यूटेराइन फाइब्रॉइड्स, पीसीओएस और थायरॉयड की समस्याएं। पीरियड्स संबंधी समस्याओं को संतुलित आहार के माध्यम से कंट्रोल किया जा सकता है। अगर आपको भी पीरियड्स के दौरान शुरुआती 3 दिनों में हैवी ब्लड फ्लो की समस्या रहती है तो इसके लिए कुछ टिप्स फॉलो कर सकते हैं, जिनसे आपको लाभ मिल सकता है। हाल ही में आरोग्य डाइट और न्यूट्रिशन क्लीनिक की डाइटिशियन डॉ. सुगीता मुटरेजा ने एक वीडियो में बताया कि कैसे पीरियड्स के शुरुआती 3 दिनों के हैवी ब्लड फ्लो में खुद को हेल्दी रखें।
पीरियड्स के शुरुआती 3 दिनों में फॉलो करें ये 3 टिप्स
1. लाल चावल को दूध और मिश्री के साथ खाएं
लाल चावल में आयरन की मात्रा अच्छी होती है, जो हैवी ब्लीडिंग के कारण होने वाली एनीमिया को कम करने में मदद कर सकता है। वहीं इसके साथ जब आप दूध और मिश्री का सेवन करते हैं तो इससे शरीर को इंस्टेंट एनर्जी मिलती है और कमजोरी दूर होती है। बता दें कि लाल चावल फाइबर से भरपूर होता है, जो पाचन तंत्र को सुधारता है और पेट की समस्याओं को दूर करता है। इसे बनाने के लिए एक कप लाल चावल को अच्छे से धोकर पकाएं और पके हुए चावलों में एक गिलास दूध और स्वादानुसार मिश्री मिलाएं। इसे आप सुबह के नाश्ते में या दिन के किसी भी समय खाएं।
इसे भी पढ़ें: ये 6 संकेत दिखे तो समझ जाए ठीक हो रही है PCOD की समस्या, जानें इनके बारे में
2. पानी के साथ गुलकंद
गुलकंद में ठंडक प्रदान करने वाले गुण होते हैं, जो शरीर को ठंडक और ताजगी देते हैं। पानी के साथ गुलकंद लेने से पीरिड्स के दौरान होने वाले दर्द और ऐंठन से आराम मिल सकता है। इसके साथ ही गुलकंद में मौजूद विटामिन्स और मिनरल्स शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं, जिससे शरीर संक्रमण और बीमारियों के लिए तैयार होता है। इसके लिए एक गिलास पानी में एक चम्मच गुलकंद मिलाएं और फिर इसे पिएं। इसे दिन में 2 बार पी सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: क्या 50 साल की उम्र के बाद भी पीरियड्स होना नॉर्मल होता है? जानें क्या कहते हैं डॉक्टर
3. खट्टे और नमकीन खाद्य पदार्थों से बचें
खट्टे और नमकीन खाद्य पदार्थ शरीर में जल प्रतिधारण 'water retention' को बढ़ाते हैं, जिससे सूजन की समस्या हो सकती है। इसके साथ ही खट्टे खाद्य पदार्थ एसिडिटी बढ़ा सकते हैं, जिससे मासिक धर्म यानी पीरियड्स के दौरान पेट की समस्याएं हो सकती हैं। खट्टे और नमकीन खाद्य पदार्थ हार्मोन असंतुलन का कारण बन सकते हैं, जिससे पीरियड्स के दौरान मूड स्विंग्स और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में पीरियड्स के दौरान खट्टे और नमकीन खाद्य पदार्थों से परहेज करें। खासकर, पीरियड्स के शुरुआती 3 दिनों में ऐसी चीजों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
पीरियड्स के शुरुआती 3 दिनों के दौरान ये तीन टिप्स न केवल राहत प्रदान करते हैं, बल्कि शरीर को इनसे आवश्यक पोषक तत्व भी मिलते हैं। लाल चावल, दूध और मिश्री का सेवन, गुलकंद और पानी का मिश्रण और खट्टे व नमकीन खाद्य पदार्थों से परहेज, ये सभी उपाय मिलकर पीरियड्स के दौरान शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक हो सकते हैं।
View this post on Instagram
All Images Credit- Freepik