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Connection Between Chronic Constipation And Vata Imbalance In Hindi: आज के समय में अनहेल्दी खानपान और फिजिकल एक्टिविटीज की कमी के कारण ज्यादातर लोग कब्ज और अपच जैसी पाचन से जुड़ी समस्याओं से परेशान रहते हैं। ऐसे में इनसे राहत के लिए अक्सर लोगों को फाइबर से भरपूर खाना खाने, भरपूर पानी पीने, नियमित एक्सरसाइज करने और फिजिकल एक्टिविटीज को बढ़ावा देने की सलाह दी जाती है, लेकिन कई बार ये समस्याएं शरीर में त्रिदोष के असंतुलित होने के कारण हो सकती हैं। ऐसे में अक्सर सवाल उठता है कि क्या शरीर में वात दोष के असंतुलित होने के कारण कब्ज या पाचन से जुड़ी अन्य समस्याएं हो सकती हैं? ऐसे में आइए सिरसा के रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से जानें क्या लंबे समय तक कब्ज की समस्या होना शरीर में वात दोष के असंतुलित होने के कारण होते हैं?
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क्या है कब्ज और असंतुलित वात का कनेक्शन? - What Is The Connection Between Constipation And Imbalanced Vata?
आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा बताते हैं कि वात दोष के असंतुलित होने की समस्या समान, व्यान, अपान, प्राण और उदान जैसी वायु से जुड़ी समस्या के कारण होती है। बता दें, व्यान वायु सर्वांग शरीर में होती है, प्राण वायु छाती में और सिर में होती है और उदान वायु कंठ में होती है। फूड पाइप से रेस्पिरेशन तक उदान वायु है लेकिन लंग्स में प्राण वायु होती है।
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डॉक्टर श्रेय शर्मा आगे कहते हैं कि अपान वायु नाभि से नीचे गुदा तक यानी स्त्रियों में आर्तव: पुरुषों में शुक्र और मूत्र और मल इन सब को बाहर अधो मार्ग से निकालने वाली वायु है। समान वायु जब सेट होगी तो वो सीधा अपान को इफेक्ट करेगी यानी अगर किसी को कब्ज है, तो उसकी भूख अपने आप कम हो जाएगी यानी अपान वायु समान वायु को भी घटा देगी और जब अपान वायु विषम है यानी कभी ज्यादा है कभी कम है तो व्यक्ति को IBS की समस्या भी हो सकती है। अपान वायु जब खराब होती है तो महिलाओं को पीडियड्स में दिक्कतें आती हैं। अपान वायु ठीक न होने पर पुरुषों में गदूद (Prostate) की दिक्कत हो जाती है।
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क्या कब्ज की समस्या वात दोष के असंतुलित होने से होती है? - Does Constipation Occur Due To Imbalance Of Vata Dosha?
आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा के अनुसार, अपान वायु खराब होने पर पेशाब भी रुक जाती है, वीर्य से जुड़ी समस्याएं भी होती हैं, इसके कारण कई लोग यूरिन को कंट्रोल भी नहीं कर पाते। अपान वायु के खराब यानि प्रतिलोम होने के कारण कब्ज की समस्या होती है। प्रतिलोम गति होने पर अपान वायु समान की तरफ आने लगती है, जैसे कि कई लोगों को डकार आने लगती है, कई लोगों को गुस्सा आता है और सिर दर्द भी हो जाता है।
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वात को दोष के असंतुलन में कब्ज से बचने के लिए क्या करें? - What To Do To Avoid Constipation In Case Of Imbalance Of Vata Dosha?
आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा के अनुसार, कब्ज की समस्या से बचने के लिए आंतों को रूक्ष न होने दें, जो लोग बिल्कुल फाइबर नहीं खाते हैं तो भी अपान वायु खराब हो जाती है और आंत की गति कम हो जाती है। जिसके कारण कब्ज की समस्या होती है। अपान वायु को वायु का प्रधान कहा जाता है।
निष्कर्ष
शरीर में वात दोष के असंतुलित होने के कारण कब्ज की समस्या हो सकती है। शरीर में इसके असंतुलन के के कारण सिर में दर्द होने, आंतों के ड्राई होने, डकार आने और गुस्सा आने जैसी कई समस्याएं होती हैं। ऐसे में कब्ज की समस्या से बचने के लिए फाइबर युक्त फूड खाएं, पर्याप्त पानी पिएं और नियमित एक्सरसाइज करें।
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FAQ
कब्ज को तुरंत दूर करने के क्या उपाय हैं?
कब्ज की समस्या से राहत के लिए दिनभर में पर्याप्त पानी पिएं, फाइबर से भरपूर फूड्स खाएं, सब्जियां खाएं, नियमित एक्सरसाइज करें और स्ट्रेस कम करें। इसकी अधिक समस्या होने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें।कब्ज के सबसे खराब लक्षण क्या हैं?
कब्ज की समस्या होने पर व्यक्ति को पेट में दर्द होने, ऐंठन होने, ब्लोटिंग होने, मल त्याग में परेशानी होने और पेट के ठीक से साफ न होने की समस्याएं होती हैं। ऐसे में इस समस्या के लंबे समय तक बने रहने पर इसके लक्षणों को नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से सलाह जरूर लें।शरीर में वात बढ़ने के क्या लक्षण हैं?
शरीर में वात दोष बढ़ने के कारण व्यक्ति को ठंड लगने, स्किन के ड्राई होने, जोड़ों में दर्द होने, हड्डियों से अवाज आने, नींद न आने, एकाग्रता की कमी होने, चिंता होने, गैस होने, कब्ज होने, बालों और होंठों के सूखने जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं।
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Dec 18, 2025 16:08 IST
Published By : Priyanka Sharma