Doctor Verified

क्या हाई ब्लड प्रेशर की वजह से दिल की धड़कनें अनियमित (arrhythmia) हो सकती हैं? डॉक्टर से जानें

Can High Blood Sugar Cause Arrhythmia In Hindi: सकता है। आगे जानते हैं कि क्या हाई ब्लड शुगर से एरिदमिया की समस्या हो सकती है?
  • SHARE
  • FOLLOW
क्या हाई ब्लड प्रेशर की वजह से दिल की धड़कनें अनियमित (arrhythmia) हो सकती हैं? डॉक्टर से जानें


Can High Blood Sugar Cause Arrhythmia In Hindi: आज के दौर में डायबिटीज और ब्लड प्रेशऱ एक आम बीमारी बन चुकी है। लाइफस्टाइल में हुए बदलावों की वजह से ज्यादातर लोग इन समस्याओं का शिकार हो रहें हैं। डायबिटीज या हाई ब्लड शुगर का स्तर केवल पाचन और एनर्जी स्तर पर ही नहीं बल्कि हृदय की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर प्रभाव डाल सकता है। यह हृदय की रिदम में गड़बड़ी, जिसे अतालता (Arrhythmia) कहते हैं, की वजह भी बन सकता है। इस लेख में नारायणा अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन सीनियर कंसल्टेंट डॉ. पंकज वर्मा से आगे जानते हैं कि हाई ब्लड शुगर और एरिदमिया के बीच क्या संबंध होता है?

हाई ब्लड शुगर क्या है? - What is Diabetes in Hindi

हाई ब्लड शुगर तब होता है जब रक्त में ग्लूकोज की मात्रा सामान्य से अधिक होती है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब शरीर में इंसुलिन का उत्पादन या उसका उपयोग सही तरीके से नहीं हो पाता, जिससे ग्लूकोज रक्त में जमा हो जाता है। लगातार हाई ब्लड शुगर का स्तर हृदय, किडनी, और नर्वस सिस्टम सहित अन्य अंगों को भी नुकसान पहुंचा सकता है। हृदय की धड़कने असामान्य होने की स्थिति को एरिदमिया कहा जाता है। इसमें सीने में दर्द, सांस लेने में परेशानी और घबराहट हो सकती है।

connection-high-blood-sugar-and-arrhythmia-i

हाई ब्लड शुगर और एरिदमिया के बीच क्या संबंध होता है? - Connection Between High Blood Sugar And Arrhythmia in Hindi

इंसुलिन रेजिस्टेंस और हृदय की समस्याएं

जब शरीर में इंसुलिन प्रतिरोध बढ़ता है, तो यह हृदय की धमनियों (नसों) पर असर डाल सकता है, जिससे हृदय की लय पर प्रभाव पड़ता है। इसके परिणामस्वरूप, हृदय धड़कनों में अनियमितता आ सकती है, जिससे अतालता यानी एरिदमिया का खतरा बढ़ता है।

हाई ब्लड शुगर का नर्वस सिस्टम पर प्रभाव

ब्लड में शुगर की अधिकता से तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव पड़ सकता है, जिससे हृदय को नियंत्रित करने वाले नर्वस सिग्नल प्रभावित होते हैं। यह स्थिति अतालता का कारण बन सकती है, क्योंकि तंत्रिका तंत्र हृदय की धड़कनों को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन

हाई ब्लड शुगर का स्तर अक्सर इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन का कारण बन सकता है, जिसमें पोटैशियम, कैल्शियम और सोडियम की कमी या अधिकता होती है। ये तत्व हृदय की धड़कन को सामान्य बनाए रखने में सहायक होते हैं। असंतुलन के कारण हृदय की लय में गड़बड़ी आ सकती है, जिससे अतालता उत्पन्न होती है।

इसे भी पढ़ें: हार्ट की बीमारियों का पता लगाने के लिए कौन-कौन से टेस्ट करवाने चाहिए? डॉक्टर से जानें

हाई ब्लड शुगर और एरिदमिया के बीच सीधा संबंध होने के कई कारण हैं। हाई ब्लड शुगर का स्तर हृदय की लय को प्रभावित कर सकता है और एरिदमिया का जोखिम बढ़ा सकता है। इसके लिए ब्लड शुगर का नियंत्रण, संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और तनाव प्रबंधन बेहद महत्वपूर्ण हैं। यदि आपको हाई ब्लड शुगर के साथ एरिदमिया के लक्षण महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इससे हृदय और संपूर्ण स्वास्थ्य को सुरक्षित रखा जा सकता है।

Read Next

क्या वाकई टाइप 1 डाटबिटीज वालों के लिए वजन घटाना मुश्किल होता है? जानें एक्सपर्ट से

Disclaimer