Prevent Food Poisoning In Babies In Hindi: बच्चों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। ऐसे में उनको कई तरह के संक्रमण का खतरा बना रहता है। जब शिशु करीब छह माह का हो जाता है तब उन्हें ठोस आहार देना शुरु किया जाता है। लेकिन, इस दौरान पर भी डॉक्टर कई तरह की सावधानियां बरतने के लिए कहते हैं। इस दौरान बच्चा जमीन पर घुटनों के बल पर घूमता है और किसी भी चीज को मुंह में डाल लेते हैं। ऐसे में बच्चा अपने हाथ से किसी चीज को खाता है तो उससे उनको इंफेक्शन का खतरा अधिक होता है। इसके अलावा, कुछ तरह के खाद्य पदार्थ से बच्चों को एलर्जी भी हो सकती है। ऐसे में बच्चे के फूड पॉइजनिंग का खतरा (food poisoning in kids) अधिक होता है। बच्चों को दूषित खाना या खराब खाने की वजह से फूड पॉइजनिंग की समस्या हो सकती है। आगे अपोलो अस्पताल की पीडियाट्रिशियन सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर स्मिता मलहोत्रा से जानते हैं कि बच्चों को फूड पॉइजनिंग से बचाव के लिए किन उपायों को अपनाना चाहिए।
बच्चों में फूड पॉइजनिंग से बचाव के उपाय - Tips To Prevent Food Poisoning In Babies In Hindi
भोजन को सही तरह से स्टोर करें
शिशुओं को फूड पॉइजनिंग से बचाने के लिए आप उसे खिलाने वाले भोजन को साफ जगह पर ही स्टोर करें। कुछ खाद्य पदार्थ सही तरह से स्टोर न करने की वजह से जल्द खराब हो जाते हैं। ऐसे में यदि बच्चों को ये आहार दिया जाए तो उनको फूड पॉइजनिंग हो सकती है। डेयरी प्रोडक्ट के लिए निश्चित तापमान (Store Food in right temperature) की आवश्यकता होती है। इस बात का भी ध्यान देना चाहिए।
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जरूरत से ज्यादा भोजन न बनाएं
माताएं अपने बच्चे को जल्दी बढ़ा होते देखना चाहती हैं। इसलिए वह बच्चे के थोड़े-थोड़े समय पर बहुत चीजें खाने के लिए देती हैं। ऐसे में जब बच्चा चीजें नहीं खाता तो उसे स्टोर करना पड़ता है। इससे उस आहार में बैक्टीरिया पनपने का खतरा अधिक होता है। इससे बचने के लिए आप बच्चे की भूख के अनुसार ही चीजों का उपयोग करें।
भोजन को अच्छी तरह पकाएं
बैक्टीरिया शिशु और बच्चों में फूड पॉइजनिंग की मुख्य वजह होते हैं। आप जब भी बच्चे के लिए भोजन पकाएं (Proper Cooked Food), तो उसे अच्छी तरह से कुक करें। दरअसल, कम पके भोजन को पचाने में बच्चे को परेशानी हो सकती है। साथ ही, इससे बच्चे को फूड पॉइजनिंग का जोखिम अधिक होता है। छोटे बच्चे के सलाद आदि भी न दें। अगर आप बच्चे को सलाद देना चाहते हैं तो उसे उबाल लें।
बच्चे के हाथ को साबुन से साफ करें
छोटे बच्चे अक्सर घर या बाहर की दूषित चीजों को छूने के बाद बिना हाथ धोए (Wash Your Hand Before Meal) ही खाना खा लेते हैं। इससे उनके हाथ के बैक्टीरिया खाने के साथ मिलकर उन्हें संक्रमित कर सकते हैं। इससे बच्चे को फूड पॉइजनिंग हो सकती है। इसलिए जब भी बच्चा खाने के लिए बैठे उसके हाथों को साबुन से अच्छी तरह धुलाएं।
बच्चे की बोतल को नियमित रूप से साफ करें
बच्चे की बोतल को साफ न करने की वजह से उन्हें फूड पॉइजनिंग हो सकती है। दरअसल, जब बच्चा दूध की बोतल को गंदे हाथों से पकड़ता है, तो ऐसे में बैक्टीरिया बोतल में ट्रांसफर हो जाते हैं। इससे बच्चे का दूध दूषित हो सकता है। यह भी बच्चे में फूड पॉइजनिंग की एक बड़ी वजह बन सकता है।
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Prevent Food Poisoning In Babies In Hindi: बच्चे को अच्छी आदत बचपन से ही सिखाई जानी चाहिए। इसलिए अभिभावकों को छोटी उम्र में ही बच्चे को हाथ धोकर ही खाना खाने की आदत डालनी चाहिए। इससे बच्चे को फूड पॉइजनिंग होने की संभावना कम होती है। अभिभावकों को घर की चीजों को भी समय-समय पर साफ करनी चाहिए।