50 की उम्र के बाद इन कारणों से होती है आपके पैरों में कमजोरी, जानें कैसे करें बचाव

अगर आप भी 50 से ज्यादा उम्र के हैं तो जान लें आपके पैरों में कमजोरी के क्या हैं कारण और किस तरह से करना चाहिए बचाव।
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50 की उम्र के बाद इन कारणों से होती है आपके पैरों में कमजोरी, जानें कैसे करें बचाव


बढ़ती उम्र के कारण अक्सर कई तरह की परेशानियां सामने आती रहती है, जिसके कारण लोगों को कई तरह के बदलाव अपने जीवनशैली में करने की जरूरत पड़ती है। ऐसे ही 50 की उम्र के बाद लोगों को पैरों में कमजोरी आने लगती है, जिसकी वजह से उन्हें कहीं भी चलने-फिरने के साथ उठने-बैठने में भी कई प्रकार की पेरशानी होती है। लेकिन क्या आप जानते है 50 की उम्र के बाद लोगों के पैरों में क्यों कमजोरी आने लगती है। आप ही नहीं बल्कि ज्यादातर लोग ये नहीं जानते कि पैरों में कमजोरी का क्या कारण होता है। तो अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है हम आपको इस लेख में बताएंगे कि किन कारणों से 50 से ज्यादा उम्र वाले लोगों के पैरों में कमजोरी आती है। 

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किन कारणों से होती है पैरों में कमजोरी (Causes Of Leg Weakness In Hindi)

गठिया

गठिया एक आम बीमारी है जो बढ़ती उम्र के कारण ज्यादातर लोगों में दिखाई देती है, इस रोग में जोड़ों में दर्द और सूजन होती है। जिसके कारण एक समय पर चलना, फिरना, उठना और बैठना काफी मुश्किल हो जाता है। गठिया से पीड़ित लोगों को ज्यादातर परेशानी पैरों में परेशानी होती है, इसलिए जरूरी होता है कि आप जल्द से जल्द किसी एक्सपर्ट से संपर्क करें। वहीं, अगर आप गठिया के दौरान लापरवाही करते हैं तो इससे आपके पैर एक समय पर बहुत कमजोर हो जाते हैं। 

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खराब सर्कुलेशन

जिन लोगों में 50 की उम्र के बाद कोलेस्ट्रॉल की समस्या होती है या फिर जिन लोगों को हृदय संबंधित समस्याएं होती है उन लोगों का सर्कुलेशन भी खराब होता है। जिसके कारण आपके शरीर में सही तरीके से रक्त का संचार नहीं होता और शरीर के अन्य हिस्सों पर इसके नुकसान देखने को मिलते हैं। ऐसे ही इसका असर पैरों पर भी दिखाई देता है, जिसके कारण आपके पैरों में कमजोरी, ऐंठन और थकान जैसी समस्याएं देखने को मिलती है। इसके लिए आपको जरूरी है कि रोजाना हेल्दी डाइट का सेवन करें साथ ही एक्सरसाइज करें, जिससे आपके शरीर में सही तरीके से रक्त का संचार बना रहे। इससे आपके पैरों और अन्य हिस्सों में पर्याप्त पोषण पहुंचता है जिससे ऊर्जा बनी रहती है। 

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नींद की कमी

शारीरिक और मानसिक रूप से खुद को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है कि आप रोजाना रात में पर्याप्त और बेहतर नींद लें। इससे आप अगले दिन के लिए बेहतर तरीके से तैयार हो सकते हैं और खुद को कई स्थितियों से बचा सकते हैं। वहीं, जब आप नींद की कमी के साथ रहते हैं तो इससे आपको कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है और खुद को अस्वस्थ महसूस कर सकते हैं। पैरों में कमजोरी का एक कारण नींद की कमी भी है। 

अनियमित जीवनशैली 

एक स्वस्थ जीवनशैली की मदद से आप अपने पूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रख सकते हैं, लेकिन जब आप एक अनियमित जीवनशैली के साथ रहते हैं तो इससे आपको कई शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। भागदौड़ भरी जिंदगी या फिर तनावभरी जिंदगी के कारण आपके शरीर को तकलीफ होती है, जिससे मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द और सूजन हो सकती है। वहीं, इसके कारण आपके शरीर में रक्त संचार भी धीमा हो सकता है। 

शारीरिक गतिविधियों की कमी 

पैरों में मजबूती बनाए रखने के साथ जरूरी होता है कि आप शारीरिक गतिविधियां नियमित रूप से करते रहें लेकिन जब आप ऐसा नहीं करते तो इससे आपके पैर कमजोर रहने लगते हैं। आमतौर पर ये देखा जाता है कि जिन लोंगों को शारीरिक गतिविधियां और एक्सरसाइज में दिलचस्पी नहीं होती है उन लोगों को हमेशा पैरों में कमजोरी का सामना करना पड़ता है।

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बचाव

  • पैरों में आने वाली कमजोरी से अपना बचाव करने के लिए जरूरी है कि आप रोजाना अपनी डाइट में स्वस्थ आहार और पोषण से भरपूर आहारों को शामिल करें। हेल्दी डाइट की मदद से आप अपनी सेहत का ख्याल आसानी से रख सकते हैं, डाइट की मदद से ही आप अपने पैरों की कमजोरी को दूर कर उन्हें मजबूत बनाए रख सकते हैं। 
  • 50 से ज्यादा उम्र वाले लोगों को रोजाना नियमित रूप से करीब 30 मिनट एक्सरसाइज करनी चाहिए, अगर आप एक्सरसाइज नहीं कर सकते हैं तो जरूरी है कि आप रोजाना शारीरिक गतिविधियों में शामिल रहें। 
  • बढ़ता तनाव और अनियमित जीवनशैली के कारण आपके पैरों में कमजोरी ही नहीं बल्कि अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी पैदा हो सकती है, इसके लिए जरूरी है कि आप खुद को कम से कम तनाव के साथ रखें और खुद को एक स्वस्थ जीवनशैली के साथ रखें। 

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