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पेशाब का रंग दे सकता है शरीर में पल रही बीमारियों का संकेत, डॉक्टर से जानें किस रंग का क्या है मतलब

पेशाब का रंग कई कारण से बदल सकता है। आगे जानते हैं कि पेशाब से आपकी सेहत के बारे में क्या पता चलता है?   
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पेशाब का रंग दे सकता है शरीर में पल रही बीमारियों का संकेत, डॉक्टर से जानें किस रंग का क्या है मतलब

शरीर के अंदर कई तरह की प्रतिक्रियाएं होती हैं। शरीर से टॉक्सिन को बाहर करने के लिए किडनी लगातार काम करती है। एक स्वस्थ व्यक्ति दिनभर में 7 से 8 बार यूरिन पास करता है। यह एक सामान्य प्रक्रिया है, इससे शरीर के अंदर के टॉक्सिन्स बाहर हो जाते हैं और ब्लड साफ होता है। हमारे शरीर के अंदर होने वाले बदलावों का प्रभाव पेशाब पर देखा जा सकता है। इसलिए पेशाब के रंग में कई तरह के बदलाब देखने को मिलते हैं। आपकी डाइट, लाइफस्टाइल, दवाओं और रोग आदि के कारण पेशाब के रंग में बदलाव हो सकता है। इसमें यूरिन पीला, लाल, गुलाबी व नारंगी आदि रंग का दिखाई दे सकता है। इस लेख में आगे जानेंगे कि यूरिन का कौन सा रंग किस स्थिति की ओर संकेत करता है? नारायणा अस्पताल के नेफ्रोलॉजिस्ट व सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर पार्थ कर्मकार से जानते हैं कि यूरिन का रंग आपकी सेहत के बारे में किन बातों को बताता है।

यूरिन का रंग आपकी सेहत के बारे में क्या बताता है - Does Urine Color Indicates Health Problems In Hindi

यूरिन का लाल रंग 

यूरिन का लाल रंग का होना हर बार किसी बड़ी समस्या का संकेत नहीं होता है। लेकिन, डॉक्टर के अनुसार यूरिन में ब्लड के कारण लाल रंग आ सकता है। यह स्थिति प्रोस्टेट, बिना कैंसर वाले ट्यूमर, किडनी में पथरी व सिस्ट के कारण हो सकती है। कई बार हेवी एक्सरसाइज से भी यूरिन में ब्लड आ सकता है। यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन और किडनी स्टोन की वजह से ब्लड आना एक आम समस्या मानी जाती है। ऐसे में व्यक्ति को यूरिन पास करते समय दर्द भी महसूस हो सकता है। इसके आलवा, आहार जैसे चुकंदर व ब्लैकबेरी का ज्यादा सेवन करने से भी यूरिन का रंग लाल हो सकता है। इसके अलावा, जो व्यक्ति यूरिन ट्रैक्ट इंफेक्शन, कब्ज और टीबी की दवा लेते हैं उनकी यूरिन का रंग लाल हो सकता है। 

urine colour indicates health issue

पीले रंग का यूरिन 

डाइट की वजह से यूरिन का रंग पीला हो सकता है। जैसे शराब, चाय या कॉफी का अत्यधिक सेवन करने से यूरिन के रंग में पीलापन देखने को मिलता है। इसके अलावा, शरीर में पानी की कमी होने पर भी यूरिन का रंग बदल सकता है। इसके अलावा, ब्लड प्रेशर व डायबिटीज की दवा लेने वालों की यूरिन का रंग भी पीला हो सकता है। 

नारंगी रंग का यूरिन 

कब्ज की दवा लेने वाले लोगों की यूरिन का रंग नारंगी हो सकता है। इसके अलावा, सूजन और जलन को कम करने व कीमोथोरेपी के बाद ली जाने वाली दवाओं के प्रभाव से यूरिन का रंग नारंगी हो सकता है। इसके अलावा, विटामिन ए और बी12 की अधिकता होने पर भी यूरिन का रंग नारंगी हो सकता है। यह किडनी और बाइल से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है। साथ ही, कई बार डिहाइड्रेशन के कारण भी यूरिन का रंग नारंगी हो जाता है। 

नीला या हरे रंग का यूरिन 

किडनी और यूरिनरी ट्रैक्ट के टेस्ट के लिए उपयोग किए जाने वाले रंगों से यूरिन का कलर नीला या हरे रंग का हो सकता है। अवसाद, अलसर और एसिड रिफ्लैक्स की दवाओं का सेवन करने वाले लोगों की यूरिन का रंग नीला हो सकता है। इसके अलावा, दर्द, गठिया और नींद की दवा लेने से यूरिन इस तरह का बदलाव देखा जा सकता है। जिनके परिवार में किसी को हाइपरकैल्सीमिया नामक दुर्लभ रोग होता है उनके बच्चो की यूरिन का रंग ब्लू यानी नीला हो सकता है। यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन भी इसकी वजह बन सकता है। 

गहरे भूरे या कोला रंग का यूरिन 

मलेरिया, कब्ज, दौरा पड़ना और हाई कोलेस्ट्रॉल के लिए ली जाने वाली दवाओं से यूरिन का रंग काला, भूरा या कोला रंग का हो सकता है। एंटीबायोटिक्स के सेवन से भी यूरिन के रंग में बदलाव हो सकता है। जिन लोगों को लिवर, किडनी के विकार और यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होता है उनके यूरिन का रंग में बदलाव देखा जा सकता है। नर्वस सिस्टम को प्रभावित करने वाली बीमारी जैसे पोर्फिरीया में भी व्यक्ति के यूरिन का रंग भूरा हो सकता है। 

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यूरिन के रंग में बदलाव होने पर आप घबराएं नहीं। इस तरह के संकेत दिखाई देने पर आप डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं। डॉक्टर इस स्थिति में आपका चेकअप करते हैं और आपकी मौजूदा स्वास्थ्य स्थितियों के आधार पर इलाज शुरू करते हैं। 

 

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