गठिया, जोड़ों में होने वाले दर्द और सूजन की एक समस्या है, जिसमें व्यक्ति को चलने फिरने में काफी मुश्किल का सामना करना पड़ता है। गठिया की कई स्थितियां हैं, जो शरीर के जोड़ों को अलग-अलग तरह से प्रभावित करते हैं। गठिया की समस्या आमतौर पर, इंफेक्शन, जेनेटिक कारण, पूरानी चोट या अन्य कारणों से होता है। हर व्यक्ति में गठिया की समस्या का अलग-अलग लक्षण नजर आ सकते हैं। ऐसा माना जाात है कि गठिया की समस्या कई प्रकार की होती है, जिसमें एक सेरोनिगेटिव रुमेटाइड अर्थराइटिस भी है। सेरोनेगेटिव अर्थराइटिस एक प्रकार का गठिया है, जिसमें रूमेटॉयड फैक्टर और एंटी-CCP एंटीबॉडीज आपके खून में नहीं पाई जाती हैं। लेकिन, यह स्थिति आपके जोड़ो में दर्द, सूजन और गतिविधि की कमी का कारण बन सकती है। इस समस्या को सेरोनेगेटिव इसलिए कहा जाता है, क्योंकि पीड़ित के खून में ये सामान्य एंटीबॉडीज नहीं होतीं, जो आमतौर पर रूमेटॉयड अर्थराइटिस में पाई जाती हैं। सेरोनेगेटिव अर्थराइटिस आमतौर पर 4 प्रकार के होते हैं, (Types of Seronegative Arthritis) आइए लखनऊ के मेदांता अस्पताल के कंसल्टेंट ऑर्थोपेडिक्स डॉ. सौमित्र द्विवेदी से जानते हैं क्या है सेरोनेगेटिव अर्थराइटिस के प्रकार और उनके लक्षण?
सेरोनिगेटिव गठिया के चार प्रकार क्या हैं?
1. एंकाइलोज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing Spondylitis)
एंकाइलोज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस (एएस), सूजन से जुड़ी ऑटोइम्यून बीमारी है, जो आपके रीढ़ की हड्डियों में गठिया का कारण बन सकती है। इस समस्या को एक्सियल स्पॉन्डिलोआर्थराइटिस के नाम से भी जाना जाता है। इस बीमारी में समय के साथ रीढ़ की कुछ हड्डियां आपस में जुड़ सकती हैं, जिससे आपके रीढ़ की हड्डियां कम लचीली हो जाती हैं, जिस कारण आपका पोश्चर झुका हुआ हो जाता है। एंकाइलोज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस में पीठ में दर्द, सुबह शरीर में अकड़न, पोश्चर खराब होना, भूख न लगना और वजन कम होने जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं।
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2. रिएक्टिव गठिया (Reactive Arthritis)
रिएक्टिव गठिया, अर्थराइटिस का एक रूप है, जो इंफेक्शन के कारण होता है। गठिया की यह समस्या तब होती है, जब आपके शरीर में बैक्टीरिया या कोई अन्य इंफेक्शन आपके ब्लड फ्लो में फैल जाता है और शरीर के अलग-अलग हिस्सों में सूजन का कारण बन सकता है। रिएक्टिव अर्थराइटिस होने पर आपके जोड़ों में दर्द और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
3. सोरियाटिक गठिया (Psoriatic Arthritis)
सोरियाटिक अर्थराइटिस, गठिया का ही एक प्रकार है, जो सोरायसिस से पीड़ित कुछ लोगों को प्रभावित करता है। यह एक पुरानी स्किन और नाखून से जुड़ी बीमारी है, जिसमें स्किन पर रेडनेस, पपड़ीदार पैच की समस्या हो सकती है। सोरियाटिक गठिया होने पर शरीर का इम्यून सिस्टम हेल्दी सेल्स और टिशू पर हमला करती है, जिस कारण जोड़ों में सूजन और दर्द की समस्या भी हो सकती है। इस समस्या में अगर ठीक से इलाज न किया जाए तो जोड़ों को नुकसान भी हो सकता है।
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4. एंटरोपैथिक गठिया (Enteropathic Arthritis)
एंटरोपैथिक गठिया सूजन आंत की बीमारी (आईबीडी) से जुड़ा होता है। यह एक क्रॉनिक सूजन संबंधी गठिया है, जो आपके जोड़ों और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल को प्रभावित करता है। एंटरोपैथिक गठिया की समस्या में जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या बढ़ जाती है, इसके साथ ही गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल से जुड़ी समस्याएं जैसे अपच, एसिडिटी, पेट में दर्द और खूनी दस्त के लक्षण नजर आ सकते हैं।
सेरोनिगेटि गठिया के चार प्रकार और उनके लक्षणो ंको पहचान कर आप इस समस्या से राहत पा सकते हैं, इसलिए किसी भी तरह के लक्षण नजर आने पर डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।
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