शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। दरअसल, जब आप अधिक शारीरिक कार्य रोजाना करते हैं, तो आपका शरीर इसी प्रक्रिया में ढल जाता है। ठीक इसी तरह एथलीट अपनी जीवनशैली को खेल के अनुसार ढाल लेते हैं। इसका सीधा असर उनके शरीर पर पड़ता है। इसी वजह से कई बार अधिक शारीरिक कार्य करने के बाद भी उनका हार्ट रेट सामान्य व्यक्ति की तुलना में हार्ट रेट कम होता है। इसे ही लोअर रेस्टिंग हार्ट रेट करते हैं। शरीर और हृदय गति के बीच परस्पर संबंध होता है। आज इस लेख में आगे नोएड़ा के फैमिली क्लीनिक के फिजिशियन डॉक्टर विनोद कुमार से जानेंगे कि किन कारणों से एथलीट का हार्ट रेट कम रहता है।
एथलिट्स में लोअर रेस्टिंग हार्ट रेट के कारण - Causes Of Lower Resting Heart Rate In Athletes In Hindi
हृदय दक्षता (Cardiac Efficiency)
एथलीट, विशेष रूप से जो दौड़ने, साइकिल चलाने या तैराकी जैसे सहनशक्ति वाले खेलों में लगे हुए हैं, समय के साथ उनकी हृदय प्रणाली बेहतर हो जाती है। हृदय, एक मांसपेशी होने के नाते, मजबूत हो जाता है और प्रत्येक संकुचन के साथ रक्त को अधिक प्रभावी ढंग से पंप करता है। यह बढ़ी हुई दक्षता हृदय को कम काम करते हुए भी अधिक मात्रा में रक्त प्रसारित करने में सक्षम बनाती है, जिसके परिणामस्वरूप एथलीट की हृदय गति कम हो जाती है।
हार्मोनल प्रभाव
व्यायाम एड्रेनालाईन और नॉरपेनेफ्रिन जैसे हार्मोन की रिलीज को बूस्ट करता है, जो शारीरिक गतिविधि के दौरान अस्थायी रूप से हृदय गति को बढ़ाता है। हालांकि, समय के साथ, हृदय प्रणाली इन हार्मोनल रिलीज की दर के अनुकूल हो जाती है। व्यायाम के बाद एथलीटों को तेजी से रिकवरी का अनुभव हो सकता है, साथ ही उनकी हृदय गति कम सक्रिय लोगों की तुलना में तेजी से बेसलाइन स्तर पर लौट आती है।
फिटनेस के कूलिंग प्रभाव
शारीरिक फिटनेस शरीर की गर्मी दूर करने की क्षमता को बढ़ाती है। व्यायाम के दौरान, हृदय त्वचा का रक्त पंप करता है, जिससे त्वचा को ठंडक मिलती है। एथलीट, अपनी बेहतर हृदय संबंधी फिटनेस के साथ, इस प्रक्रिया को अधिक कुशलता से मैनेज करते हैं। ऐसे में हार्ट को रेस्टिंग फेज को शरीर के तापमान को बनाए रखने के लिए उतनी मेहनत नहीं करनी पड़ती है, जिससे लोअर रेस्टिंग हार्ट रेट रह सकता है।
मनोवैज्ञानिक कारक (Psychological Factors)
एथलीटों द्वारा विकसित की गई मानसिक स्थिरता और तनाव लचीलापन भी हृदय गति को प्रभावित कर सकता है। नियमित शारीरिक गतिविधि को तनाव के स्तर को कम करने और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार से जोड़ा गया है।
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एथलीटों में लोअर रेस्टिंग हार्ट रेट एक सामान्य प्रक्रिया है। एथलीस्ट के शारीरिक क्रिया में ज्यादा समय देने से उनका हृदय लोअर रेस्टिंग फेस में रह सकता है। फिलहाल तो यह किसी तरह की गंभीर बीमारी का कारण नहीं होता है। लेकिन, अगर इसकी वजह से आपको परेशानी हो रही है तो ऐसे में आप तुरंत डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।