शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए पर्याप्त पानी पीने की आवश्यकता होती है। जब आप पानी पीते हैं तो किडनी पानी के साथ शरीर के टॉक्सिन्स को भी फिल्टर करके यूरिन के माध्यम से बाहर निकालती है। सामान्यतः यूरिन कलर सफेद होता है, जो कुछ समस्याओं में अलग-अलग रंग का दिखाई दे सकता है। कई बार कुछ बीमारियों में जब आप दवाएं लेतें हैं तो इससे यूरिन का करल पीला या हल्का पाली दिखाई दे सकता है। लेकिन, यदि आप सामान्य दिनों मेें या बीते कुछ दिनों से सुबह के समय आपको यूरिन का कलर पीला दिखाई दे रहा है तो यह किसी तरह की परेशानी का संकेत हो सकता है। ठीक इसी तरह बार-बार यूरिन आना और यूरिन करने के बाद जलन महसूस करना भी समस्या का संकेत हो सकता है। फिलहाल इस लेख में एआईएमएस अस्पताल के कंसल्टेंट यूरोलॉजिस्ट डॉ. विवेक जाद्धव से जानते हैं कि सुबह के समय पीला यूरिन आना किन समस्याओं का संकेत हो सकता है?
यूरिन का रंग किन कारणों से बदल सकता है? - What causes urine to change color?
स्वस्थ शरीर में यूरिन का रंग हल्का पीला (स्ट्रॉ-कलर) का होता है। लेकिन जब हम रातभर सोते हैं, तो शरीर में पानी की कमी हो जाती है और यूरिन अधिक सांद्र (concentrated) हो जाता है। यही कारण है कि सुबह का पहला यूरिन अक्सर गाढ़ा पीला या गहरा पीला नजर आता है। यह सामान्य स्थिति है, खासकर तब जब आप रात को कम पानी पीते हैं। लेकिन, इसके अलावा, यदि यूरिन का कलर ज्यादा पीला तो यह कुछ तरह की समस्याओं का संकेत हो सकता है। आगे जानते हैं इनके बारे में।
- सुबह के समय हल्का पीला रंग किसी तरह की समस्या का संकेत नहीं होता है।
- सुबह के समय यदि यूरिन का रंग गाढ़ा पीला दिखाई दें तो यह डिहाइड्रेशन या किसी तरह की सप्लीमेंट्स का असर हो सकता है। डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी की कमी सुबह के गाढ़े पीले यूरिन का सबसे आम कारण माना जाता है। रातभर पानी ना पीने की वजह से ब्लैडर में जमा यूरिन में यूरोक्रोम (urochrome) नामक पिगमेंट की मात्रा अधिक हो जाती है, जिससे इसका रंग गहरा हो जाता है। यूरोक्रोम शरीर में टूटते रेड ब्लड सेल्स से बनता है और यह यूरिन को रंग देता है।
- यदि सुबह के समय यूरिन का रंग नारंगी होता है, तो यह विटामिन बी कॉम्प्लैक्स की कमी या कुछ दवाओं का प्रभाव हो सकता है।
- यदि किसी व्यक्ति को सुबह के समय हल्का गुलाबी या लाल रंग का दिखाई दें तो यह ब्लड, इंफेक्शन का संकेत हो सकता है।
- इसके अलावा लिवर से जुड़ी समस्या में भी यूरिन के रंग में बदलाव महसूस हो सकता है।
हेल्थ कंडीशन जो आपके यूरिन के रंग को प्रभावित कर सकती हैं? - Health conditions that can affect the color of your urine?
अगर यूरिन का गाढ़ा पीला रंग लंबे समय तक बना रहता है और इसके साथ अन्य लक्षण भी नजर आते हैं, तो यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। इन समस्याओं के बारे में आगे जानते हैं।
- यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) – यूरिनरी ट्रैक्ट में जलन, दुर्गंध और बार-बार पेशाब आना।
- लिवर की बीमारी – गहरे रंग का यूरिन, आंखों का पीला पड़ना (जॉन्डिस)।
- किडनी की समस्या – झागदार यूरिन, सूजन, हाई ब्लड प्रेशर।
- डायबिटीज – बार-बार पेशाब आना, प्यास लगना, थकावट महसूस होना।
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सुबह-सुबह गाढ़ा पीला यूरिन आना अधिकतर मामलों में सामान्य और डिहाइड्रेशन का संकेत होता है, लेकिन अगर यह बार-बार हो रहा है या अन्य लक्षणों के साथ है, तो इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए। शरीर हमें समस्या से जुड़े संकेत देता है, ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। क्योंकि सेहत से जुड़ी ज्यादातर समस्याओं को शुरुआती चरण में ठीक करना आसान होता है। ऐसे में यूरिन के रंग में बदलाव दिखाई देने पर आप इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें।
FAQ
क्या सप्लीमेंट्स के कारण यूरिन का रंग बदल सकता है?
कुछ विटामिन्स और दवाइयां जैसे विटामिन B2 (राइबोफ्लेविन), मल्टीविटामिन्स या एंटीबायोटिक्स यूरिन को गाढ़ा पीला या यहां तक कि नारंगी भी बना सकते हैं। अगर आपने कोई नया सप्लीमेंट लेना शुरू किया है और उसके बाद यूरिन का रंग बदला है, तो यह एक कारण हो सकता है।यूरिन में बदलाव होने पर डॉक्टर के पास कब जाएं?
यूरिन में बदबू महसूस हो या झाग दिखाई दे, पेशाब में जलन या दर्द होना, पेशाब कम मात्रा में आए, आंखों या त्वचा में पीलापन दिखाई देने पर आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।क्या डिहाइड्रेशन की वजह से यूरिन के रंग में बदलाव हो सकता है?
हां, शरीर में डिहाइड्रेशन की वजह से यूरिन के रंग में बदलाव महसूस हो सकता है। ऐसे में आप पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।