छोटे बच्चों की स्किन बेहद ही कोमल और संवेदनशील होती है। उनकी स्किन पर पसीने के कारण कई बार रैेशेज, लालिमा और इंफेक्शन हो जाता है। ऐसे में बच्चा दर्द और परेशानी के चलते हर समय रोने लगता है। दरअसल, पसीने के कारण अक्सर नमी बने रहने के कारण बगल और ग्रोइन एरिया पर स्किन इंफेक्शन होने की संभावना अधिक होती है। ऐसे में बच्चों को इनवर्स पिटायरेसिस रोसिया (Inverse Pityriasis Rosea) हो सकता है। यह समस्या केवल शरीर के उन हिस्सों पर होती है जहां पर सही तरह से हवा नहीं लग पाती है जैसे कि बगल (armpits) और ग्रोइन (जांघों के बीच का हिस्सा)। इस लेख में अपोलो अस्पताल सीनियर कंसल्टेंट पीडियेट्रिक्स डॉ संदीप सावंत से जानते हैं कि यह संक्रमण बच्चों में क्यों होता है, इसके लक्षण क्या होते हैं, कारण क्या हैं और इसका इलाज कैसे किया जा सकता है।
इनवर्स पिटायरेसिस रोसिया क्या है? - What is Inverse Pityriasis Rosea in Hindi
इनवर्स पिटायरेसिस रोसिया एक स्किन डिजीज है जिसमें त्वचा पर गुलाबी, लाल या भूरा चकत्ते (patch) या दाने हो जाते हैं। यह समस्या विशेष रूप से शरीर के फोल्ड वाले हिस्सों में होती है, जैसे कि बगल, गले की परतें, ग्रोइन एरिया आदि। 'Inverse' शब्द का मतलब होता है कि यह इंफेक्शन सामान्य पिटायरेसिस रोसिया से उल्टा होता है, जहां सामान्य संक्रमण शरीर के खुले हिस्सों में होता है, वहीं यह छिपे हुए हिस्सों में देखने को मिलता है।
बच्चों में इनवर्स पिटायरेसिस रोसिया के लक्षण - Symptoms Of Inverse Pityriasis Rosea in Hindi
- गुलाबी और लाल रंग के दाने उभरना। शुरुआत में छोटे-छोटे लाल या गुलाबी धब्बे होते हैं जो धीरे-धीरे बढ़ते हैं।
- बच्चों को स्किन पर खुजली होना। इस संक्रमण में बहुत अधिक खुजली हो सकती है, जिससे बच्चा बेचैन हो सकता है।
- त्वचा का सूखापन और खुरदरापन होना। इसमें त्वचा रूखी और परतदार हो सकती है।
- पसीने से जलन बढ़ना। पसीना आने पर दाने और खुजली और बढ़ जाती है।
- तेज से फैलाव का खतरा होना। अगर ध्यान न दिया जाए, तो ये दाने शरीर के अन्य हिस्सों तक भी फैल सकते हैं।
इनवर्स पिटायरेसिस रोसिया होने के कारण - Causes Of Inverse Pityriasis Rosea in Hindi
वायरल संक्रमण
Inverse pityriasis rosea के पीछे सबसे आम कारण वायरल संक्रमण माना जाता है, खासकर Human Herpes Virus 6 और 7 इसकी वजह हो सकते हैं।
इम्यून सिस्टम कमजोर होना
बच्चों का रोग प्रतिरोधक तंत्र यानी इम्यून सिस्टम पूरी तरह विकसित नहीं होता, जिससे वह स्किन इंफेक्शन की चपेट में जल्दी आ जाते हैं।
अत्यधिक पसीना और गंदगी
बच्चों के बगल या ग्रोइन क्षेत्र में पसीना जमा होने से नमी और गर्मी पैदा होती है, जो बैक्टीरिया और वायरस पनपने के लिए उपयुक्त जगह बन जाती है।
टाइट अंडरगार्मेंट्स
संवेदनशील क्षेत्रों में टाइट डायपर या अंडरवियर पहनने से बच्चों की स्किन पर रगड़ लग सकती है और त्वचा में जलन हो सकती है, जिससे यह संक्रमण फैल सकता है।
एलर्जी या रिएक्शन
कुछ साबुन, लोशन या डिटर्जेंट से एलर्जी भी इसका कारण बन सकती है।
बच्चों में इनवर्स पिटायरेसिस रोसिया का इलाज - Treatment Of Inverse Pityriasis Rosea in Hindi
त्वचा को साफ और सूखा रखें
बगल और ग्रोइन एरिया को दिन में 2-3 बार हल्के गुनगुने पानी से धोएं और सूखे कपड़े से पोंछें। साथ ही बच्चे को सूखे और ढीले कपड़े पहनाएं।
मेडिकल लोशन और क्रीम
डॉक्टर की सलाह पर हाइड्रोकॉर्टिसोन क्रीम या जिंक ऑक्साइड युक्त क्रीम का उपयोग किया जा सकता है।
एंटीहिस्टामिन दवाएं
अगर खुजली बहुत ज्यादा हो रही हो, तो डॉक्टर बच्चों के लिए सुरक्षित एंटीहिस्टामिन दवा दे सकते हैं।
नारियल तेल और ऐलोवेरा जेल
नेचुरल उपायों में नारियल तेल या एलोवेरा जेल से त्वचा को नमी और ठंडक मिलती है, जिससे खुजली में राहत मिलती है।
साबुन और डिटर्जेंट बदलें
तेज खुशबू वाले या कैमिकल युक्त प्रोडक्ट्स की बजाय हल्के बेबी साबुन और कपड़े धोने के लिए माइल्ड डिटर्जेंट का इस्तेमाल करें।
नियमित जांच और निगरानी
अगर लक्षण 2 सप्ताह से अधिक समय तक बने रहें, या संक्रमण तेजी से फैलने लगे तो तुरंत बच्चों के डॉक्टर या त्वचा रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।
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इनवर्स पिटायरेसिस रोसिया एक असामान्य लेकिन कष्टदायक त्वचा रोग है जो बच्चों में विशेषकर बगल और ग्रोइन एरिया में देखा जाता है। यह स्थिति वायरल संक्रमण, पसीना, रगड़ और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण होती है। सही देखभाल, सफाई और डॉक्टर की सलाह से इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है। समय रहते उपचार शुरू करना बेहद जरूरी है ताकि संक्रमण फैल न सके और बच्चा जल्दी ठीक हो जाए।
FAQ
क्या Inverse Pityriasis Rosea संक्रामक होता है?
नहीं, यह आमतौर पर संक्रामक नहीं होता, लेकिन यदि वायरल संक्रमण की वजह से हुआ हो तो थोड़ी सावधानी बरतना जरूरी है।क्या यह इंफेक्शन बार-बार हो सकता है?
यह आमतौर पर एक बार ही होता है, लेकिन यदि बच्चा बार-बार पसीने, रगड़ या एलर्जी के संपर्क में आए तो दोबारा हो सकता है।क्या घरेलू उपाय से यह पूरी तरह ठीक हो सकता है?
हल्के मामलों में एलोवेरा, नारियल तेल, सफाई और पोषण से राहत मिल सकती है, लेकिन गंभीर मामलों में डॉक्टर की सलाह आवश्यक है।
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