जब शिशु का जन्म वजाइनल डिलीवरी से न होकर सर्जरी के जरिए होता है, तो उसे हम सी-सेक्श्न कहते हैं। वजाइनल डिलीवरी की तुलना में सी-सेक्शन ज्यादा मुश्किल भरा होता है। सी-सेक्श के बाद रिकवरी भी काफी लंबा समय लेती है। वैसे भी डिलीवरी के बाद महिलाओं को शरीर बहुत कमजोर हो जाता है। ऐसे में उन्हें संक्रमण, वायरल होने का खतरा बहुत ज्यादा होता है। तो क्या सी-सेक्शन के बाद महिलाओं को यूटीआई का रिस्क भी अधिक होता है? माना जाता है कि सी-सेक्शन के बाद यूटीआई कॉमन होता है। तो चलिए, Mumma's Blessing IVF और वृंदावन स्थित Birthing Paradise की Medical Director and IVF Specialist डॉ. शोभा गुप्ता से जानते हैं कि क्या है इसकी सच्चाई।
सी-सेक्शन के बाद यूटीआई होना नार्मल या नहीं?- Is It Common To Get UTI After C-Section In Hindi
डॉक्टर्स बताते हैं कि सी-सेक्शन के बाद यूटीआई होना सामान्य होता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि सी-सेक्शन के दौरान कैथेटर का यूज किया जाता है। अगर लंबे समय तक कैथेटर यूज किया जाता है, तो बैक्टीरिया यूरिन ट्रैक्ट होते हुए अंदर तक पहुंच सकता है। ऐसे में इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है। वैसे भी इन दिनों महिलाएं ज्यादा मूव नहीं कर पाती हैं, घंटों एक ही जगह लेटी रहती हैं। यह भी डिलीवरी के बाद इंफेक्शन एक कारण बनता है।
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सी-सेक्शन के बाद यूटीआई होने के कारण- Causes Of UTI After C Section In Hindi
हार्मोनल बदलाव
डिलीवरी के बाद हर महिला में हार्मोनल बदलाव होते हैं। ये बदलाव जरूरी हैं, ताकि महिला का शरीर शिशु को दूध पिलाने के लिए तैयार हो सके और शरीर पुरानी अवस्था में लौट आ सके। लेकिन, हार्मोन के बदलाव के कारण महिलाओं में यूटीआई का रिस्क भी बढ़ जाता है। विशेषकर, पेल्विक एरिया में इस तरह की दिक्क्तें ज्यादा देखने को मिलती हैं।
कमजोर इम्यूनिटी
सी-सेक्शन के बाद महिलाओं की इम्यूनिटी बहुत ज्यादा कमजोर हो जाती है। कमजोरी इम्यूनिटी की वजह से कई तरह की दिक्कतें आ सकती हैं। जैसे आसानी से सर्दी-जुकाम हो जाता या किसी भी तरह के इंफेक्शन का जोखिम इन दिनों काफी ज्यादा बना रहता है।
यूरिनरी रिटेंशन
सी-सेक्शन के बाद यूरिनरी रिटेंशन की दिक्क्त भी हो जाती है। यूरिनरी रिटेंशन का मतलब है कि पूरी तरह ब्लैडर खाली करने में अक्षम होना। असल में, सी-सेक्शन के बाद शरीर की कमजोरी इस तरह की स्थिति का कारण बनती है। यह कंडीशन भी यूटीआई का कारण बन सकती है।
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सी-सेक्शन के बाद यूटीआई होने पर क्या करें?
सी-सेक्शन के बाद यूटीआई होने पर लापरवाही न करें। यहां बताए गए कुछ टिप्स को फॉलो करें-
- डॉक्टर को अपनी कंडीशन के बारे में जरूर बताएं। ध्यान रखें कि जितनी जल्दी पता चलेगा, आपके लिए उतना सही होगा और समय पर ट्रीटमेंट मिल सकेगा।
- सी-सेक्शन के बाद यूटीआई का पता चलने पर एंटीबायोटिक्स से इसका इलाज किया जाता है। याद रखें कि अगर यूटीआई हो जाए, तो एंटीबायोटिक्स का पूरा कोर्स जरूर लें ताकि इंफेक्शन को जड़ से खत्म किया जा सके।
- लक्षणों को कम करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। जितना ज्यादा पानी पिएंगे, उतना ज्यादा यूरिन पास करेंगे। इससे इंफेक्शन में धीरे-धीरे कमी आने लगेगी।
- सी-सेक्शन के बाद हाइजीन का ध्यान जरूर रखें। हालांकि, यह सच है कि सी-सेक्शन के जरिए डिलीवरी के बाद महिलाओं के लिए मूवमेंट करना भी मुश्किल हो जाता है। इसके बावजूद, जरूरी है कि आप नियमित रूप से अपने अंडरगार्मेंट्स चेंज करें। योनि को धोने के लिए सादे पानी का यूज करें। इंफेक्शन होने पर साबुन या किसी भी तरह के केमिकल युक्त प्रोडक्ट का यूज न करें।
FAQ
सी-सेक्शन के बाद इंफेक्शन होने पर क्या होता है?
सी-सेक्शन के बाद आपको किस तरह का इंफेक्शन हुआ है, इसी बात पर यह तय होगा कि आपको क्या करना चाहिए। वैसे किसी भी तरह का इंफेक्शन हो, आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए, अपने लक्षणों के बारे में बताकर सही ट्रीटमेंट करवाना चाहिए।लंबे समय तक यूरिन इंफेक्शन रहने के क्या कारण हैं?
वैसे तो यूरिन इंफेक्शन कुछ दिनों में ठीक हो जाना चाहिए। अगर आपके साथ ऐसा नहीं हो रहा है, यानी इंफेक्शन ठीक नहीं हो रहा है, तो इसे हल्के में न लें। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे पर्याप्त मात्रा में पानी न पीना, लंबे समय तक पेशाब रोक कर रखना, हाइजीन का ध्यान न रखना और यौन संबंध भी इसका एक कारण है।सी-सेक्शन के बाद मुझे कैसे पता चलेगा कि मुझे संक्रमण है?
सी-सेक्शन के बाद अगर संक्रमण होता है, तो आपको इसके लक्षण नजर आने लगेंगे, जैसे घाव का ज्यादा लाल होना, प्रभावित हिस्से में दर्द होना या सूजन आना आदि।