Saloni Inspiring Weight Loss Journey: कोई ओवरवेट हो या फिर अंडरवेट, हर किसी को बॉडी शेमिंग का सामना जरूर करना पड़ता है। हालांकि, बॉडी शेमिंग यानी किसी की बॉडी को लेकर नेगेटिव कमेंट्स करना किसी अपराध से कम नहीं है। क्योंकि बॉडी शेमिंग का व्यक्ति के दिमाग पर बुरा असर पड़ता है। बॉडी शेमिंग का शिकार होने के बाद कोई डिप्रेशन में चला जाता है, तो कोई कड़ी मेहनत करके खुद को फिट और हेल्दी बनाकर दुनिया के लिए उदाहरण के तौर पर खड़ा होता है। ऐसा ही दिल्ली में रहने वाली 28 वर्षीय सलोनी ने भी किया, जिन्हें बचपन से ही बॉडी शेमिंग का शिकार हो रही थीं। लेकिन फिर सनोली ने वेट लॉस करने का सोचा और आज उन्हें एक फिट न्यूट्रिशनिस्ट के रूप में जाना जाता है। आज ओन्लीमायहेल्थ के 'Fat to Fit Series' में हम आपको सलोनी की वेट लॉस जर्नी के बारे में बताने जा रहे हैं, उन्हीं की जुबानी-
बॉडी शेमिंग का शिकार हुईं सलोनी
सलोनी बताती हैं, 'मैं बचपन से ही काफी चब्बी थी। जैसे-जैसे मेरी उम्र बढ़ रही थी, मेरा वजन भी बढ़ता जा रहा था। जब मैं दसवीं क्लास में थी, तो मेरा वजन 85 किलो था। उस समय मैं डबल एक्सेल कपड़े पहनती थी। मुझे अच्छे से याद है, एक दिन मैं स्कूल यूनिफॉर्म लेने गई थी, तभी दुकानदार ने बोल दिया कि इसे बच्चे पर तो डबल एक्सेल भी नहीं आएगा। उस दिन मुझे बच्चों के सामने काफी शर्मिंदगी महसूस हुई। इतना ही नहीं, मुझे स्कूल में Tata Ace यानी छोटा हाथी बोला जाता था। अपने वजन के वजन से मैं स्कूल में अलग-थलग रहना पसंद करती थी।'
हाइपरटेंशन से भी थी पीड़ित
सलोनी बताती हैं, 'जब मैं दसवीं क्लास में थी, तो मुझे हाइपरटेंशन की बीमारी भी थी। मैंने 17 साल की उम्र से हाई ब्लड प्रेशर की दवाइयां लेनी शुरू कर दी थी। फिर मुझे डॉक्टर से वजन घटाने की सलाह दी। इसके कुछ समय बाद ही मुझे अनियमित पीरियड्स की भी दिक्कत होने लगी। इसके लिए मैं स्त्री रोग विशेषज्ञ के पास गई, तो उन्होंने भी मुझे वेट लॉस करने की ही सलाह दी। इसके बाद मैंने कई डाइट प्लान फॉलो किए, लेकिन मेरा वजन कम नहीं हो पा रहा था।'
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वजन कम करने के लिए पिता ने किया मोटिवेट
सलोनी बताती हैं, 'मेरे पापा की किडनी खराब हो गई थी। इसके बाद किडनी ट्रांसप्लांट की गई। एक दिन मेरे पापा ने मुझे वजन घटाने के लिए प्रेरित किया। मैं चंडीगढ़ गई और डाइटिशियन से मिली। लेकिन उनके डाइट प्लान से मुझे कोई फर्क देखने को नहीं मिला। फिर मैंने न्यूट्रीशन का कोर्स करने का सोचा। मैं जो-जो सीख रही थी, उसे खुद पर अम्ल कर रही थी। धीरे-धीरे मुझे फर्क भी देखने को मिल रहा था।'
85 किलो से 52 तक का सफर: एक्सरसाइज और डाइट की ली मदद
घर पर ही की एक्सरसाइज
सलोनी बताती हैं, 'वजन घटाने के लिए शुरुआत में मैंने घर पर ही एक्सरसाइज करनी शुरू की। मैं स्ट्रेचिंग करती थी और खूब एक्सरसाइज करती थी। 3 साल बाद मैं ट्रिपल एक्सेल से एक्सेल पर आ गई। वेट लॉस जर्नी के दौरान मैंने सोशल मीडिया पूरी तरह से छोड़ दिया था। इसके बाद मुझे कोई पहचान ही नहीं पा रहा था।'
फॉलो किया ये डाइट प्लान
- वजन घटाने के लिए रोज सुबह खाली पेट गर्म पानी पीती थी।
- प्रोटीन के लिए दाल का सेवन करना शुरू किया।
- स्नैक्स के रूप में समोसा और पकौड़ों के बजाय फलों का सेवन करती थी।
- सोया चंक्स, टोफू और पनीर का सेवन किया।
- नाश्ते में मैं अंडा खाना पसंद करती हूं।
- रात को सोते समय कैमोमाइल टी पीती थी।
डिलीवरी के बाद दोबारा किया वेट लॉस
सलोनी बताती हैं, 'जीवन में सब अच्छा चल रहा था। प्यार मिला और शादी भी हुई। बच्चे को जन्म देने के बाद मेरा वजन फिर से बढ़ गया। लेकिन फिर मैंने जमकर एक्सरसाइज की और डाइट का भी खास ख्याल रखा। वेट लॉस के लिए मैंने रनिंग और जिम का सहारा लिया।'
समाज में सलोनी जैसी और भी कई महिलाएं हैं, जो अपने बढ़े हुए वजन से परेशान हैं। वे सलोनी की बताई इन टिप्स को फॉलो करके वजन कम कर सकती हैं। उम्मीद करते हैं फैट टू फिट सीरीज की यह कहानी आपको पसंद आई होगी। वेट लॉस से जुड़े इसी तरह के आर्टिकल्स पढ़ने के लिए जुड़े रहें हमारी वेबसाइट www.onlymyhealth.com के साथ। अगर आपको ये आर्टिकल पसंद आया, तो इसे अपने दोस्तों और परिचितों के साथ जरूर शेयर करें।