
Important Medical Tests for Psoriatic Arthritis in Hindi: सोरायटिक अर्थराइटिस गठिया का ही एक प्रकार है, जो काफी गंभीर हो सकता है। अगर आप सोरायटिक अर्थराइटिस को नजरअंदाज कर रहे हैं तो इसे नजरअंदाज करना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। सोरायटिक अर्थराइटिस होने पर आपके हाथ-पैर आदि में दर्द महसूस हो सकता है। आमतौर पर यह बीमारी खराब लाइफस्टाइल फॉलो करने के कारण होती है। सोरायटिक अर्थराइटिस होने पर आपको कुछ मेडिकल टेस्ट कराना जरूरी होता है।
इसके लिए आपको एक्स-रे और एमआरआई कराना चाहिए ताकि सोरायटिक अर्थराइटिस की समस्या का पता आसानी से लगाया जा सके। इससे शरीर और जोड़ों में होने वाली सूजन का पता आसानी से लगाया जा सकता है। ताकि सोरायटिक अर्थराइटिस को जल्दी डिटेक्ट किया जा सके। इसके साथ ही साथ कुछ ब्लड टेस्ट कराना भी आपके लिए फायदेमंद रह सकते हैं। इस बारे में ज्यादा जानकारी लेने के लिए हमने ग्रेटर नोएडा स्थित सर्वोदय अस्पताल में Consultant-Internal medicine स्वप्निल शिखा से बातचीत की। (Psoriatic Arthritis Hone Par Kon se Medical Test Karane Chahiye) -
1. अल्ट्रासाउंड
अगर आप सोरायटिक अर्थराइटिस से पीड़ित हैं तो ऐसे में अल्ट्रासाउंड कराना फायदेमंद हो सकता है। अल्ट्रासाउंड कराने से शरीर में होने वाली सूजन का पता लगने के साथ ही हड्डियों में मौजूद टेंडन्स और लिगामेंट्स में होने वाली समस्याओं का भी पता लगाया जा सकता है। अल्ट्रासाउंड कराने से जोड़ों में होने वाला दर्द और डैमेज की समस्या का पता लगाया जा सकता है, जिससे डॉक्टर आसानी से समझ सकते हैं कि सोयारटिक अर्थराइटिस इस समय कौन से स्टेज में है।
2. एक्स-रे
एक्स-रे आमतौर पर हड्डियों से जुड़ी बीमारियों को पकड़ने के लिए एक बेहद अच्छा उपकरण और तकनीक मानी जाती है। एक्स-रे कराने से जोड़ों में होने वाले डैमेज का पता लगाया जा सकता है साथ ही इससे बोन इरोजन या हड्डियों में होने वाली अन्य समस्याओं का पता लग सकता है। अगर सोरायटिक अर्थराइटिस के कारण आपके ज्वॉइंट्स में सूजन है या फिर वे डैमेज होने लगे हैं तो ऐसे में एक्स-र द्वारा आसानी से स बात का पता लगाया जा सकता है।
3. एमआरआई (MRI)
अगर आपको सोरायटिक अर्थराइटिक की समस्या है तो ऐसे में एमआरआई आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकती है। एमआरआई कराने पर आपके जोड़ों में होने वाली सूजन या लिगामेंट्स में किसी प्रकार की समस्या का पता आसानी से लगाया जा सकता है। सोरायटिक अर्थराइटिस होने पर एमआरआई कराने से स्पाइन और पैरों में होने वाली सूजन का भी पता लगाया जा सकता है।
4. ब्लड टेस्ट
अगर आप सोरायटिक अर्थराइटिस से पीड़ित हैं तो ऐसे में इसका पता लगाने के लिए आप ब्लड टेस्ट करा सकते हैं। ब्लड टेस्ट में आमतौर पर डॉक्टर HLA-B27, Anti-CCP antibodies और सी रिएक्टिव प्रोटीन (CRP) का टेस्ट कराने की सलाह दे सकते हैं। इससे आपको सोरायटिक अर्थराइटिस होन का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
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5. बायोप्सी
सोरायटिक अर्थराइटिस के मरीजों में स्किन बायोप्सी भी एक कारगर तरीका साबित हो सकता है। सोरायसिस होने पर भी आमतौर पर बायोप्सी कराने की सलाह दी जा सकती है। बायोप्सी कराए जाने से आपको स्किन से जुड़ी अन्य बीमारी का भी पता लगाया जा सकता है।
FAQ
सोरियाटिक गठिया के लिए डॉक्टर कैसे परीक्षण करते हैं?
सोरियाटिक अर्थराइटिस होने पर डॉक्टर आमतौर पर एक्स-रे, एमआरआई के साथ ही साथ अन्य ब्लड टेस्ट करा सकते हैं। इससे आपके सोरायटिक अर्थराइटिस का पता आसानी से लगाया जा सकता है।अर्थराइटिस की शुरुआत कैसे होती है?
अर्थराइटिस की शुरुआत सबसे पहले आपके पैर से होती है। आमतौर पर ये पैर के अंगूठे से शुरू होकर जोड़ों के अन्य हिस्सों तक पहुंचता है।सोरायसिस गठिया कैसे होता है?
सोरायसिस गठिया आमतौर पर तब होता है जब आपकी त्वचा पर सोरायसिस के लक्षण जैसे दाग-धब्बे और जोड़ों में सूजन आने लग जाती है।
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Oct 12, 2025 15:45 IST
Published By : Kunal Mishra