चीन से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक व्यक्ति को गंदे मोजे सूंघने की आदत के चलते फेफड़ों में गंभीर फंगल इंफेक्शन हो गया। ली क्यू नाम का यह व्यक्ति हर दिन काम से लौटने के बाद अपने पसीने से भीगे मोजे सूंघता था। यह आदत उसे महंगी पड़ गई जब उसे लगातार रात में खांसी और आंखों से खून आने की समस्या होने लगी, तब उसने डॉक्टर से संपर्क किया, तो पता चला कि उसे एस्परगिलोसिस नामक दुर्लभ फंगल इंफेक्शन हो गया है। यह इंफेक्शन उस फंगस की वजह से हुआ, जो उसके गंदे और पसीने से नम मोजों में पनप रहा था। खास बात यह है कि फंगस के बीजाणु या स्पोर्स, सांस के जरिए फेफड़ों में चले जाते हैं और अगर रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो, तो यह इंफेक्शन जानलेवा भी हो सकता है। ली को एंटी-फंगल दवाइयों से ठीक किया गया, लेकिन यह मामला साफ बताता है कि साफ-सफाई की अनदेखी किस हद तक गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकती है। आइए जानते हैं, एस्परगिलोसिस क्या है, इसके लक्षण, कारण और बचाव के तरीके। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में हॉस्पिटल मैनेजमेंट के एचओडी डॉ राजेश हर्षवर्धन से बात की।
गंदे मोजे सूंघने से इंफेक्शन हो गया
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्टरों ने बताया कि एस्परगिलोसिस की वजह से चीन के ली क्यू नामक व्यक्ति ने रोजाना काम के बाद अपने पसीने से भीगे हुए मोजों को सूंघना शुरू कर दिया था। इस वजह से उसे रात को कड़ी खांसी होती थी और आंखों में खून निकल आया। जब खांसी बढ़ी और कफ सिरप से आराम नहीं मिला, तो वह साउथवेस्ट हॉस्पिटल ऑफ द आर्मी मेडिकल यूनिवर्सिटी पहुंचा। वहां सीटी और एमआरआई स्कैन में उसके दाएं फेफड़े में इंफेक्शन नजर आया। यह फंगल इंफेक्शन एक दुर्लभ बीमारी 'एस्परगिलोसिस' निकली।
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एस्परगिलोसिस क्या है?- What is Aspergillosis
एस्परगिलोसिस एक फंगल इंफेक्शन है जो एस्परगिलस (Aspergillus) नाम के फंगस की वजह से होता है। यह फंगस आमतौर पर मिट्टी, सड़े-गले पत्तों, धूल और नमी वाली जगहों जैसे गीले कपड़ों या पसीने वाले मोजों में पनपता है। ये फंगस जब बीजाणुओं के रूप में हवा में फैलते हैं और कोई व्यक्ति इन्हें सांस के साथ अंदर ले लेता है, तो वे फेफड़ों में जाकर इंफेक्शन पैदा कर सकते हैं। स्वस्थ लोगों में आमतौर पर यह बीमारी नहीं होती, लेकिन अस्थमा, टीबी या कैंसर जैसे रोगों से जूझ रहे या कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों में यह जानलेवा हो सकती है।
एस्परगिलोसिस के लक्षण- Aspergillosis Symptoms
यह इंफेक्शन फेफड़ों को प्रभावित करता है और इसके लक्षण समय के साथ गंभीर होते जाते हैं-
- सांस लेने में तकलीफ
- बलगम या खून के थक्कों के साथ खांसी
- हल्का से तेज बुखार
- थकान और कमजोरी
- बिना कारण वजन घटना
कुछ मामलों में यह इंफेक्शन फेफड़ों से निकलकर शरीर के अन्य अंगों जैसे दिमाग या हार्ट तक भी फैल सकता है।
कैसे होता है एस्परगिलोसिस?- Aspergillosis Causes
बंद और नम जगहें फंगस के पनपने के लिए आदर्श होती हैं। मोजे जो पसीने और गंदगी से भीगे होते हैं, उनमें यह फंगस तेजी से फैल सकता है। जब कोई व्यक्ति ऐसे मोजे को सूंघता है, तो वह सीधे बीजाणुओं को फेफड़ों तक पहुंचा देता है। लंबे समय तक जूते पहने रहना, पैर धोने की आदत को अनदेखा करना और गीले मोजों को दोबारा पहनना इस तरह के इंफेक्शन को जन्म दे सकते हैं।
एस्परगिलोसिस से बचने के उपाय- How to Prevent Aspergillosis
- हर दिन साफ और सूखे मोजे पहनें।
- पैरों और मोजों को नम न रखें।
- मोजे या कपड़े सूंघने जैसी आदतें खतरनाक हो सकती हैं इसलिए इनसे बचें।
- इम्यून सिस्टम मजबूत करें। पोषण से भरपूर खाना खाएं और स्ट्रेस के लक्षणों से बचें।
- अगर खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ हो, तो डॉक्टर से जांच कराएं। लक्षणों को नजरअंदाज न करें।
यह मामला यह दिखाता है कि एक छोटी सी आदत कितनी बड़ी बीमारी का कारण बन सकती है। मोजों जैसी सामान्य चीज में पनपने वाला फंगस अगर फेफड़ों तक पहुंच जाए, तो गंभीर रूप ले सकता है। इसलिए सफाई को कभी नजरअंदाज न करें।
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