हार्ट रेट, या दिल की धड़कन की दर, यह दर्शाती है कि हमारा हार्ट प्रति मिनट कितनी बार धड़क रहा है। यह न केवल हमारे हृदय स्वास्थ्य का पैरामीटर है, बल्कि यह हमारे शरीर की फिटनेस और स्ट्रेस लेवल का भी संकेत देता है। एक सामान्य हार्ट रेट का मतलब है कि आपका हार्ट सही तरीके से ब्लड को पंप कर रहा है, जबकि डेंजर हार्ट रेट किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। आराम की स्थिति में हार्ट रेट को रेस्टिंग हार्ट रेट कहते हैं और एक्टिव स्थिति में हार्ट रेट को एक्टिव हार्ट रेट कहते हैं, दोनों के लिए अलग-अलग सामान्य और डेंजर रेंज होती है। हार्ट रेट कई कारकों से प्रभावित होता है, जैसे उम्र, स्वास्थ्य स्थिति, एक्सरसाइज, दवाएं और स्ट्रेस। सामान्य हार्ट रेट रेंज को बनाए रखना स्वस्थ हृदय के लिए जरूरी है, जबकि डेंजर हार्ट रेट लंबे समय तक नजरअंदाज करने पर हृदय रोग, स्ट्रोक या हार्ट की अन्य समस्या हो सकती है। इसलिए हार्ट रेट की जानकारी रखना और किसी भी असामान्यता पर समय रहते डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। आइए, डॉक्टरों की सलाह के अनुसार, हार्ट रेट और डेंजर रेट के बीच का फर्क समझें। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के पल्स हॉर्ट सेंटर के कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ अभिषेक शुक्ला से बात की।
नॉर्मल हार्ट रेंज और डेंजर हार्ट रेट में अंतर- Normal and Danger Heart Rate Difference
नॉर्मल हार्ट रेंज- Normal Heart Range
1. रेस्टिंग हार्ट रेट- Resting Heart Rate
वयस्क में:
एक स्वस्थ वयस्क के लिए आराम की स्थिति में हार्ट रेट 60-100 बीट्स प्रति मिनट (BPM) के बीच होता है।
बच्चों में:
बच्चों का हार्ट रेट ज्यादा होता है। यह 70-120 बीट्स प्रति मिनट के बीच हो सकता है।
एथलीट्स में:
नियमित एक्सरसाइज करने वाले या एथलीट्स का हार्ट रेट आराम के समय 40-60 बीट्स प्रति मिनट तक हो सकता है।
2. एक्टिव हार्ट रेट- Active Heart Rate
- एक्सरसाइज करते समय हार्ट रेट बढ़ जाता है।
- 20 साल के व्यक्ति के लिए: 100-170 बीट्स प्रति मिनट
- 40 साल के व्यक्ति के लिए: 90-153 बीट्स प्रति मिनट
इसे भी पढ़ें- क्या हाई ब्लड प्रेशर की वजह से दिल की धड़कनें अनियमित (arrhythmia) हो सकती हैं? डॉक्टर से जानें
डेंजर हार्ट रेट- Danger Heart Rate
- हार्ट रेट का असामान्य होना, जैसे धड़कन का रुक-रुक कर चलना, डेंजर हार्ट रेट की श्रेणी में आता है। यह समस्या दिल के दौरे (Heart Attack) या स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा सकती है।
- अगर आराम की स्थिति में हार्ट रेट 100 बीट्स पर मिनट से ज्यादा हो, तो यह डेंजर हार्ट रेट हो सकता है। यह स्ट्रेस, हृदय रोग या किसी अज्ञात समस्या का संकेत दे सकता है।
- आराम की स्थिति में हार्ट रेट 60 बीट्स पर मिनट से कम हो जाए और इससे थकान, चक्कर या सांस लेने में मुश्किल हो सकती है, तो यह खतरे का संकेत हो सकता है।
डॉक्टर से कब संपर्क करें?
- हार्ट रेट से न केवल आपका शारीरिक स्वास्थ्य पता चलता है, बल्कि यह स्ट्रेस, डिहाइड्रेशन और नींद की गुणवत्ता का भी संकेत देता है। लंबे समय तक हार्ट रेट में गड़बड़ी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है।
- आराम की स्थिति में हार्ट रेट लगातार 50 बीट्स पर मिनट से कम हो, तो डॉक्टर से संपर्क करें।
- एक्सरसाइज के दौरान या सामान्य स्थिति में हार्ट रेट 120 बीट्स पर मिनट से ज्यादा हो और आराम के बाद सामान्य न हो, तो डॉक्टर को दिखाएं।
- चक्कर, थकान या छाती में दर्द महसूस होने पर डॉक्टर से सलाह लें।
हार्ट रेट को नियमित रूप से मॉनिटर करना जरूरी है। अगर कोई असामान्यता दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। स्वस्थ जीवनशैली और नियमित एक्सरसाइज से हार्ट रेट को सामान्य बनाए रखना संभव है।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।