
Urinary Tract Infection Symptoms and Treatment : यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन यानी UTI एक संक्रमण है जो 10 में से 9 महिलाओं में देखा जाता है। पेशाब में जलन और पेट में तेज दर्द के साथ बुखार की समस्या यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) का संकेत माना जाता है। UTI की समस्या तब देखने को मिलती है जब रोगाणु महिलाओं की मूत्र प्रणाली को संक्रमित कर देते है। UTI जैसी बीमारी का असर किडनी, ब्लैडर और इन्हें जोड़ने वाली नलिकाओं पर पड़ता है। मायो क्लिनिक के मुताबिक पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में यूटीआई के लक्षण ज्यादा देखने को मिलते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि अगर यूटीआई इंफेक्शन का वक्त रहते इलाज न किया जाए तो ये कई बीमारियों का कारण बन सकता है। मायो क्लिनिक की रिपोर्ट के मुताबिक अगर यूटीआई इंफेक्शन को वक्त रहते ठीक न किया जाए तो ये किडनी, पेट और शरीर के कई अंगों को संक्रमित कर सकता है। इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं यूटीआई संक्रमण के लक्षण और इससे बचाव के तरीकों के बारे में।
यूटीआई के लक्षण
किसी महिला को अगर यूटीआई संक्रमण होता है तो उसमें निम्नलिखित लक्षण दिखाई दे सकते हैंः
1. पेशाब करने में जलन
2. बार-बार पेशाब लगना
3. पेशाब से बहुत ज्यादा दुर्गंध आना
4. पेट के निचले हिस्से में दर्द रहना
5. पेशाब में खून आना या खून के हिस्से दिखना
6. कई बार इसकी वजह से बुखार, ठंड लगना और उल्टी जैसी समस्या भी हो सकती है।
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यूटीआई कैसे होता है ?
हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो यूटीआई ई-कोलाई बैक्टीरिया के कारण होता है। ई-कोलाई बैक्टीरिया मूत्रमार्ग से होते हुए ब्लैडर तक पहुंच जाते हैं। जब ऐसा होता है, तो बैक्टीरिया हमारे शरीर पर कब्जा जमाते हैं और मूत्र पथ के अंदर तक संक्रमण का कारण बनते हैं।
पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
यूटीआई से राहत पाने का सबसे बेस्ट तरीका है अधिक मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन करना। खासकर एक दिन में 6 से 7 लीटर पानी का सेवन करके यूटीआई इंफेक्शन से बचाव करने में मदद मिलती है। दरअसल, अधिक मात्रा में पानी पीने से मूत्र पतला रहता है। पानी पीने से आप अधिक बार पेशाब करते हैं, जिससे मूत्र मार्ग में मौजूद संक्रमण को बाहर निकालने में मदद मिलती है। अधिक मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन करने से किडनी को भी हेल्दी रखने में मदद मिलती है। किडनी के स्वस्थ तरीके से काम करने से भी यूटीआई इंफेक्शन से बचा जा सकता है।
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साफ-सफाई का ध्यान रखें
महिलाओं में यूटीआई के ज्यादातर मामले साफ-सफाई का ध्यान न रखने के कारण होते हैं। पीरियड्स, सेक्स के दौरान साफ-सफाई का ध्यान न रखने की वजह से भी यूटीआई का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है। यूटीआई से बचने के लिए पीरियड्स के दौरान हर 3 से 4 घंटे पर पैड को बदले, पैड को बदलने से पहले जननांग के हिस्से को पानी से धोएं।
ज्यादा टाइट कपड़े पहनने से बचें
फैशन के दौरान ज्यादा टाइट कपड़े पहनना बेशक ट्रेंड होगा, लेकिन ये यूटीआई इंफेक्शन का कारण बन सकता है। जननांगों के पास टाइटनेस होने के कारण अधिक पसीना होता है जिससे बैक्टीरिया पनपने और मूत्र पथ की तरफ बढ़ने का जोखिम हो सकता है। यूटीआई संक्रमण से बचने के लिए ज्यादा टाइट कपड़े पहनने से बचें। जहां तक संभव हो अंडरवियर सूती कपड़े ही पहनें।
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