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डेस्क जॉब करने वालों में बढ़ रहा यूरिन इंफेक्शन का खतरा, बचाव के आसान उपाय

लंबे समय तक बैठकर काम करने से यूरिन इंफेक्शन का खतरा बढ़ता है। जानें यूरिन इंफेक्शन से बचने के आसान उपाय और बचाव के तरीके क्या हैं।
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डेस्क जॉब करने वालों में बढ़ रहा यूरिन इंफेक्शन का खतरा, बचाव के आसान उपाय


आज के समय में कॉर्पोरेट और आईटी सेक्टर की जॉब लाइफस्टाइल ने काम करने का तरीका बदल दिया है। लंबे समय तक एक ही जगह बैठकर कंप्यूटर स्क्रीन पर नजर गड़ाए रहना, लगातार मीटिंग्स और टारगेट पूरे करने का दबाव, ये सब हमारी सेहत पर धीरे-धीरे असर डालते हैं। खासतौर पर डेस्क जॉब करने वाले लोगों में कई हेल्थ प्रॉब्लम्स तेजी से देखने को मिल रही हैं, जिनमें से एक है यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI)। यूरिन इंफेक्शन को आमतौर पर लोग मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन समय पर ध्यान न देने पर यह समस्या किडनी इंफेक्शन तक का कारण बन सकती है। ऑफिस में लगातार 7–8 घंटे तक बैठना, पानी कम पीना और पेशाब रोककर रखने की आदत UTI का खतरा कई गुना बढ़ा देती है।

महिलाएं पुरुषों की तुलना में इस समस्या से ज्यादा प्रभावित होती हैं, लेकिन डेस्क जॉब और खराब वॉशरूम हैबिट्स के चलते अब पुरुषों में भी इसके मामले बढ़ रहे हैं। दरअसल, लंबे समय तक बैठे रहने से न केवल ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है, बल्कि पेशाब रोककर रखने की आदत भी बन जाती है। साथ ही, ऑफिस वर्क के दौरान पर्याप्त पानी न पीने से ब्लैडर में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। यह स्थिति कुछ घंटों में ही इंफेक्शन में बदल सकती है। इस लेख में नारायणा हॉस्पिटल जयपुर के यूरोलॉजी विभाग के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. उदय सिंह बेनीवाल (Dr. Udai Singh Beniwal, Senior Consultant- Urology, Narayana Hospital Jaipur) से जानिए, यूरिन इंफेक्शन क्यों होता है और इससे बचाव के उपाय क्या हैं?

डेस्क जॉब और UTI का कनेक्शन - Can sitting too long cause a UTI

डॉ. उदय सिंह बेनीवाल बताते हैं कि लंबे समय तक एक ही जगह बैठने से ब्लैडर पर प्रेशर बढ़ता है और पेशाब रोककर रखने की आदत विकसित हो जाती है। इसके अलावा लगातार काम में बिजी रहने के कारण लोग पानी कम पीते हैं, जिससे बैक्टीरिया आसानी से मूत्राशय में पनप सकते हैं। साथ ही ऑफिस के माहौल में कई बार लोग पेशाब जाने में देर कर देते हैं, जिससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।

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UTI के शुरुआती लक्षण - Early symptoms of UTI

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UTI Prevention Tips

किन लोगों को UTI का ज्यादा खतरा? - Who is at highest risk for UTI

  • डायबिटीज मरीज
  • कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग
  • महिलाएं
  • प्रेग्नेंट महिलाएं
  • लंबे समय तक डेस्क जॉब करने वाले लोग

यूटीआई से खुद को कैसे बचाएं? - UTI prevention diet

1. पर्याप्त पानी पिएं

दिनभर में कम से कम 8–10 गिलास पानी पीना जरूरी है। पानी बैक्टीरिया को फ्लश आउट करने में मदद करता है और ब्लैडर को साफ रखता है।

2. समय पर वॉशरूम जाएं

पेशाब को ज्यादा देर तक रोके रखना ब्लैडर में बैक्टीरिया को पनपने का कारण बन सकता है। काम चाहे कितना भी जरूरी हो, वॉशरूम जरूर जाएं।

3. बैठने से बीच-बीच में ब्रेक लें

हर 1 घंटे में 2–3 मिनट के लिए उठकर चलें-फिरें। इससे ब्लैडर पर प्रेशर कम होगा और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होगा।

4. हाइजीन का ध्यान रखें

टॉयलेट इस्तेमाल करने से पहले और बाद में हाथ धोएं। पब्लिक वॉशरूम में साफ-सफाई का विशेष ध्यान दें।

5. हेल्दी डाइट लें

डाइट में फाइबर और विटामिन C युक्त फल और सब्जियां शामिल करें, जो इम्यूनिटी को बढ़ाकर इंफेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं।

कब डॉक्टर से संपर्क करें?

अगर UTI के लक्षण 1–2 दिन में कम नहीं हों या बुखार और कमर दर्द होने लगे तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं। समय पर इलाज न मिलने पर यह इंफेक्शन किडनी तक फैल सकता है।

निष्कर्ष

डेस्क जॉब करने वालों में UTI का खतरा ज्यादा है, लेकिन कुछ आसान बदलाव जैसे पानी ज्यादा पीना, समय पर वॉशरूम जाना और हाइजीन का ध्यान रखना आपको इस परेशानी से बचा सकते हैं। सेहत के मामले में लापरवाही न करें। ऐसा इसलिए, क्योंकि छोटी सी आदत भी बड़ी बीमारी से बचा सकती है।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • पेशाब के रास्ते में इन्फेक्शन क्यों होता है?

    पेशाब के रास्ते में इन्फेक्शन, जिसे UTI इन्फेक्शन कहा जाता है, तब होता है जब बैक्टीरिया मूत्र मार्ग में प्रवेश कर जाते हैं और वहां बढ़ने लगते हैं। यह इंफेक्शन आमतौर पर ई.कोलाई नामक बैक्टीरिया के कारण होता है, जो मलद्वार के पास से मूत्रमार्ग में पहुंच सकते हैं। महिलाओं में यह इंफेक्शन ज्यादा होता है। साफ-सफाई की कमी, पेशाब रोके रखना, अपर्याप्त पानी पीना या यौन संबंध के बाद सही साफ-सफाई न बरतना इसके मुख्य कारण हैं।
  • यूरिन इन्फेक्शन कितने दिन में ठीक हो जाता है?

    यूरिन इन्फेक्शन (UTI) आमतौर पर एंटीबायोटिक दवाओं से 3 से 7 दिनों में ठीक हो जाता है, बशर्ते समय पर इलाज शुरू कर दिया जाए। हल्के इन्फेक्शन में दवा शुरू करने के 1-2 दिन में ही आराम मिलने लगता है, लेकिन दवा पूरी करना जरूरी होता है ताकि इन्फेक्शन पूरी तरह खत्म हो जाए। गंभीर या बार-बार होने वाले इन्फेक्शन में इलाज लंबा चल सकता है और डॉक्टर से परामर्श जरूरी होता है। 
  • यूरिन इन्फेक्शन में कितना पानी पीना चाहिए?

    यूरिन इन्फेक्शन (UTI) में ज्यादा मात्रा में पानी पीना बहुत जरूरी होता है, ताकि बैक्टीरिया पेशाब के साथ बाहर निकल सकें। आमतौर पर दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है। इससे पेशाब बार-बार आती है, जिससे इंफेक्शन फैलने की संभावना कम होती है। कैफीन और शराब से बचें, क्योंकि ये शरीर को डिहाइड्रेट कर सकते हैं।

 

 

 

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