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क्या खाने में चींटी गिरने से फूड पॉइजनिंग हो सकती है? जानें एक्सपर्ट की राय

गर्मियों और बरसात के मौसम में मच्छरों और चीटियों का आतंक बढ़ जाता है, कई बार हम खाने की चीजों को रखते हैं और उसमें चींटियां हो जाती हैं। यहां जानिए, क्या चींटियों के कारण फूड पॉइजनिंग हो सकती है?
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क्या खाने में चींटी गिरने से फूड पॉइजनिंग हो सकती है? जानें एक्सपर्ट की राय


गर्मियों और बरसात के मौसम में घरों में कीट-पतंगों का आतंक बढ़ जाता है। खासकर मच्छरों और चींटियों का प्रकोप बहुत बढ़ जाता है। रसोई में रखा खुला खाना, फलों की टोकरी, मिठाई, इन सभी पर अक्सर चींटियां मंडराती दिखाई देती हैं। कई बार तो ऐसा भी होता है कि हमें खाने के दौरान पता चलता है कि उसमें पहले से ही चींटियां घुसी हुई थीं। ऐसे में एक स्वाभाविक चिंता मन में आती है कि क्या यह खाना अब सुरक्षित है? क्या चींटियों के संपर्क में आया भोजन फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकता है?

चींटियां दिखने में भले ही छोटी हों, लेकिन वे जहां-तहां घूमती हैं कूड़ेदान, बाथरूम, गंदे कोनों, नालियों और बाग-बगिचों तक में। ये जगहें बैक्टीरिया और कीटाणुओं से भरी होती हैं। जब ये चींटियां वहां से चलकर हमारे खाने तक पहुंचती हैं, तो वे अपने पैरों और शरीर के माध्यम से कई तरह के हानिकारक सूक्ष्म जीवाणु (बैक्टीरिया) भोजन में छोड़ सकती हैं। इसलिए, यह केवल झुंझलाहट या खाने का स्वाद खराब होने का मामला नहीं है, बल्कि यह एक सेहत से जुड़ा मामला भी बन सकता है। इस लेख में हम एनआईटी फरीदाबाद में स्थित संत भगत सिंह महाराज चैरिटेबल हॉस्पिटल के जनरल फिजिशियन डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज (Dr. Sudhir Kumar Bhardwaj, General Physician, Sant Bhagat Singh Maharaj Charitable Hospital, NIT Faridabad) से विस्तार से जानेंगे कि चींटियां किस तरह भोजन को संक्रमित कर सकती हैं, फूड पॉइजनिंग के लक्षण क्या होते हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है।

क्या चींटियों से फूड पॉइजनिंग हो सकती है - Do Ants Cause Food Poisoning

घर में कभी-कभी हमें चींटियां खाने के पास या खाने के कंटेनर में मिलती हैं। इससे यह सवाल उठता है कि क्या ये चींटियां हमारे खाने को संक्रमित करके फूड पॉइजनिंग यानी भोजन जनित बीमारी का कारण बन सकती हैं? दरअसल, चींटियां प्रकृति में छोटे-छोटे कीटों को खाने और कूड़ा-कचरा साफ करने का काम करती हैं। वे कई तरह के फूड्स की तलाश में रहती हैं, जिनमें मीठा, प्रोटीन युक्त और ऑर्गेनिक पदार्थ शामिल हैं। लेकिन घर के अंदर जब ये हमारे भोजन के पास आती हैं, तो वे बैक्टीरिया और कीटाणु भी अपने साथ ला सकती हैं।

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चींटियां भोजन पर चलने से उस पर कई प्रकार के बैक्टीरिया, वायरस और फंगल कण आ सकते हैं। खासकर जब वे गंदे स्थानों जैसे कूड़े, गंदे नालियों, बागानों या खराब फूड्स के पास से होकर गुजरती हैं। यह कीटाणु खाने के साथ हमारे शरीर में प्रवेश कर सकते हैं और पेट की बीमारियां जैसे फूड पॉइजनिंग, डायरिया, उल्टी और अन्य इंफेक्शन कर सकते हैं। चींटियां कई प्रकार के हानिकारक बैक्टीरिया अपने शरीर या पैरों की सतह पर ले जाती हैं। ये बैक्टीरिया फूड पॉइजनिंग के प्रमुख कारण होते हैं। इसलिए, यदि ये चींटियां खाने पर चलती हैं या खाने के कंटेनर में जाती हैं, तो उस भोजन को बिना अच्छी तरह धोए या पकाए खाना खतरनाक हो सकता है। भले ही कुछ चींटियां कम खतरनाक हों, फिर भी यदि वे खुले भोजन में चली जाएं, तो वह खाने लायक नहीं रह जाता। खासतौर पर जब वह खाना बच्चों, बुजुर्गों या कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए हो।

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चींटियां न केवल फूड पॉइजनिंग बल्कि एलर्जी और त्वचा पर जलन जैसे अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी पैदा कर (chiti se kaun si bimari hoti hai) सकती हैं। कुछ प्रकार की फायर ऐंट्स काटने पर तेज जलन और सूजन हो सकती है, जो गंभीर हो सकती है। इसलिए, घर में चींटियों की संख्या कम करना और उनसे बचाव करना स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।

Do Ants Cause Food Poisoning

चींटियों से बचाव कैसे करें? - What is the best way to keep ants away

  • खुला खाना घर में मत रखें। फलों, मिठाइयों और अन्य फूड्स को ढककर या एयरटाइट कंटेनर (chiti ko kaise roke) में रखें।
  • किचन और खाने की जगह को साफ-सुथरा रखें। खाने के बाद तुरंत बर्तनों को धोएं और गंदगी न छोड़े।
  • कूड़ा-कचरा घर के अंदर न रखें। कूड़े के डब्बे को ढककर रखें और नियमित खाली करें।
  • दीवारों और फर्श के दरारों को बंद करें, जहां से चींटियां घर में आती हैं।
  • नींबू का रस, दालचीनी या सिरका चींटियों को भगाने में मदद करते हैं।

निष्कर्ष

चींटियां सीधे तौर पर फूड पॉइजनिंग का कारण नहीं होतीं, लेकिन वे हानिकारक बैक्टीरिया और संक्रमणों को भोजन में ला सकती हैं, जिससे फूड पॉइजनिंग होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए घर में साफ-सफाई का खास ध्यान रखें, खाने को सुरक्षित रखें और चींटियों के प्रवेश को रोकने के लिए उचित कदम उठाएं। इससे आप और आपका परिवार स्वस्थ रह सकते हैं और फूड पॉइजनिंग जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • पेशाब में चींटियां लगने का क्या मतलब है?

    अगर पेशाब में चींटियां लग रही हैं, तो यह संकेत हो सकता है कि पेशाब में शुगर यानी ग्लूकोज की मात्रा सामान्य से ज्यादा है। यह स्थिति डायबिटीज का संभावित लक्षण हो सकती है। डायबिटीज के मरीजों के पेशाब में अतिरिक्त ग्लूकोज निकलता है, जो मीठा होता है और इससे चींटियां आकर्षित होती हैं। यह एक गंभीर संकेत है जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। अगर ऐसा बार-बार हो रहा है, तो तुरंत ब्लड शुगर की जांच करानी चाहिए और डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। 
  • फूड पॉइजनिंग कैसे होता है?

    फूड पॉइजनिंग तब होती है जब कोई व्यक्ति बैक्टीरिया, वायरस, परजीवी या उनके टॉक्सिन से दूषित भोजन या पानी का सेवन करते हैं। ये सूक्ष्म जीव अक्सर खराब या अधपका खाना, खुले में रखा भोजन, गंदे हाथों से पकाया गया खाना या दूषित पानी के माध्यम से शरीर में प्रवेश करते हैं। इसके लक्षणों में उल्टी, दस्त, पेट दर्द, बुखार और कमजोरी शामिल हैं। साफ-सफाई, भोजन को अच्छी तरह पकाना और सुरक्षित ढंग से स्टोर करना फूड पॉइजनिंग से बचाव में मददगार होता है।
  • फूड पॉइजनिंग के लक्षण

    फूड पॉइजनिंग के लक्षण दूषित भोजन या पानी के सेवन के कुछ घंटों से लेकर 1-2 दिनों के भीतर दिखाई देने लगते हैं। इसके आम लक्षणों में पेट दर्द, मरोड़, दस्त, उल्टी, मतली, कमजोरी, थकान और बुखार शामिल हैं। कुछ मामलों में सिरदर्द, शरीर में दर्द और डिहाइड्रेशन भी हो सकती है। समय पर इलाज न होने पर यह स्थिति जानलेवा भी हो सकती है।

 

 

 

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